1160::/cck::
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी : ‘‘गुमराह युवाओं’’ से हिंसा का रास्ता छोड़. मुख्यधारा में शामिल होने की अपील......
::/introtext::
::fulltext::
‘‘मोदी..मोदी’’ के नारों के बीच प्रधानमंत्री ने परियोजना का उद्घाटन किया और शेर-ए-कश्मीर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र (एसकेआईसीसी) में श्रीनगर रिंग रोड की आधारशिला रखी.
श्रीनगर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘‘गुमराह युवाओं’’ से हिंसा का रास्ता छोड़ने और देश की मुख्यधारा में शामिल होने की अपील की है. उन्होंने कहा कि उनके द्वारा उठाया गया हर पत्थर या हथियार जम्मू कश्मीर को अस्थिरता के रास्ते पर ले जाता है. सरकार द्वारा रमजान के महीने के दौरान राज्य में सुरक्षा अभियानों पर रोक की घोषणा किये जाने के बाद पहली बार बोल रहे मोदी ने कहा कि शांति और स्थिरता का कोई विकल्प नहीं है. उन्होंने 330 मेगावाट की किशनगंगा बिजली परियोजना को देश को समर्पित करते हुए कहा, ‘‘मेरी इन गुमराह युवाओं से अपील है कि देश की मुख्यधारा में वापस लौट आयें जो कि उनका अपना परिवार है और जम्मू कश्मीर के विकास में भागीदार बनें.’’ इसकी परियोजना की प्रगति की निगरानी प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा की जा रही थी. ‘‘मोदी..मोदी’’ के नारों के बीच प्रधानमंत्री ने परियोजना का उद्घाटन किया और शेर-ए-कश्मीर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र (एसकेआईसीसी) में श्रीनगर रिंग रोड की आधारशिला रखी. 42.1 किलोमीटर लंबी चार लेन वाली श्रीनगर रिंग रोड पश्चिम श्रीनगर स्थित गलांदर को बांदीपोरा जिले में सुंबल से जोड़ेगी और इससे यातायात की भीड़ कम होगी. मोदी राज्य के तीन क्षेत्रों लेह, कश्मीर और जम्मू के एक दिवसीय दौरे पर हैं. उन्होंने जोजिला सुरंग के निर्माण की शुरूआत की जो कि लद्दाख के लिए सभी मौसम में चालू रहने वाला सम्पर्क मार्ग मुहैया कराएगा. मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत कश्मीरी में की और श्रीनगर के लोगों से उनका सलाम स्वीकार करने के लिए कहा और उनके अच्छे स्वास्थ्य एवं समृद्धि की कामना की. वह करीब आधे घंटे तक बोले और ‘कश्मीरियत’ के महत्व को रेखांकित किया.
उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ‘‘कश्मीरियत’’ के इस विचार के प्रशंसक थे ‘‘और मैं भी इसमें विश्वास करता हूं.’’ मोदी ने कहा कि राज्य सरकार और केंद्र में ‘‘साहसी फैसले लेने की नीति, दृढ़ संकल्पना और ताकत है.’’ उन्होंने कहा कि रमजान के दौरान अभियान रोकने से उन लोगों को बेनकाब करने में मदद मिलेगी ‘‘जो इस्लाम के नाम पर आतंकवाद फैला रहे थे.’’ मोदी ने कहा कि कई निहित स्वार्थी तत्व हैं जो कि एक समृद्ध जम्मू कश्मीर नहीं देखना चाहते. उन्होंने कहा,‘‘लेकिन मित्रों, हमें समृद्धि के रास्ते पर चलना जारी रखते हुए इन विदेशी ताकतों को जवाब देने की जरूरत है.’’ उन्होंने कहा कि राज्य सरकार और केंद्र गुमराह युवकों को मुख्य धारा में लाने का कड़ा प्रयास कर रहे हैं जो कि एक विदेशी ताकत के दुष्प्रचार के प्रभाव में हैं. उन्होंने कहा, ‘‘इस राज्य के गुमराह युवाओं द्वारा उठाया गया हर पत्थर या हथियार केवल उनके अपने जम्मू कश्मीर को अस्थिर करता है. हमें अपनी भविष्य की पीढ़ियों के लिए राज्य को इस अस्थिर माहौल से बाहर लाना होगा.’’
::/fulltext::
1160::/cck::