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रायपुर. छत्तीसगढ़ के दिवंगत राज्यपाल बलरामजी दास टंडन का अंतिम संस्कार कल चंडीगढ़ में होगा। 16 अगस्त को चंड़ीगढ़ में सेक्टर 25 स्थित क्रिमेशन ग्राउण्ड में दोपहर 1.30 बजे अंतियोष्ठी का ये पूरा कार्यक्रम होगा। इससे पहले आज उनका पार्थिव शरीर चंड़ीगढ़ स्थित उनके निवास स्थान पर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है। जहां काफी संख्या में राजनेताओं और अधिकारियों ने दिवगंत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।
::/introtext::आपको बता दें कि कल छत्तीसगढ़ के राज्यपाल बलरामदासजी टंडन का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था। वो 91 साल के थे। 2014 में छत्तीसगढ़ के राज्यपाल की जिम्मेदारी संभालने वाले राज्यपाल बलरामजी दास का कार्यकाल छत्तीसगढ़ में उल्लेखनीय रहा है। खासकर ढ़लती उम्र के बावजूद उनकी सक्रियता काफी प्रभावित करती थी।
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रायपुर. आनंदी बेन पटेल ने छत्तीसगढ़ के राज्यपाल की अतिरिक्त जिम्मेदारी संभाल ली है। आज राजभवन में आनंदी बेन ने छत्तीसगढ़ के राज्यपाल पद की शपथ बेहद ही सादे समारोह में ली। हाईकोर्ट से मुख्य न्यायाधीश ने राज्यपाल आनंदी बेन को पद और गोपनियता की शपथ दिलायी। सुबह 11.45 बजे से आनंदी बने पटेल ने राज्यपाल पद की शपथ ली। इस मौके पर मुख्यमंत्री रमन सिंह, चीफ सिकरेट्री अजय सिंह, पीएस टू सीएम अमन सिंह सहित कुछ ही लोग मौजूद थे।
::/introtext::इससे पहले कल राज्यपाल बलरामजी दास टंडन का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था। वो 91 वर्ष के थे। कल सुबह करीब 8 बजे उन्हें दिल का दौरा पड़ा था, जिसके बाद उन्हें तत्काल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डाक्टरों की कोशिशों के बावजूद उन्हें नहीं बचाया जा सका। राज्यपाल के निधन के बाद कल देर रात ही मध्यप्रदेश की राज्यपाल आनंदी बने पटेल को छत्तीसगढ़ के राज्यपाल का भी प्रभार दिया गया था।
::/fulltext::राजधानी रायपुर में एक बड़े हाईप्रोफाइल सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है। राजधानी में हाईप्रोफाइल कालगर्ल समेत दो महिलाओं को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। युवती कोलकाता की रहने वाली है। जबकि दूसरी महिला दलाल रायपुर की ही रहने वाली है।
::/introtext::मिली जानकारी के मुताबिक तेलीबांधा थाना क्षेत्र में पुलिस ने ये कार्रवाई की है। मिली जानकारी के मुताबिक रायपुर के अवंति विहार इलाके में एक मकान में संदिग्ध युवतियों की मौजूदगी की पुलिस को सूचना मिली थी। पुलिस ने जब इस मामले में पड़ताल की, तो शिकायत सही पायी गयी।
जिसके बाद आज पुरानी बस्ती सीएसपी के निर्देश पर फ्लैट पर छापा मारा गया, जिसमें एक कालगर्ल और एक महिला दलाल समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस इस मामले में दोनों के खिलाफ पीटा एक्ट के तहत कार्रवाई कर रही है। जानकारी के मुताबिक पहले से तय हुए सौदे को लेकर ये लड़की रायपुर आयी थी, जिसकी सूचना पुलिस को लग गयी और फिर पुलिस ने ये कार्रवाई की ।
::/fulltext::रायपुर। भारत सरकार भगवान राम के वनगमन मार्ग को आस्था और पर्यटन के महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में विकसित कर रही है। इसे रामायण टूरिज्म सर्किट नाम दिया गया है। रामायण सर्किट में छत्तीसगढ़ को शामिल नहीं किया गया है जबकि भगवान राम इसी रास्ते से श्रीलंका तक गए थे।
::/introtext::भगवान राम छत्तीसगढ़ (तत्कालीन दक्षिण कोसल) के रास्ते तेलंगाना के भद्राचलम से होते हुए रामेश्वरम तक गए थे। इसके काफी प्रमाण हैं। छत्तीसगढ़ में भगवान से राम से जुड़े कई स्थल मिलते हैं। छत्तीसगढ़ को भगवान राम की ननिहाल भी माना जाता है।
राम से जुड़े इतने साक्ष्यों के बावजूद रामायण सर्किट में छत्तीसगढ़ को स्थान नहीं मिल पाया। अब छत्तीसगढ़ पर्यटन बोर्ड ने दंडकारण्य सर्किट का नया प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा है। केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने रामायण सर्किट को विकसित करने की कई योजनाएं शुरू की हैं। इसके तहत दिल्ली से अयोध्या होकर रामेश्वर तक सीधी ट्रेन सेवा की शुरूआत इस साल 14 नवंबर से की जा रही है।
यह ट्रेन प्रयाग, वाराणसी होते हुए बिहार के नंदीग्राम, सीतामढ़ी, जनकपुर, मध्यप्रदेश के चित्रकूट, महाराष्ट्र के नासिक, कर्नाटक के हम्पी होते हुए रामेश्वर तक जाएगी। ट्रेन इन स्टेशनों पर या इसके आसपास के स्टेशनों पर रूकेगी।
राम से जुड़े स्थलों तक पर्यटकों को सड़क मार्ग से पहुंचाया जाएगा। जो पर्यटक श्रीलंका जाना चाहेंगे उन्हें चेन्न्ई के रास्ते वायुमार्ग से श्रीलंका भी भेजा जाएगा। केंद्र सरकार ने नेपाल के जनकपुर से अयोध्या तक बस सेवा भी शुरू की है। पर्यटन विभाग के रामायण सर्किट में बस्तर का जगदलपुर शामिल है लेकिन छत्तीसगढ़ के दूसरे स्थलों को शामिल नहीं किया गया है।
यह है राम वनगमन मार्ग
भगवान राम वनवास के दौरान मध्यप्रदेश के चित्रकोट से छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले के भरतपुर, जनकपुर, बैकुंठपुर होते हुए देवगढ़ के जमदाग्नि आश्रम पहुंचे थे। राम वनगमन मार्ग पर शोध करने वाले स्वर्गीय मुन्नू लाल शुक्ल के मुताबिक भगवान राम विश्रामपुर से होकर सीतापुर के गुरू गाहिरा आश्रम आए थे।
कोरबा में लक्ष्मण पादुका, रामझरना जैसे स्थल हैं। शिवरीनारायण को भगवान राम का स्थल माना जाता है। तुरतुरिया में ऋषि वाल्मिीकि का आश्रम है। फिंगेश्वर, राजिम, सिहावा आदि जगहों पर भगवान राम के ढेरों प्रमाण मिलते हैं।
बस्तर में होगा दंडकारण्य सर्किट का विकास
धमतरी जिले के सिहावा से धनोरा के रास्ते भगवान राम ने दंडकारण्य में प्रवेश किया था। बस्तर में नारायणपुर, चित्रकोट, बारसूर, सुकमा जिले के रामारम के रास्ते भगवान वर्तमान तेलंगाना के भद्राचलम पहुंचे थे।
छत्तीसगढ़ को रामायण सर्किट में जगह न मिलने के बाद अब बस्तर को रामायण सर्किट में शामिल कराने की कोशिश हो रही है। छत्तीसगढ़ पर्यटन बोर्ड के एमडी एमटी नंदी ने नईदुनिया से कहा-हमने दंडकारण्य सर्किट का प्रस्ताव भेजा है। केंद्र सरकार की एक्सपर्ट कमेटी की सहमति मिली तो बस्तर में रामायण सर्किट के तहत काम शुरू किया जाएगा।
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