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नई दिल्ली: आने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर एक निजी चैनल ने चुनावी सर्वे जारी किया है. इस सर्वे के मुताबिक छत्तीसगढ़ , मध्यप्रदेश और राजस्थान भाजपा की झोली से फिसलने वाले हैं, इन राज्यों में कांग्रेस की वापसी हो रही है. वहीं लोकसभा चुनावों में भाजपा को नुकसान होता नजर आ रहा है, लेकिन फिर भी भाजपा इन राज्यों में सबसे ज्यादा लोकसभा सीट जीतने में कामयाब रहेगी.
छत्तीसगढ़ में नजदीकी मुकाबला- सर्वे
किसे कितने वोट ?
बीजेपी- 39%
कांग्रेस- 40%
अन्य- 21 %
चैनल के सर्वे के मुताबिक छत्तीसगढ़ में कांग्रेस और बीजेपी के बीच कांटे की टक्कर है. दोनों के बीच मात्र एक प्रतिशत वोटों का अंतर है. बीजेपी को 39 प्रतिशत लोग अपना समर्थन जता रहे हैं तो कांग्रेस के हिस्से 40 प्रतिशत लोगों का समर्थन है. सबसे अहम यह है कि अन्य के हिस्से 21 प्रतिशत वोट है.
किसे कितनी सीट ?
कुल सीट- 90
बीजेपी- 33
कांग्रेस- 54
अन्य- 3
सर्वे के मुताबिक छत्तीसगढ़ में लोग सत्ता परिवर्तन चाहते हैं. कांग्रेस 54 सीटों के साथ बहुमत पा सकती है. सर्वे के मुताबिक बीजेपी 33 सीटों पर सिमट सकती है. अर्थात 2013 के नतीजों के नजरिए से देखें तो बीजेपी को 16 सीटों का नुकसान और कांग्रेस को 15 सीटों का फायदा हो रहा है.
छत्तीसगढ़ में सीएम की पसंद कौन ?
रमन सिंह- 34 %
अजीत जोगी- 17%
भूपेश बघेल 9%
सर्वे की माने तो छत्तीसगढ़ में सीएम की पहली पसंद रमन सिंह हैं. उन्हें 34 प्रतिशत लोग सीएम के रूप में अपनी पहली पसंद बता रहे हैं तो अजीत जोगी को 17 प्रतिशत लोग पसंद कर रहे हैं.
लोकसभा चुनाव में किसे कितने वोट ?
बीजेपी- 46%
कांग्रेस- 36%
अन्य- 18 %
चैनल के सर्वे के मुताबिक राज्य में भले लोग कांग्रेस को सत्ता सौंपना चाहते हैं लेकिन केंद्र में वे बीजेपी को भारी समर्थन दे रहे हैं. लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी को 46 प्रतिशत तो कांग्रेस को 36 प्रतिशत लोगों का समर्थन मिलता दिख रहा है. हालांकि 2014 से तुलना करें तो बीजेपी को 3 प्रतिशत का नुकसान हो सकता है. 2014 की तुलना में कांग्रेस को दो प्रतिशत का फायदा होने की संभावनाएं जताई जा रही हैं.
छत्तीसगढ़ में पीएम की पसंद कौन ?
मोदी 56%
राहुल 21%
लोकप्रियता और प्रधानमंत्री पद के रूप में छत्तीसगढ़ के लोगों की पहली पसंद नरेन्द्र मोदी बने हुए हैं. इस मामले में राहुल उनसे मीलों पीछे हैं.
मध्यप्रदेश में सत्ता से बाहर होगी भाजपा- सर्वे
किसे कितने वोट ?
बीजेपी- 40%
कांग्रेस- 42%
अन्य- 18 %
न्यूज चैनल के सर्वे के मुताबिक मध्य प्रदेश में बीजेपी पर कांग्रेस दो प्रतिशत वोट के साथ बढ़त बनाती दिख रही है. अन्य के हिस्से 18 प्रतिशत वोट आने की संभावना है.
किसे कितनी सीट ?
कुल सीट- 230
बीजेपी- 106
कांग्रेस- 117
अन्य- 7
सर्वे के अनुसार मध्य प्रदेश में कांग्रेस की बहुमत के साथ सरकार बन सकती है. 2013 के नतीजों के आधार पर देखें बीजेपी को 59 सीटों का नुकसान हो रहा है.
मध्य प्रदेश में सीएम की पसंद कौन ?
शिवराज सिंह चौहान- 42 %
ज्योतिरादित्य सिंधिया 30%
कमलनाथ 7%
इस सर्वे में मध्य प्रदेश में सीएम के रूप में शिवराज सिंह चौहान ही लोगों की पहली पसंद बने हुए हैं.
लोकसभा चुनाव में किसे कितने वोट ?
बीजेपी- 46%
कांग्रेस- 39%
अन्य- 15 %
विधानसभा चुनाव में भले ही कांग्रेस को बहुमत मिलने की संभावनाएं हैं लेकिन एबीपी न्यूज- सी वोटर सर्वे के मुताबिक लोकसभा चुनाव में लोगों की पहली पसंद बीजेपी है. केंद्र में 46 प्रतिशत लोग बीजेपी को फिर मौका देना चाहते हैं 2014 में बीजेपी को यहां 54 प्रतिशत लोगों का समर्थन मिला. कांग्रेस के लिए अच्छी खबर यह है कि उसे चार प्रतिशत फायदा हो रहा है लेकिन फिर भी बीजेपी काफी आगे है.
मध्य प्रदेश में पीएम की पसंद कौन ?
मोदी 54%
राहुल 25%
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पीएम के रूप में सर्वाधिक लोकप्रिय हैं. राज्य के 54 प्रतिशत लोग पीएम मोदी को दोबारा मौका देना चाहते हैं.
राजस्थान में जाएगी वसुंधरा की सरकार- सर्वे
सर्वे में किसे कितने वोट ?
बीजेपी- 37%
कांग्रेस- 51%
अन्य- 12 %
सर्वे के अनुसार राज्य में सत्ता परिवर्तन की लहर चल रही है. कांग्रेस को 51 प्रतिशत तो बीजेपी को महज 37 प्रतिशत वोट मिलने की संभावना है. अन्य के हिस्से 12 प्रतिशत लोगों का समर्थन है.
किसे कितनी सीट ?
कुल सीट- 200
बीजेपी- 57
कांग्रेस-130
अन्य- 13
सर्वे के मुताबिक राज्य के लोग कांग्रेस को सूबे में सत्ता सौंपना चाहते हैं. सीटों की बात करें तो कांग्रेस को 130 सीटें मिलने की संभावना है. वहीं बीजेपी 57 सीटों पर सिमट सकती है. अन्य के हिस्से 13 सीटें मिलने की संभावना है.
राजस्थान में सीएम की पसंद कौन ?
वसुंधरा- 24 %
अशोक गहलोत- 41 %
सचिन पायलट-18 %
सर्वे के अनुसार कांग्रेस के अशोक गहलोत सीएम के रूप में पहली पसंद हैं. अशोक गहलोत को 41 प्रतिशत तो वसुंधरा राजे को 24 प्रतिशत लोग सीएम के रूप में पसंद कर रहे हैं.
लोकसभा चुनाव में किसे कितने वोट ?
बीजेपी- 47%
कांग्रेस- 43%
अन्य- 10%
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर देखें तो सर्वे के मुताबिक बीजेपी को 47 प्रतिशत तो कांग्रेस को 43 प्रतिशत लोगों का समर्थन मिल सकता है. 2014 से तुलना करें तो बीजेपी को 9 प्रतिशत वोटों का नुकसान हो रहा है तो कांग्रेस को 12 प्रतिशत फायदा हो रहा है.
राजस्थान में पीएम की पसंद कौन ?
मोदी 55%
राहुल 22%
प्रधानमंत्री पद पर राजस्थान में भी लोग नरेंद्र मोदी पर सर्वाधिक भरोसा जता रहे हैं. पीएम मोदी को पीएम के रूप में 55 प्रतिशत लोग देखना चाहते हैं तो राहुल गांधी को 22 प्रतिशत लोगों का समर्थन हासिल हो रहा है.
इस तरह इस सर्वे के आधार पर जहां तीनों राज्यों में भाजपा पिछड़ रही है. उसके हाथ से सत्ता छिटक रही है, वहीं इस सर्वे के आधार पर ये भी कहा जा सकता है कि केन्द्र में अभी भी यहां की जनता नरेन्द्र मोदी को ही प्रधानमंत्री के तौर पर पसंद कर रहे हैं. वहीं छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में जहां कांग्रेस की सरकार बनने के संकेत मिल रहे हैं वहीं अभी यहां मुख्यमंत्री के तौर पर पहली पसंद रमन सिंह और शिवराज सिंह बने हुए हैं. ऐसे में ये सर्वे जमीनी स्तर पर कितना खरा उतरता है ये वक्त ही बताएगा. फिलहाल इसके आधार पर सियासी गलियारे में चर्चा जरूर शुरू हो गई है. छत्तीसगढ़ पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल ने तो इसको लेकर ट्विट भी कर दिया है.
रायपुर (वीएनएस)। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने रायपुर और दुर्ग राजस्व संभागों के सभी शहरों में पेयजल गुणवत्ता की जांच अपनी प्रयोगशालाओं में करवाने का निर्णय लिया है। विभाग ने अपने कार्यपालन अभियंताओं को इन शहरों में नगरीय निकायों की सार्वजनिक जल प्रदाय योजना के तहत लोगों को मिल रहे पानी की क्वालिटी का लगातार परीक्षण करते रहने के निर्देश दिए हैं। पेयजल गुणवत्ता की जांच दोनों संभागों के सभी दस जिलों की दस जिला स्तरीय प्रयोगशालाओं में और ग्यारह उपखण्ड स्तरीय प्रयोगशालाओं में की जाएगी।
इस सिलसिले में विभागीय मंत्री रामसेवक पैकरा के निर्देश पर रायपुर परिक्षेत्र के मुख्य अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा दुर्ग संभाग के जिला - दुर्ग, बालोद, बेमेतरा, राजनांदगांव और कबीरधाम सहित रायपुर संभाग के बलौदाबाजार, गरियाबंद, रायपुर, महासमुंद और धमतरी स्थित अपने कार्यपालन अभियंताओं को परिपत्र जारी किया है। मुख्य अभियंता डॉ. एम.एल. अग्रवाल ने परिपत्र में कहा है कि भिलाई और दुर्ग में डेंगू की बीमारी के फैलाव को देखते हुए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के सचिव ने शहरी क्षेत्रों में नगरीय निकायों द्वारा दिए जा रहे पेयजल की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए कहा है। इसके लिए जिला स्तर और उपखण्ड स्तर पर विभागीय जल परीक्षण प्रयोगशालाओं में पेयजल की निरंतर जांच की जाए। जिन शहरों में पेयजल व्यवस्था सतही जल स्त्रोत पर आधारित है, वहां जल वितरण प्रणाली से दिए जाने वाले पानी में रेसिड्यूल क्लोरिन की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाए और स्वच्छ पानी में क्लोरिन की मात्रा बढ़ाने के लिए भी तत्काल कार्रवाई शुरू की जाए।
परिपत्र में कार्यपालन अभियंताओं से कहा गया है कि पेयजल - परीक्षण की रिपोर्ट संबंधित जिला कलेक्टरों और नगरीय निकायों को नियमित रूप से दी जाए। परिपत्र में कार्यपालन अभियंताओं को ग्रामीण क्षेत्रों में भी पेयजल परीक्षण और शुद्धिकरण नियमित रूप से करते रहने के निर्देश दिए गए हैं। उल्लेखनीय है कि लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के रायपुर परिक्षेत्र के अंतर्गत दस जिला स्तरीय प्रयोगशालाएं - रायपुर, महासमुंद, गरियाबंद, धमतरी, बलौदाबाजार, राजनांदगांव, दुर्ग, कबीरधाम (कवर्धा), बालोद और बेमेतरा में संचालित हैं। इनके अलावा विभाग द्वारा ग्यारह उपखण्ड स्तरीय प्रयोगशालाएं भी संचालित की जा रही हैं। उपखण्ड स्तरीय प्रयोगशालाओं में अभनपुर (जिला-रायपुर), सरायपाली (जिला-महासमुंद), राजिम (जिला-गरियाबंद), नगरी (जिला-धमतरी), भाटापारा (जिला-बलौदाबाजार), छुईखदान और चौकी (जिला-राजनांदगांव), दुर्ग (जिला-दुर्ग), पंडरिया (जिला-कबीरधाम), डौंडी (जिला-बालोद) और साजा (जिला-बेमेतरा) शामिल हैं।
रायपुर.लोक निर्माण और परिवहन मंत्री राजेश मूणत की अध्यक्षता में आज राजधानी रायपुर के सिविल लाईन स्थित नवीन विश्राम भवन में परिवहन अधिकारियों की राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक ली गई. उन्होंने जिलेवार परिवहन कार्यालयों में प्राप्त राजस्व की जानकारी ली और इसमें वृद्धि के लिए अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए. मूणत ने सभी अधिकारियों को वाहन दुर्घटना पर नियंत्रण और यातायात जागरूकता के लिए विशेष अभियान चलाए जाने के संबंध में निर्देशित किया है.
इस दौरान उन्होंने वाहनों में ओवरलोडिंग पाये जाने पर संबंधितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए है. राजेश मूणत ने बताया कि भारत सरकार द्वारा वाहनों की भार क्षमता के संबंध में अधिसूचना जारी की गई है. अधिसूचना में जारी भार क्षमता के आधार पर टैक्स गणना के लिए साफ्टवेयर को 10 अगस्त तक अपडेट सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया है.
परिवहन मंत्री ने राज्य में बेहतर और सुरक्षित यातायात के लिए परिवहन अधिकारियों को संबंधित उपायों पर सही ढंग से अमल सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. उन्होंने विभागीय अधिकारियों वाहन दुर्घटना पर नियंत्रण के लिए वाहनों में नियमित रूप से फिटनेस चेकिंग और उनमें गति सीमा का पालन सुनिश्चित करने भी निर्देशित किया .
है उन्होंने वाहनों में ओवरलोडिंग के खिलाफ राज्य भर में सघन अभियान चलाए जाने के भी निर्देश दिए. इसके तहत ओवरलोडिंग पाये जाने पर संबंधित वाहन का परमिट निरस्त करने आदि के संबंध में निर्देशित किया है. मूणत ने कहा कि राज्य के जिस-जिस क्षेत्र में ओवरलोडिंग की शिकायत ज्यादा है, वहां मौके पर संबंधित विभागीय अधिकारियों को सघन निरीक्षण कर तत्काल आवश्यक कार्रवाई करें. उन्होंने बैठक में परिवहन विभाग को मध्यप्रदेश द्वारा हाल में प्रक्रम यात्री वाहनों के संचालन के संबंध में लागू योजना का अध्ययन भ्रमण कराने और उसके महत्वपूर्ण बिन्दुओं को छत्तीसगढ में भी लागू किए जाने आवश्यक निर्देश दिए. इस अवसर पर परिवहन विभाग के प्रमुख सचिव अमिताभ जैन तथा अपर परिवहन आयुक्त ओ.पी. पाल और जिलों के परिवहन अधिकारी उपस्थित थे.
गरियाबंद. प्रदेश में लगातार हो रही बारिश की वजह कई जिलों में नदी नाले उफान पर चल रहे है. इसी के चलते जिले के सिकासार बांध में छमता से ज्यादा जलभराव होने की वजह से 28 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है. जिसके कारण पैरी नदी का जल स्तर बढ़ गया है. सुबह से ही नेशनल हाइवे के पनटोर के पास जाम लगा हुआ है. नदी में तेज बहाव की वजह से आने वाले 12 घण्टे तक हाईवे बहाल होने की आसार नजर नहीं आ रहे है.
पिछले दो दिनों से जिले के अलग-अलग जगहों पर हो रहे मूसलाधार बारिश से आज थोड़ी राहत मिली थी, कि सुबह से नेशनल हाइवे के जाम ने लोगों की मुसीबत बढ़ा दी है. सुबह 6 बजे से नेशनल हाईवे गरियाबन्द अभनपुर मार्ग के बीच पड़ने वाले पनटोर के पास जाम लगा हुआ है. यंहा पर पैरी व सोंढूर नदी का पानी एक हो जाता है. उधर सिकासार जलाशय का पानी छोड़ने से पैरी का बहाव तेज हो गया. मुख्य धारा के बजाए पनटोर के पास नदी का पानी हाइवे को पार कर गया. सड़क के बीचों बीच 7 फिट से भी ज्यादा पानी भरना शुरू हो गया है. दोनों छोर पर वाहनों की लम्बी कतार लगनी शुरु हो गई है. नदी में बहाव तेज होने की वजह से मौके पर पुलिस पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है. दोनों ओर खड़े यात्रियों को वापस लौटाया जा रहा है.
12 घण्टे नहीं होगा बहाली
87 हजार क्यूसेक से ज्यादा की छमता वाली सिकासार जलाशय लबालब हो गया है. सिचाई विभाग के मुताबिक जलाशय में खतरा को देखते हुए 28 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है. सिकासेर को लेबल पर लाने 12 घण्टे से भी ज्यादा समय लग जायेगा,यानी पैरी का बहाव इस समय तक कम नहीं होगा. जिसके चलते पनटोर पर लगे जाम की स्थिति बहाली होने की सम्भावना नहीं है.
लोगों कि जान जोखिम में फिर भी प्रशासन अनजान
पैरी के बहाव अपने साथ सूखे पेड़ को लेकर आ रही है. इसे निकालने बहाव से लगे गांव के ग्रामीण नदी में छलांग लगाकर लकड़ी बहार निकाल रहे है. इस जोखिम से जिले के कई नदियों में पहले भी जाने जा चुकी है. हालांकि ग्रामीणों के इस हरकत से प्रशासन अनजान है, लेकिन समय रहते ठोस कदम नहीं उठाया गया तो हादसा होने की संभावना बनी रहेगी.
यहां भी आवाजाही है बाधित
हाइवे के अलावा मैनपुर शोभा अड़गडी मार्ग, कुल्हाड़ीघाट, देवभोग के बेलाट नाला, मूंगिया नाला, अमलीपदर के सुखतेल नदी भी पूरी तरह से उफान पर है, जिसके चलते इन इलाकों का सम्पर्क ब्लॉक मुख्यालय से कट गया है.
बाढ़ से पुलिया बही…
जिले में तेज बारिश की वजह से पुलिया बह गई है. यह पुलिया अड़गड़ी गांव के मैनपुर शोभा मार्ग पर बनी हुई है. पुलिया टूटने के बाद नाले में तब्दील हो गया है. पुलिया टूटने की वजह से लोग बीच रास्ते में ही फंसे हुए है. आवागमन पूरी रहत से बाधित हो गया है. यहां तक की जिले के 30 गांव टापू में तब्दील हो गया है.