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मौसम विभाग ने नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, अोडिशा, कोंकड़ और गोवा, छत्तीसगढ़ और कर्नाटक के कुछ इलाकों में आज भारी से अति भारी बारिश की आशंका जताई है.
नई दिल्ली : दिल्ली में कई स्थानों पर झमाझम बारिश हुई. इससे उमस से थोड़ी राहत मिली. शहर में अधिकतम तापमान मौसम के औसत से दो डिग्री अधिक 36.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि न्यूनतम तापमान 28.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि आर्द्रता का स्तर 58 प्रतिशत से 91 प्रतिशत के बीच दर्ज किया गया. उन्होंने बताया कि शहर में सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे के बीच 5.3 मिलीमीटर बारिश हुई. दिल्ली में आज भी हल्की बारिश और गरज के साथ छीटें पड़ने की संभावना है.
दूसरी तरफ मौसम विभाग ने नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, अोडिशा, कोंकड़ और गोवा, छत्तीसगढ़ और कर्नाटक के कुछ इलाकों में आज भारी से अति भारी बारिश की आशंका जताई है. दूसरी तरफ, बाढ़ की त्रासदी से जूझ रहे केरल में भी आज भारी बारिश की आशंका है. असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, विदर्भ, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों, तेलंगाना और तमिलनाडु में भी आज भारी बारिश होने की आशंका है.
आपको बता दें कि केरल में बाढ़ ने तबाही मचा रखी है. भारी बारिश, लैंडस्लाइड और बाढ़ की वजह से स्थिति हर बीतते दिन के साथ स्थिति और खराब होती जा रही है. इस तबाही में अभी तक 324 लोगों की मौत की खबर है. एक दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाढ़ की विभीषिका की समीक्षा करने के बाद केरल को तत्काल 500 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता देने की घोषणा की थी. प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में बताया कि मोदी ने सभी मृतकों के परिजन को दो-दो लाख रुपये की सहायता राशि और गंभीर रूप से घायल लोगों को 50-50 हजार रुपये प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से भी देने की घोषणा की है.
::/fulltext::मौसम विभाग के मुताबिक अगस्त में चार-पांच सिस्टम बनते हैं, अभी एक ही सिस्टम बना है
रायपुर। प्रदेश में लंबे इंतजार के बाद अब कहीं जाकर बादलों की मेहरबानी हुई है, ये जमकर बरस रहे हैं। बीते 36 घंटे से लगातार समूचे प्रदेश में कहीं ज्यादा, कहीं कम बारिश हो रही है। पूर्वानुमान है कि आने वाले 24 घंटे में भी अच्छी बारिश होगी। इसके बाद मौसम खुलेगा, लेकिन 11-12 अगस्त तक एक और सिस्टम सक्रिय हो रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक अगस्त में चार-पांच सिस्टम बनते हैं, अभी एक ही सिस्टम बना है इसलिए उम्मीद है कि अगस्त में औसत बारिश का आंकड़ा छू जाएगा।
मंगलवार दोपहर 2 बजे से मौसम अचानक बदला, बादल घिरे और बरसात शुरू हो गई। राजधानी रायपुर में मंगलवार-बुधवार दरमियानी रात बारिश हुई, बुधवार की सुबह से रात तक रुक-रुककर अच्छी बारिश होती रही। मौसम वैज्ञानी एचपी चंद्रा के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में बना सिस्टम पूर्वी छत्तीसगढ़ से होता हुआ पश्चिम छत्तीसगढ़ के रास्ते मध्यप्रदेश की तरफ बढ़ रहा है। गुरुवार को रायपुर, दुर्ग और राजनांदगांव में अच्छा बरसात होगी। बता दें कि सोमवार तक के आंकड़े के मुताबिक प्रदेश के बांध 30-40 फीसद ही भर पाएं हैं।अभी अगस्त के पूरे 22 दिन हैं, सभी सिस्टम प्रबल बनेंगे तो बांध भर जाएंगे और किसानों को भी राहत मिलेगी।
इन जिलों में जमकर बरसे बादल
धमतरी- 98.2, जांजगीर- 73.0, रायगढ़- 77.0, बस्तर 95.6, कोंडागांव- 155.5, दंतेवाड़ा 120, बीजापुर 108.0 (बारिश मिली मीटर में)
इन जिलों में सूखी जैसी स्थिति-
जिला- औसत से कितनी कम बारिश
बलरामपुर- 55
गरियाबंद- 24
कोंडागांव- 23
कोरबा- 23
कोरिया- 23
राजनांदगांव- 25
इन जिलों अधिक बारिश हो चुकी है- बेमेतरा, बीजापुर, सुकमा।
जलभराव की समस्या जस की तस- शहर में ड्रेनेज सिस्टम न होने की वजह से जलभराव की समस्या जस की तस है। शासन-प्रशासन के जिम्मेदार अफसरों ने पूरी बरसात में कभी जलभराव वाले क्षेत्रों का दौरा तक नहीं किया। लोगों ने रातें जागकर काटीं, लेकिन इनकी समस्या जानने कोई नहीं आया। बूढ़ापारा, लोधीपारा, मेडिकल कॉम्प्लेक्स के सामने, मोतीबाग मुख्य मार्ग में दिनभर पानी भरा रहा। सवाल यह है कि आखिर ये स्मार्ट सिटी का कैसा विकास है?
पूर्वानुमान- उत्तर छत्तीसगढ़ एवं आसपास के क्षेत्र पर एक कम दाब का क्षेत्र बना है,जिसके संगत ऊपरी वायु का चक्रवाती घेरा 7.6 किमी तक फैला हुआ है। इसके चलते प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बारिश के साथ-साथ बौझारे पड़ सकती हैं।
::/fulltext::कोच्चि। केरल के मलाप्पुरम और इडुकी जिलों में पिछले 24 घंटों से जारी भारी बारिश के बाद वर्षाजन्य हादसों में 20 लोगों की मौत हो गई और नौ अन्य घायल हो गए। इन हादसों के बाद चार लोग लापता बताए जा रहे हैं। आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारियों के अनुसार मलाप्पुरम जिले के निलांबुर में गुरुवार सुबह भूस्खलन की एक घटना में एक ही परिवार के पांच लोग जीवित दफन हो गए। घटना की जानकारी मिलने के बाद इन सभी को मलबे से बाहर निकाला गया।