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खास बातें
नई दिल्ली: कर्नाटक में सियासी घमासान (Karnataka Political Crisis)अब गुरुग्राम तक पहुंच गया है. बुधवार को कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने गुरुग्राम के उस होटल के बाहर प्रदर्शन किया जहां बीजेपी (BJP)के 104 विधायकों को रखा गया है. राज्य में चल रही राजनीतिक उथल-पुथल के बीच कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन (Kumaraswamy Govt) का आरोप है कि बीजेपी (BJP) राज्य में सत्ता परिवर्तन (Karnataka Political Crisis)के लिए उनके विधायकों को तोड़ने की कोशिश में जुटी है. बता दें कि बीते कुछ दिनों से कांग्रेस के पांच विधायक लापता है. कुछ दिन पहले उनके मुंबई में होने की बात सामने आई थी. कर्नाटक में हर दिन बदलते राजनीति (Karnataka Political Crisis) हालात के बीच राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने सोमवार को कांग्रेस पर उनके विधायकों को तोड़ने की कोशिश करने का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की सरकार उनके विधायकों को मंत्री बनाने का लालच दे रहे हैं.
Karnataka Political Crisis Live Updates:
- सूत्रों के मुताबिक़ दो निर्दलीयों को छोड़ और 9 विधायक हैं जो बीजेपी के संपर्क में हैं.जिनमें 4 बाग़ी विधायक आज मुंबई पहुंच सकते हैं. इससे पहले मंगलवार को दो विधायकों ने कांग्रेस-जेडीएस सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया.
- जिन दो विधायकों ने विधानसभा स्पीकर को अपना इस्तीफ़ा भेजा, उनमें केपीजेपी के विधायक और कर्नाटक के पूर्व वन पर्यावरण मंत्री आर शंकर और निर्दलीय एच नागेश शामिल हैं.
- दूसरी ओर कांग्रेस-जेडीएस सरकार कह रही है कि सरकार को कोई ख़तरा नहीं है. कांग्रेस ने मुंबई के होटल में रूके अपने तीनों विधायकों को जल्द वापस बेंगलुरु लौटने को कहा है.
- इस पूरे मामले पर कांग्रेस के नेता एचके पाटिल ने कहा कि दो निर्दलीय विधायकों का समर्थन वापस लेने का हमारी सरकार पर कोई असर नहीं पड़ेगा. यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि बीजेपी गैर-जिम्मेदाराना राजनीति कर रही है.
- महाराष्ट्र के जल संरक्षण, प्रोटोकॉल और ओबीसी मंत्री राम शिंदे ने किया था. उन्होंने मीडिया से कहा था कि कर्नाटक की जनता ने (2018 में) भाजपा के समर्थन में जनादेश दिया था, लेकिन हम (सरकार बनाने से) कुछ अंकों से कम रह गये. चूंकि कांग्रेस-जद(एस) गठबंधन अस्थिर है, ऐसे में संकेत हैं कि (कुमारस्वामी) सरकार दो दिन में गिर जाएगी.'
खास बातें
नई दिल्ली: अगस्त 2019 से दिल्ली में वाहन चालकों को सावधान हो जाना होगा. इस माह से वाहन मालिक के मोबाइल पर चालानआएंगे. कैमरे वाहनों पर नजर रखेंगे. अगर दिल्ली में वाहन चलाने के दौरान ट्रैफिक के नियम तोड़े तो आने वाले वक्त में बच नहीं पाएंगे. अगस्त 2019 तक दिल्ली में इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम लागू हो जाएगा. यानी शहर के ट्रैफिक सिस्टम को ऐसी तकनीक से लैस कर दिया जाएगा कि कोई भी ट्रैफिक का नियम तोड़ेगा तो उसका बचना मुश्किल होगा.
दिल्ली पुलिस की सालाना प्रेस वार्ता में ट्रैफिक पुलिस के स्पेशल कमिश्नर ताज हसन ने बताया कि अगर कोई रेड लाइट जम्प करता है तो उसका चालान जुलाई 2019 से 3 डी राडार पर आधारित रेड लाइट वॉयलेशन डिटेक्शन कैमरा करेगा, जो ऑटोमेटिक चालान करेगा और चालान सीधा रेड लाइट जम्प करने वाले के मोबाइल पर भेजेगा. ऐसे 96 कैमरे 24 मुख्य जंक्शनों पर लगाए जाएंगे. ये कैमरे अपने आप तस्वीर लेंगे और चालान करेंगे.इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम रात के अंधेरे में भी काम करेगा.
शहर में वाहनों में ओवरस्पीड एक बड़ी समस्या है. इससे निपटने के लिए गेन्ट्री माउंटेड राडार बेस्ड ओवर स्पीड डिटेक्शन सिस्टम 100 जगहों पर लगाया जाएगा. इसमें लगे कैमरे एक साथ कई वाहनों की स्पीड डिटेक्ट कर सकते हैं. सिस्टम ओवरस्पीड चलने वालों का चालान अपने आप काटकर सीधा उनके मोबाइल पर एसएमएस के जरिए भेज देगा.
यह प्रोजेक्ट 27 करोड़ का है जो जुलाई 2019 में शुरू हो जाएगा. इसी तरह ओवर स्पीड से चलने वालों के लिए 55 स्पीड गंस भी आ रही हैं जो पोर्टेबल माउंटेड राडार से जुड़ी होंगी और अपने आप चालान काटेंगी. चालान एसएमएस के जरिए पहुंच जाएगा. यह प्रोजेक्ट मार्च 2019 से शुरू हो जाएगा.
ट्रैफिक पुलिस के अधिकारियों के मुताबिक आईटीएमएस यानी इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम अगस्त 2019 से लागू हो जाएगा. इसका एप्रूवल गृहमंत्रालय से आ गया है. इसके लिए कंसल्टेंट भी हायर किए जा रहे हैं. यानी अगस्त 2019 से ट्रैफिक पुलिस भी मॉडर्न हो जाएगी और ट्रैफिक सिस्टम पूरी तरह से तकनीक पर आधारित होगा.
खास बातें
नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री (Delhi CM) और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) की बेटी को अगवा करने की धमकी देने वाले को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने विकास नाम के एक शख्स को अपनी हिरासत में लिया है. विकास मूल रूप से बिहार के मोतीहारी का रहने वाला था, उसे पुलिस ने रायबरेली से हिरासत में लिया है. बताया जा रहा है कि वह दिल्ली में रहकर एसएससी एग्जाम की तैयारी कर रहा था. उसने अपने पर्सनल मेल से अरविंद केजरीवाल के आधिकारिक ई-मेल पर धमकी भेजी थी. धमकी 9 जनवरी को भेजी गई थी, जिसमें अरविंद केजरीवाल को कहा गया था कि अपनी बेटी को बचा सकते हो तो बचा लो. हम उसे अगवा कर लेंगे.
धमकी मिलने के बाद दिल्ली पुलिस ने केजरीवाल की बेटी हर्षिता केजरीवाल की सुरक्षा बढ़ा दी थी. हर्षिता की सुरक्षा में पीएसओ की तैनाती की गई है. इस मामले की जांच दिल्ली पुलिस की साइबर सेल को सौंप दी गई थी. सूत्रों ने मुताबिक मुख्यमंत्री कार्यालय को नौ जनवरी को एक गुमनाम ईमेल मिला, जिसे दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक को भेज दिया गया.
बता दें, यह पहला मौका नहीं है जब अरविंद केजरीवाल को इस तरह की धमकी दी गई हो, इससे पहले भी उन्हें धमकियां मिलती रही हैं. साथ ही उन पर भी हमला किया जा चुका है. अरविंद केजरीवाल की बेटी हर्षिता ने दिल्ली के आईआईटी कॉलेज से पढ़ाई की है. अरविंद केजरीवाल खुद भी आईआईटी से पढ़ाई कर चुके हैं.