Owner/Director : Anita Khare
Contact No. : 9009991052
Sampadak : Shashank Khare
Contact No. : 7987354738
Raipur C.G. 492007
City Office : In Front of Raj Talkies, Block B1, 2nd Floor, Bombey Market GE Road, Raipur C.G. 492001
गांधीनगर। गुजरात में भारी से अति भारी वर्षा का दौर जारी है और कई इलाकों में जलजमाव के बीच सेना और एनडीआरएफ की टीमें बचाव कार्य में जुटी हैं। वर्षा जनित घटनाओं में रविवार को कम से कम 3 लोगों की मौत हो गई है। सेना ने नवसारी के बिलिमोरा और गणदेवी के 2 स्थानों से पानी के बीच फंसे 35 से अधिक लोगों को हेलीकॉप्टर के जरिए निकाला है।
शाम छह बजे तक राज्य के 28 जिलों के 146 तालुका में वर्षा दर्ज की गई जिसमें से सर्वाधिक 270 मिमी सूरत के उमरपाड़ा में हुई है जहां शनिवार को भी 416 मिमी की सर्वाधिक वर्षा दर्ज की गई थी। इस तरह से पिछले 36 घंटे में वहां लगभग 700 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। वर्षा जनित घटनाओं में आज कम से कम 3 लोगों की मौत हुई है।
भरूच जिले के वागरा तालुका के नादिडा गांव में वर्षा के बीच एक घर की दीवार गिर जाने से 3 सगी बहनों की मौत हो गई। मौसम विभाग ने दक्षिण गुजरात के ऊपर मौजूद 2 निम्न दबाव के क्षेत्रों के प्रभाव से आगामी 4 दिनों में भी भारी वर्षा की चेतावनी दी है। दक्षिण तथा मध्य गुजरात के नवसारी, वलसाड, सूरत, वडोदरा, छोटा उदेपुर, भरूच, नर्मदा आदि में सैकड़ों लोगों को स्थानांतरित किया गया है।
सेना ने नवसारी के बिलिमोरा और गणदेवी के 2 स्थानों से पानी के बीच फंसे 35 से अधिक लोगों को हेलीकॉप्टर के जरिए निकाला है। राज्य के विभिन्न बांधों और जलाशयों तथा नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। नर्मदा पर बने सरदार सरोवर बांध के जल स्तर में भी 80 सेमी से अधिक की बढ़ोतरी हुई है। पूर्णा, कावेरी, औरंगा, अंबिका, कोलक, विश्वामित्री, पार, ढाढर आदि नदियों का जल स्तर बढ़ जाने से इनके किनारे के इलाकों को सतर्क कर दिया गया है।
ज्ञातव्य है कि वर्षा के दौर के बीच राज्य में कुल मानसूनी वर्षा का औसत अब 60 प्रतिशत के निकट पहुंच गया है। रविवार सुबह 6 बजे समाप्त हुए 24 घंटे के दौरान कुल 33 में से 32 जिलों के 188 तालुका में वर्षा हुई थी, जिसमें सर्वाधिक 416 मिमी उमरपाड़ा में थी। 39 तालुका में 100 मिमी अथवा इससे अधिक तथा 14 में 200 मिमी अथवा अधिक वर्षा हुई थी। आणंद के खंभात में 385 मिमी, सूरत के ओलपाड में 325 मिमी, डांग के वघई में 304 मिमी, सूरत के मांगरोल में 278 मिमी वर्षा हुई थी।
बाढ़ प्रभावित वडोदरा में 101 मिमी वर्षा दर्ज की गई थी। भारी वर्षा और जलजमाव के कारण रेल यातायात भी प्रभावित हुआ है। कई ट्रेनों को रद्द किया गया है, जबकि कई अन्य को परिवर्तित मार्ग से चलाया जा रहा है। सड़क यातायात पर भी प्रतिकूल असर पड़ा है।
रायपुर। छत्तीसगढ़ में मानसून सक्रिय होने से शुक्रवार को कई हिस्सों में जमकर बारिश हुई है. राजधानी में भी पिछले दो दिन से बादल छाए हुए है. पूरे दिनभर रुक-रुककर बारिश हो रही है. जिससे तापमान में भी गिरावट आई है. वहीं बस्तर संभाग में पिछले सात दिनों से लगातार बारिश हो रही है. जिससे कई गांव टापू में तब्दील हो गए हैं. बंगाल की खाड़ी में हलचल से अगले 24 घंटों तक कुछ स्थानों में अभी भी भारी बारिश की चेतावनी मौसम विभाग ने दी है. वहीं रायपुर में भी शाम तक गरज-चमक के साथ हल्की और मध्यम बारिश के आसार हैं.
मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्र ने बताया कि एक मानसून द्रोणिका अनूपगढ़, नरनॉल, आगरा,सीधी, अंबिकापुर संबलपुर,पारादीप होते हुए पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी तक समुद्र की सतह से 1.5 कि.मी.की ऊंचाई पर गुजर रही है. जबकी एक अन्य चक्रवाती घेरा तटीय ओड़िशा के आसपास स्थित है. जिसके चलते प्रदेश के एक दो स्थानों पर भारी बारिश और एक दो स्थानों पर मध्यम बारिश के आसार है.
::/fulltext::देशभर में भारी बारिश का दौर जारी है। देश के अधिकतर राज्य बारिश की चपेट में हैं। बिहार बाढ़ से जूझ रहा है तो दिल्ली में रुक रुक कर बारिश हो रही है। गुजरात के कई शहरों में बुधवार को भारी बारिश हुई। देश के कई राज्यों में बारिश का दौर जारी है। आज मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र समेत 6 राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
खबरों के मुताबिक, मौसम विभाग ने गुरुवार को मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र समेत 6 राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। कोंकण, गोवा, महाराष्ट्र, गुजरात के अलावा हिमाचल और राजस्थान में भारी बारिश हो सकती है। उमसभरी गर्मी के बीच गुरुवार से दिल्ली का मौसम एक बार फिर करवट ले लेगा। बादलों एवं बारिश का दौर भी दोबारा शुरू होगा और सुहावने मौसम का भी।
यह दौर अगले तीन दिनों तक बने रहने के आसार हैं। इसके साथ ही कहीं हल्की तो कहीं मध्यम स्तर की बारिश भी हो सकती है। हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। बुधवार को हुई बारिश के कारण हुए भूस्खलन से प्रदेश में 309 सड़कों पर यातायात ठप हो गया। कई जगह लोगों के घरों में पानी व मलबा भर गया।
महाराष्ट्र और बिहार में बाढ़ की स्थिति बनी है जो लोगों के लिए विनाशकारी साबित हो रही है, वहीं देश के कुछ हिस्से ऐसे भी हैं जहां बारिश की बूंदें लोगों को तरबतर नहीं कर सकी हैं। झारखंड की राजधानी रांची समेत अन्य जिलों का हाल यह यह है कि बीते एक हफ्ते से यहां भगवान सूर्य का दर्शन तक नहीं हुआ है। बादलों की ओट में छिपे सूरज की लुकाछिपी के बीच झारखंड में कम वर्षापात का अंतर पहले के मुकाबले काफी कम हो गया है।
अगले पांच दिनों तक झारखंड के कई हिस्सों में अच्छी बारिश की संभावना जताई गई है। वडोदरा में बुधवार दोपहर 2 से शाम 6 बजे तक 4 घंटे में 18 इंच बारिश होने से बाढ़ जैसे हालात बन गए। वडोदरा में गुरुवार को भारी बारिश और जलभराव के कारण लोगों को निचले इलाके से हटने के लिए कहा गया है। हो रही बारिश के बाद सड़कों में जलभराव हो गया है।
एनडीआररएफ की टीम ने एक हजार लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। वडोदरा में बारिश ने 35 साल का रिकॉर्ड तोड़ा। रेल ट्रैफिक ठप होने के कारण कई ट्रेनें भी रद्द करनी पड़ीं। गुजरात सरकार ने प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि जरूरत पड़े तो निचले हिस्सों में बसे लोगों को बाहर निकाला जाए। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने बुधवार देर शाम समीक्षा बैठक बुलाई।