Owner/Director : Anita Khare
Contact No. : 9009991052
Sampadak : Shashank Khare
Contact No. : 7987354738
Raipur C.G. 492007
City Office : In Front of Raj Talkies, Block B1, 2nd Floor, Bombey Market GE Road, Raipur C.G. 492001
छोटे बच्चे अक्सर बीमार पड़ते हैं. खासकर पांच साल तक के बच्चों में इम्यूनिटी लो होने की वजह से उनमें किसी भी संक्रमण के होने का खतरा अधिक होता है. बच्चे के बार-बार बीमार पड़ने की वजह से माता-पिता परेशान हो जाते हैं और डॉक्टर के यहां चक्कर काटते रहते हैं. लेकिन अगर आप चाहते हैं कि आपका बच्चा अदंर से मजबूत बनें और बीमारियों से बचा रहे तो आप हर दिन उसे दूध के साथ ड्राई फ्रूट्स पाउडर दें. मार्केट में मिलने वाले ड्रिंक पाउडर के मुकाबले ये अधिक शुद्ध और कारगर होता है.
ड्राई फ्रूट्स पाउडर 5 अलग-अलग ड्राई फ्रूट्स और बीजों का एक मिक्चर होता है. ड्राई फ्रूट्स हेल्दी फैट, प्रोटीन, ओमेगा 6 से भरपूर होते हैं, इसलिए यह वजन बढ़ाने और बच्चों में प्रतिरक्षा में सुधार करने में मदद करने के लिए जाने जाते हैं. आइए घर पर ड्राई फ्रूट पाउडर बनाने की रेसिपी जान लेते हैं.
ड्राई फ्रूट्स पाउडर बनाने के लिए सामग्री
ड्राई फ्रूट्स पाउडर बनाने का तरीका
टिप्स
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.
बाल की लंबाई बढ़ाने के लिए हेयर मास्क अपने बहुत इस्तेमाल किए हैं अब आप इस जादुई पत्ती को खाकर देखिए. जिस पत्ती के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं उसकी ग्रेवी वाली सब्जी और चोखा बड़े ही चाव से लोग खाते हैं. हम यहां पर सहजन की पत्ती (Moringa leaves) के बारे में बात कर रहे हैं. इस सब्जी को इंग्लिश में ड्रमस्टिक के नाम से जाना जाता है. इसकी हरी-हरी पत्तियों को रोज रात में सोने से पहले खा लेती हैं तो फिर आपके बाल, काले लंबे और घने हो सकते हैं 1 महीने में. ये 4 जड़ी-बूटियां डिप्रेशन से उबारने में करती हैं मदद, आसानी से मिल जाती हैं बाजार में, आज ही खरीद लाइए
1- असल में सहजन की पत्तियां आयरन (iron for hair) का अच्छा स्त्रोत होती है. वहीं, इसमें विटामिन A, B,C बायोटिन और एमीनो एसिड भी होते हैं, जो हेयर फॉलिकल्स को दुरुस्त रख कोलेजन का उत्पादन करते हैं.
2- कोलेजन बाल और स्किन दोनों की चमक बनाए रखने का काम करता है. आप इनकी पत्तियों को पीसकर लेप बनाकर बालों में लगाते हैं तो फिर आपको स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होगा.
3- आप मास्क बनाकर लगा नहीं पाते हैं तो रोज रात में सोने से पहले इसकी पत्तियां चबा लीजिए. मोरिंगा की पत्तियों का इस तरीके से सेवन बाल की लंबाई तो बढ़ाएगा ही साथ में इन्हें काला भी रखेगा. वहीं, इन पत्तियों को चबाने से स्किन भी चमकदार और बेदाग होती है.
4- वहीं, जिनको हेयरफॉल (how to stop hair fall) हो रहा है उन्हें तो ये पत्तियां जरूर रात में खाकर सोनी चाहिए. यह एक असरदार पत्ती है हेयर फॉल रोकने के लिए. आपको बता दें कि मोरिंगा या सहजन की पत्तियां कैराटीन का भी उत्पादन करती हैं, जो हेयर ग्रोथ के लिए अच्छा माना जाता है.
5- आप मोरिंगा की पत्तियों को पीसकर पेस्ट बना लीजिए, फिर इसमें एसेंशियल ऑयल में मिला लीजिए. इसके बाद बालों में अप्लाई करिए. यह आपके बाल मुलायम तो करेगा ही साथ ही काले और घने भी होंगे. तो आज से इस नुस्खे को अपनाना शुरू कर दीजिए, फिर देखिए इसका कमाल बालों में.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.
आपने विटामिन A, B, C, D, E और K के बारे में तो सुना होगा, लेकिन क्या आपने कभी 'विटामिन पी' के बारे में सुना है। दरअसल विटामिन P फाइटो न्यूट्रिएंट्स होते हैं, जो एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर माने जाते हैं। बाकी विटामिन्स की तरह ही विटामिन पी के भी बहुत फायदे हैं।
फलों, सब्जियों, चाय, कोको और वाइन में कई प्रकार के फ्लेवोनोइड पाए जाते हैं। फ्लेवोनोइड्स को बायोफ्लेवोनोइड्स के रूप में भी जाना जाता है। पहली बार जब 1930 में वैज्ञानिकों ने पहली बार संतरे से फ्लेवोनोइड्स को निकाला, तब उन्हें एक नए प्रकार का विटामिन माना गया। इसलिए उन्हें विटामिन P नाम दिया गया। इस नाम का अब उपयोग नहीं किया जाता है, क्योंकि फ्लेवोनोइड विटामिन नहीं हैं। फ्लेवोनोइड्स पौधों में मौजूद होते हैं।
फ्लेवोनोइड्स हमारे ब्रेन की कोशिकाओं की रक्षा कर सकते हैं और ब्रेन हेल्थ को बढ़ावा दे सकते हैं। फ्लेवोनोइड्स वाली डाइट का सेवन करने से टाइप 2 डायबिटीज का खतरा कम हो सकता है। प्रतिदिन 300 मिलीग्राम फ्लेवोनोइड के सेवन से डायबिटीज का खतरा 5% कम हो सकता है।
फ्लेवोनोइड्स यानी विटामिन पी वाले फूड्स खाने से ब्लड वेसल्स अच्छी तरह काम करता है। यह दिल की सेहत का अच्छी तरह ख्याल रखता है। इसके सेवन से हार्ट की बीमारियों का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है।
विटामिन पी एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करता है! यह शरीर को फ्री रेडिकल्स के नुकसान से बचा सकता है। इससे सेल्स डैमेज नहीं होता है और इम्यून सिस्टम मजबूत बनता है। जिससे शरीर बीमारियों से लड़ने लायक बनता है।
एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होने के चलते विटामिन पी शरीर में इंफ्लेमेशन को कम करता है। विटामिन पी से एलर्जी, अस्थमा और अर्थराइटिस जैसी बीमारियों में आराम मिल सकता है।
आंखों के लिए लाभकारी
विटामिन पी के फूड्स खाने से आंखों की ब्लड वेसल्स को फायदा पहुंचता है। इससे हेल्दी ब्लड वेसल्स तैयार होते हैं। इससे आंखों की कई समस्या खत्म होती है और विजन में सुधार होता है।
- खट्टे फल संतरा, नींबू और आंवला
- डार्क चॉकलेट
- रास्पबेरी, ब्लूबेरी, ब्लैकबेरी और स्ट्रॉबेरी
- सेब में पाया जाने वाला क्वेरसेटिन फ्लेवनॉन विटामिन पी का अच्छा स्रोत है।
- ग्रीन टी में विटामिन पी मिलता है।
- हरी और पत्तेदार सब्जियां जैसे केल, पालक और ब्रोकली में विटामिन पी मिलता है।
Gobhi se Keede Kaise Nikale: अक्सर पत्तागोभी, फूलगोभी, ब्रोकली जैसी सब्जियों के अंदर कई पतले से धागे जैसे कीड़े पाए जाते हैं, जो सब्जियों को सड़ाने के साथ अगर पकाते हुए पेट के अंदर पहुंच जाएं तो आपको भी अंदर से खोखला बना सकते हैं।
पत्तागोभी में लगे कीड़े निकालने का उपाय
पत्ता गोभी में टेव वर्म (कीड़ा) होता है जो खाने पर दिमाग में पहुंच जाता है। विशेषज्ञों के अनुसार, बंदगोभी और पत्ता गोभी में कीड़ा इतना पतला और छोटा होता है कि देखा नहीं जा सकता। गोभी के कीड़े की रेजिस्टेंस पावर ज्यादा होती है। ये पेट में पाए जाने वाले एसिड व एंजाइम से भी नहीं मरता। अगर तापमान पानी के उबाल जितना भी हो जाए, तो भी यह जिंदा रहता है। ये दिमाग पर ही वार करता है। इलाज में देरी के वजह से पूरे शरीर को लकवा मार सकता है। पत्तागोभी काटते समय इसकी ऊपरी एक-दो परत आप हटा दें। वैसे भी ये सूखे और गंदे होते हैं। आप इसे काटकर हल्दी वाले गुनगुने पानी में डुबाकर थोड़ी देर के लिए छोड़ दें।
15 मिनट बाद दूसरे बर्तन में निकाल कर सादे पानी से 1-2 बार साफ कर लें। पत्तागोभी पूरी तरह से साफ हो जाएगी। कीड़े के साथ गंदगी भी निकल जाएगी।
बिना काटे फूलगोभी से कीड़ों को निकालना नामुमिकन है। इसलिए इसे काटना बहुत जरूरी होता है। ऐसे में इसमें छिपे कीड़ों को निकालने के लिए फूलगोभी को काटकर या तोड़कर कई टुकड़ों में कर लें। अब एक बर्तन में पानी और आधा चम्मच नमक डालकर गोभी को इसमें भिगोकर उबालने के लिए डाल दें। इसके बाद 10 से 15 मिनट के लिए छोड़ दें। इसमें छिपे कीड़े बाहर निकल आएंगे। इसी तरह आप ब्रोकली में छिपे कीड़ों को भी बाहर निकाल सकते हैं।
साग से ऐसे निकाले कीड़े
यदि आप पालक, सरसों आदि का साग बनाने वाले हैं तो इन्हें नमक वाले पानी में डालकर रख दें। 10-15 मिनट रखने के बाद सादे पानी से दो से तीन बार जरूर धो लें।
बारिश में न खाएं
कीड़ों के कारण बारिश के मौसम में पत्तेदार सब्जियों को खाने के लिए सख्त माना किया जाता है। लेकिन फिर भी आप इन्हें खाने का प्लान कर रहे हैं, तो पहले इसे अच्छी तरह से साफ कर लें। इसके लिए एक बर्तन में हल्दी और पानी को मिलाएं और उसमें पत्तों को अलग-अलग करके भिगो दें। 10 मिनट बाद साफ पानी से धोकर यूज कर लें।