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सरकारी लैब भी मानक पर खरी नहीं हैं। देश में सालाना दो लाख करोड़ रुपए का दवा कारोबार है। कितनी कंपनियां, कितनी तरह की और कितनी दवा देश में बना रही हैं इसका कोई आधिकारिक और सही आंकड़ा देश में उपलब्ध नहीं है। सिर्फ अनुमान के आधार पर इसकी जानकारी दी जाती है, क्योंकि लाइसेंस देने का काम राज्यों के ड्रग्स रेगुलेटर के पास है। नई दवा की इजाजत देने का काम सीडीएससीओ के पास है। एक अनुमान के मुताबिक, देश में पांच हजार से अधिक दवा कंपनियां हैं और करीब डेढ़ लाख तरह की दवाइयां और इंजेक्शन बन रहे हैं।
::/fulltext::पिछली जेब में रखा पर्स आपको दे सकता है दर्द - ऐसे बचें इस परेशानी से
::/introtext::माना जाता है कि जिसका पर्स जितना ज्यादा मोटा होगा, उसका रूतबा उतना ही बड़ा होगा। लोग छोटे से वॉलिट (पर्स) में रुपयों के अलावा क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, विजिटिंग कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, आईडी प्रूफ और न जाने क्या-क्या चीजें रखकर पिछली जेब में डालकर निकल पड़ते हैं... लेकिन रुकिए, क्या आप जानते भी हैं कि आप अपनी पैंट की पिछली जेब में रखे इस पर्स से कितनी गंभीर परेशानियों को बुलावा दे रहे हैं? डॉक्टरों की मानें तो पिछली जेब में आराम फरमा रहा यह पर्स हमारे शरीर को कई तरह से नुकसान पहुंचा सकता है...
सोसायटी फॉर अल्जाइमर ऐंड एजिंग रिसर्च के जनरल सेक्रेटरी धिकव बताते हैं कि पिछली जेब में रखा हुआ भारी-भरकम और मोटा पर्स आपके हिप जॉइंट और कमर के निचले हिस्से में दर्द पैदा करता है। कुल्हे की एक नस होती है जिसे साइटिका कहते हैं। जब पिछली जेब में पर्स रखकर हम ज्यादा देर तक बैठते हैं तो साइटिका नस दब जाती है। इसके दबने से हिप जॉइंट और कमर के निचले हिस्से में दर्द शुरू होता है जो बढ़ते-बढ़ते पंजे तक पहुंच जाता है। इसे आम भाषा में पैर का सुन्न हो जाना या पैर का सो जाना कहते हैं लेकिन साइंस की भाषा में इसे शूटिंग पेन कहा जाता है।
जब रोजाना इस तरह का दर्द होने लगे तो इसे पिरिफोर्मिस सिंड्रोम कहा जाता है। पिछली जेब में मोटा पर्स रखने की वजह से कूल्हा एक तरफ झुका रहता है जिसकी वजह से रीढ़ की हड्डी पर और ज्यादा दबाव पड़ता है। सीधे बैठने के बजाय कमर के निचले हिस्से में इंद्रधनुष जैसा आकार बन जाता है। पर्स जितना ज्यादा मोटा होगा, शरीर उतना ज्यादा एक तरफ झुकेगा और उतना ही ज्यादा दर्द होगा। मोटा पर्स रखने से रीढ़ की हड्डी में टेढ़ापन आ सकता है और यदि रीढ़ की हड्डी में पहले से कोई दिक्कत है तो परेशानी ज्यादा बढ़ सकती है।
डॉ धिकव का कहना है कि इस तरह की सबसे ज्यादा समस्या कोचिंग स्टूडेंट्स को होती है क्योंकि वह पिछली जेब में पर्स डालकर 8-8 घंटे तक क्लासेज में बैठे रहते हैं। हमारे पास इस तरह के एक महीने में कम से कम 20 से 25 मरीज आते हैं। कॉलेज स्टूडेंट्स में इसे लेकर ज्यादा खतरा नहीं होता और वो इसलिए क्योंकि वह ज्यादातर समय क्लास के बाहर ही बिताते हैं। वह ज्यादा देर तक बैठते नहीं हैं जबकि उनकी तुलना में कोचिंग स्टूडेंट्स कई घंटे तक बैठे रहते हैं।
कालरा अस्पताल के डॉ आर एन कालरा बताते हैं कि यह परेशानी नौजवानों, ओवर वेट और लंबे समय तक बैठने वालों में पाई जा रही है और इसके शिकार लोगों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। हालांकि सही इलाज लेने से यह समस्या ठीक हो जाती है लेकिन कहीं न कहीं यह समस्या रीढ़ की हड्डी को कमजोर कर देती है इसलिए हम अस्पताल आने वाले लोगों को यही सलाह देते हैं कि कभी भी पर्स को पिछली जेब में न रखें।
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गर्मियों में हाइड्रेट करने के साथ वजन भी कंट्रोल करेंगे ये फूड्स
::/introtext::गर्मी से परेशान हैं? गर्मी से निपटने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप ऐसी चीजें खाएं जो कि न सिर्फ आपको ठंडक पहुंचाएं, हाइड्रेट रखें और आपका वजन भी कम करें। यहां हैं एक्सपर्ट्स के दिए हुए कुछ सुझाव, जिन्हें अपनाकर आप यह टारगेट अचीव कर सकते हैं।
सेक्स से जुड़ी इन आदतों से शादीशुदा जिंदगी होगी खुशहाल
::/introtext::इसमें कोई शक नहीं कि सभी शादीशुदा लोगों की सेक्स लाइफ बेहद एक्साइटिंग नहीं होती है। कुछ लोगों की मैरिड लाइफ इतनी अच्छी होती है कि दूसरे लोग उनसे ईर्ष्या करने लगते हैं जबकि दूसरे कपल्स जिंदगी में प्यार और खुशी की तलाश में ही जुटे रहते हैं। अगर आप यह सोच रहे हैं कि वह कौन सी चीज है जिससे कपल्स अपनी लव लाइफ को हमेशा शानदार बनाए रखते हैं तो हम आपको बता रहे हैं सेक्स से जुड़ी वे आदतें जिससे आपकी शादीशुदा जिंदगी भी हमेशा खुशहाल बनी रहेगी...अगर आप बोरियत और नीरसता को अपने बेडरूम से दूर रखना चाहते हैं तो आपको नई चीजें ट्राई करने से परहेज नहीं करना चाहिए। फिर चाहे सेक्स पोजिशन्स को लेकर एक्सपेरिमेंट करना हो या फिर ट्रेडिंग सेक्स टॉयज का इस्तेमाल करना बहुत से कपल्स अपनी शादीशुदा जिंदगी में सिर्फ इस वजह से नीरसता का सामना करते हैं क्योंकि वे नई चीजों को लेकर एक्सपेरिमेंट नहीं करना चाहते।अगर दोनों पार्टनर वर्किंग हैं तो एक दूसरे के लिए समय निकालना बेहद मुश्किल हो जाता है इसमें कोई शक नहीं है। ऑफिस में दिनभर की थकान के बाद किसी के पास इतनी ऊर्जा नहीं बचती कि वे पार्टनर के साथ प्यार भरी बातें करें। हालांकि वैसे मैरिड कपल्स जिनकी सेक्स लाइफ बेहद एक्साइटिंग होती है वे हमेशा एक दूसरे के लिए और सेक्स के लिए समय निकाल ही लेते हैं, फिर चाहे वे कितने ही थके हुए क्यों न हों।ऐसे बहुत कम लोग होते हैं जिन्हें सरप्राइज पसंद नहीं आता। कई बार बहुत सी शादियां सिर्फ इस वजह से कमजोर पड़ जाती हैं क्योंकि पार्टनर और उनकी आदतें बेहद नीरस हो चुकी होती हैं। ऐसे में सरप्राइज आपके रिश्ते को बचा सकता है। यह सरप्राइज कुछ भी हो सकता है... अनप्लान्ड वीकेंड ट्रिप, डिनर डेट या कोई प्यारा सा गिफ्ट। इस तरह के छोटे-छोटे सरप्राइज के जरिए पार्टनर यह सोचने पर मजबूर हो जाता है कि अब बेड में और क्या सरप्राइज मिलने वाला हैखुशहाल शादीशुदा जिंदगी बिताने वाले ज्यादातर कपल्स एक दूसरे की पसंद नापसंद के बारे में अच्छी तरह से जानते हैं। अगर पति को एक्सपेरिमेंटल सेक्स पसंद है तो पत्नी की यह कोशिश रहती है कि वह पति की फैंटसी को पूरा करे। अगर पत्नी को फोरप्ले पसंद है तो पति भी इस बात का पूरा ध्यान रखता है कि सेक्स से पहले पत्नी को संतुष्ट किया जाए। हेल्दी रिलेशनशिप के लिए यह जरूरी है कि दोनों पार्टनर संतुष्ट हों।
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