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पहले दिन कोई नामांकन नहीं
रायपुर- लोकसभा आम निर्वाचन के तहत छत्तीसगढ़ में प्रथम चरण के निर्वाचन के लिए आज अधिसूचना जारी हो गई है। प्रदेश में प्रथम चरण में बस्तर लोकसभा क्षेत्र में 19 अप्रैल को मतदान होगा। बस्तर लोकसभा क्षेत्र के लिए निर्वाचन की अधिसूचना जारी होने के साथ ही आज से वहां नामांकन दाखिले की प्रक्रिया शुरू गई है। आज पहले दिन किसी भी प्रत्याशी द्वारा कोई नामांकन दाखिल नहीं किया गया।
बस्तर लोकसभा क्षेत्र के लिए उम्मीदवार 27 मार्च तक अपना नामांकन दाखिल कर सकते हैं। शासकीय अवकाश दिवसों को छोड़कर कार्यालयीन दिवसों में प्रातः 11 बजे से दोपहर तीन बजे तक नामांकन दाखिल किया जा सकता है। प्राप्त नामांकन पत्रों की संवीक्षा 28 मार्च को की जाएगी। उम्मीदवार 30 मार्च तक अपना नामाकंन वापस ले सकेंगे।
नई दिल्ली/जिनेवा: साल 2023 में गर्मी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए. संयुक्त राष्ट्र (United Nations)के विश्व मौसम विज्ञान संगठन (World Meteorological Organization) ने मंगलवार को अपनी एनुअल क्लाइमेट स्टेटस रिपोर्ट (Annual State of the Climate Report) जारी की. इसमें शुरुआती आंकड़ों की पुष्टि करते हुए संकेत दिया गया कि 2023 अब तक का सबसे गर्म वर्ष रहा. जबकि 2014 से 2023 का समय सबसे गर्म दशक के रूप में रिकॉर्ड किया गया है. इन 10 सालों में हीटवेव ने महासागरों को प्रभावित किया. साथ ही ग्लेशियरों (Glaciers) को रिकॉर्ड बर्फ का नुकसान हुआ.
विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) की रिपोर्ट में कहा गया है कि ये आंकड़े 'सबसे गर्म 10 साल की अवधि' के आखिर में आए हैं. संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि इस रिपोर्ट में पता चलता है कि हमारी धरती खत्म होने की कगार पर है.
एंटोनियो गुटेरेस ने कहा, "हमारी धरती एक संकट के संकेत दे रही है. जीवाश्म ईंधन प्रदूषण चार्ट से पता चलता है कि जलवायु को कितना नुकसान पहुंच रहा है. ये एक चेतावनी है कि धरती पर कितनी तेजी से बदलाव हो रहे हैं."
रेड अलर्ट
WMO की प्रमुख एंड्रिया सेलेस्टे साउलो ने कहा, "इस रिपोर्ट को दुनिया के लिए रेड अलर्ट के रूप में देखा जाना चाहिए." उन्होंने कहा कि गर्मी का रिकॉर्ड एक बार फिर टूट गया और कुछ मामलों में तोड़ा गया." सौलो ने इस बात पर जोर दिया कि जलवायु परिवर्तन तापमान से कहीं ज्यादा है.
एंड्रिया सेलेस्टे साउलो ने कहा, "हमने 2023 में जो देखा... खासतौर पर महासागरों में हीटवेव बढ़ा. ग्लेशियर पिघलकर पीछे खिसक गए. अंटार्कटिक महासागर के बर्फ को नुकसान पहुंचा. कुल मिलाकर ये सब चिंता का कारण है." पिछले साल औसतन एक दिन में हीटवेव ने वैश्विक महासागर के लगभग एक तिहाई हिस्से को अपनी चपेट में ले लिया था.
रिपोर्ट में चेतावनी दी गई कि 1950 में रिकॉर्ड शुरू होने के बाद से दुनियाभर के प्रमुख ग्लेशियरों को बर्फ का सबसे बड़ा नुकसान हुआ है. खासतौर पर पश्चिमी उत्तरी अमेरिका और यूरोप में चीजें बिगड़ी हैं.
रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि स्विट्जरलैंड के अल्पाइन ग्लेशियरों ने पिछले दो साल के अंदर अपनी शेष मात्रा का 10 प्रतिशत खो दिया है. स्विट्जरलैंड के जिनेवा में WMO का मुख्यालय है. WMO ने कहा कि अंटार्कटिक समुद्री बर्फ की सीमा भी अब तक के रिकॉर्ड में सबसे कम रह गई है.
समुद्री स्तर का बढ़ना
रिपोर्ट में समुद्री स्तर के अचानक बढ़ने को भी खतरे की घंटी बताया गया है. रिपोर्ट में बताया गया कि सर्दियों के आखिर तक समुद्री स्तर की अधिकतम सीमा पिछले रिकॉर्ड वर्ष से करीब 10 लाख वर्ग किलोमीटर कम थी, जो फ्रांस और जर्मनी के संयुक्त आकार के बराबर है.
उम्मीद की किरण
हालांकि, संयुक्त राष्ट्र की मौसम और जलवायु एजेंसी ने इस संकट के बीच एक उम्मीद की किरण की ओर भी इशारा किया. एजेंसी ने कहा कि इस दौरान रिन्यूएबल एनर्जी प्रोडक्शन में इजाफा हुआ है, जो किसी उम्मीद की किरण से कम नहीं है. रिपोर्ट में कहा गया कि पिछले साल रिन्यूएबल एनर्जी कैपासिटी मुख्य रूप से सोलर, विंड और हाइड्रोपावर के जरिए 2022 की तुलना में लगभग 50 प्रतिशत बढ़ गई है.
संयुक्त राष्ट्र के प्रमुख गुटेरेस ने जोर देकर कहा कि दुनिया के पास अभी भी धरती के दीर्घकालिक तापमान वृद्धि को 1.5C सीमा से नीचे रखने और जलवायु अराजकता की सबसे खराब स्थिति से बचने का मौका है. रिन्यूएबल एनर्जी इसका रास्ता हो सकता है.
विभागीय नोडल अधिकारियों को दिया गया प्रशिक्षण
रायपुर-
लोकसभा आम निर्वाचन-2024 के दौरान विभिन्न माध्यमों से प्राप्त निर्वाचन संबंधी शिकायतों का त्वरित निराकरण सुनिश्चित करने के लिए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय द्वारा ‘कंप्लेंट मॉनिटरिंग सिस्टम’ सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती रीना बाबासाहेब कंगाले के दिशा-निर्देशों के अनुरूप अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री नीलेशकुमार महादेव क्षीरसागर और संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री पी.एस. ध्रुव ने आज प्रशिक्षण आयोजित कर विभागीय नोडल अधिकारियों को शिकायतों के त्वरित निराकरण के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। 'कंप्लेंट मॉनिटरिंग साफ्टवेयर' के माध्यम से निर्वाचन संबंधी शिकायतों के प्रभावी निराकरण के संबंध में आईटी विभाग के अधिकारियों ने नोडल अधिकारियों को प्रशिक्षण प्रदान किया।
बैठक में एनआईसी से श्री असीम थवाईत ने जानकारी दी कि निर्वाचन संबंधी शिकायतों के त्वरित निराकरण के लिए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय द्वारा ‘कंप्लेंट मॉनिटरिंग सिस्टम’ (सीएमएस) तैयार किया गया है। इस सिस्टम के माध्यम से संबंधित विभाग के नोडल अधिकारी को डिजिटाइज्ड शिकायत भेजकर त्वरित निराकरण सुनिश्चित किया जाता है।
विभागीय नोडल अधिकारियों को प्रशिक्षण के दौरान बताया गया कि निर्वाचन के दौरान विभिन्न माध्यमों से मैन्युअली प्राप्त शिकायतों को डिजिटाइज्ड किया जाएगा। साथ ही सी-विजिल अथवा सोशल मीडिया के माध्यम से प्राप्त शिकायतों को भी प्रिन्ट निकालकर डिजिटाइज्ड कर संबंधित विभाग के नोडल अधिकारियों को शिकायतों के त्वरित निराकरण हेतु प्रेषित किया जाएगा। नोडल अधिकारी अपने-अपने विभाग से संबंधित शिकायतों का निर्धारित समय-सीमा में त्वरित निराकरण करेंगे और इसकी जानकारी तत्काल मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय को देंगे। प्रशिक्षण में अधिकारियों को निर्वाचन से संबंधित शिकायतों का प्राथमिकता से निराकरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। प्रशिक्षण के दौरान मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों सहित विभिन्न विभागों के नोडल अधिकारी उपस्थित थे।