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रायपुर। बंगाल की खाड़ी में बने अवदाब व चक्रवाती घेरे की वजह से राजधानी समेत प्रदेशभर में बारिश हो रही है। रायपुर में मंगलवार की सुबह तक 20.2 मिली मीटर और देर शाम तक 2.9 मिली मीटर बारिश हुई। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक प्रदेश में अगले चौबीस घंटे में भारी से अति भारी बारिश होने की संभावना है।
सुबह से शाम तक इतनी बारिश
प्रदेश के जगदलपुर में सुबह से लेकर शाम तक 30.9 मिली मीटर बारिश रिकार्ड हुई है। इसी तरह राजनांदगांव में 15.2, अंबिकापुर में 13.7, माना एयरपोर्ट में 44.4 मिली मीटर बारिश रिकार्ड हुई है। अभी भी प्रदेश के कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश या गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ेंगी।
::/fulltext::रायपुर। छह से 18 जुलाई तक राजधानी रायपुर में जमकर बारिश हुई, लेकिन इसके बाद से मौसम खुल गया है। तेज बारिश तो हो नहीं रही, सिर्फ फुहारें पड़कर ही बादल रास्ता बदल ले रहे हैं। शनिवार, रविवार को तो सूरज के दर्शन भी हो गए। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि आने वाले हफ्तेभर में तेज बारिश की फिलहाल मध्य, दक्षिण छत्तीसगढ़ में कोई संभावना नहीं है। उत्तर छत्तीसगढ़ में बारिश होगी, कोरिया-अंबिकापुर में तो अच्छी बारिश का पूर्वानुमान है।
27 जुलाई की स्थिति में प्रदेशभर में 526.7 मिमी बारिश हुई, जबकि औसत बारिश 511.8 मिमी है। मौसम वैज्ञानी एचपी चंद्रा के मुताबिक अगस्त के बारे में फिलहाल कुछ भी पूर्वानुमान दे पाना जल्दबाजी होगी, लेकिन जितने सिस्टम जुलाई के शुरुआत में बने, उतने फिलहाल बनते दिखाई नहीं दे रहे हैं। अगस्त में सावन की झड़ी को लेकर भी वैज्ञानी चिंतित हैं कि यह लगेगी भी कि नहीं? समूचे प्रदेश में जुलाई माह की औसत बारिश हो चुकी है, अब अगस्त का इंतजार रहेगा।
पारा भी चढ़ गया
बीते कुछ दिनों से बारिश न होने की वजह से तापमान में भी इजाफा हो रहा है। 18-20 जुलाई के करीब पारा 25 डिग्री के करीब जा पहुंचा था, लेकिन अब वही पारा चढ़कर 31 डिग्री पहुंच गया है। एक बार फिर से पंखे, कूलर की रफ्तार बढ़ गई है। एसी का तापमान भी 22 डिग्री के करीब रखा जाने लगा है। पूर्वानुमान- उत्तरी तटीय ओडिसा और समीपवर्ती क्षेत्र पर समुद्री तल से 5.8 किमी और 7.6 किमी ऊंचाई के मध्य एक उत्तरी वायु का चक्रवाती घेरा व्यवस्थित है। पूर्वी बिहार और समीपवर्ती क्षेत्र पर ऊपरी वायु चक्रवाती घेरा समुद्री तल तल से 5.8 किमी ऊंचाई तक है, जिसके प्रभाव से पूर्वी उत्तर प्रदेश एवं समीपवर्ती एक कम दाब का क्षेत्र बनने की संभावना है।
::/fulltext::उत्तर बस्तर (कांकेर) - कांकेर जिले में 24 जुलाई को 12.2 मिलीमीटर वर्षा हुई है। 1 जून से 18 जुलाई तक कुल वर्षा 3496.1 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है। 18 जुलाई को जिले के तहसील कांकेर में 0.0 भानुप्रतापपुर -1.0, दुर्गूकोन्दल 0.0, चारामा -0.0, अंतागढ़ 4.2, पखांजूर-7.0 और नरहरपुर तहसील में 0.0 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है। 1 जून से आज तक की गई वर्षा में तहसील कांकेर में 342.7 भानुप्रतापपुर - 537.0, दुर्गूकोन्दल 680.0, चारामा-259.5, अंतागढ़ 637.7, पखांजूर-543.3 और नरहरपुर तहसील में 495.9 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। सबसे अधिक वर्षा अब तक जिले के दुगूकोंदल विकासखण्ड में 680.0 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई, सबसे कम वर्षा विकासखण्ड चारामा में 259.5 मिलीमीटर वर्षा दर्ज गई है।
इसी अवधि में गत वर्ष की प्रगामी वर्षा 3728.5 मिलीमीटर वर्षा हुई थी। जिले की संभावित औसत वर्षा 1559.0 मिलीमीटर है।
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