Owner/Director : Anita Khare
Contact No. : 9009991052
Sampadak : Shashank Khare
Contact No. : 7987354738
Raipur C.G. 492007
City Office : In Front of Raj Talkies, Block B1, 2nd Floor, Bombey Market GE Road, Raipur C.G. 492001
यह अक्सर कहा जाता है कि हमारे शौक या हॉबीज में कुछ ऐसे काम शामिल होते हैं जिन्हें हम अपने खाली समय में करते हैं और जो वास्तव में हमारी पास-टाइम-एक्टिविटीज होती हैं. हालांकि, अगर इन शौकों या हॉबीज को गंभीरता से लिया जाये और इन्हें ठीक से निखारा या संवारा जाये तो समय बीतने के साथ ये बहुत अच्छी कमाई वाले करियर ऑप्शन्स में बदल सकते हैं. लेकिन क्या वास्तव में आप अपने किसी शौक से अपने बिल चुकाने और इस महंगी दुनिया में जीने के लिए काफी मात्रा में धन कमा सकते हैं. अगर हां! तो कैसे? आइये जानते हैं:
स्पोर्ट्स
क्या आप हर समय सिर्फ क्रिकेट के बारे में ही सोचते रहते हैं. क्या अपने कॉलेज की हॉकी टीम में आप एक बेस्ट गोलकीपर हैं? क्या जब फुटबॉल की बात चलती है तो आप इसके सारे नियम और ट्रिक्स अच्छी तरह जानते हैं? यदि इन सभी प्रश्नों का उत्तर ‘हां’ है तो आप अपने इस शौक को एक संतोषजनक और अच्छी कमाई वाले प्रोफेशन में बदल सकते हैं. इस दिशा में आगे बढ़ने का रास्ता कुछ कठिनाइयों से भरा हुआ है क्योंकि आपको कड़ी प्रतियोगिता और जोशीले तथा बेहतरीन स्पोर्ट्समैन/ वीमेन का सामना करना होगा. लेकिन आप अपने काम में कुशल हैं और दृढ निश्चयी भी हैं तो आप अपने चुनिंदा क्षेत्र में अच्छा नाम और धन कमा सकते हैं. आपके लिए इस फील्ड में दूसरा विकल्प यह है कि पर्याप्त अनुभव प्राप्त करने के बाद आप संबद्ध स्पोर्ट्स के कोच बन सकते हैं. आप स्कूल और कॉलेज में स्पोर्ट्स कोच की पोस्ट के लिए अप्लाई कर सकते हैं. यदि आप को लिखने में इंटरेस्ट है तो आप स्पोर्ट्स जर्नलिज्म की फील्ड में भी जा सकते हैं और अपने मैच एनालिसिस से लोगों को कई बेसिक बातें समझने के काबिल बना कर स्पोर्ट्स की फील्ड में अपना अच्छा-खासा योगदान दे सकते हैं.
राइटिंग
राइटिंग या लेखन कला उन लोगों के लिये एक बहुत उम्दा करियर ऑप्शन है जो शब्दों के माध्यम से अपने विचार बखूबी पेश कर सकते हैं. यदि आपको किसी लैंग्वेज एग्जाम में ऐस्से राइटिंग में बहुत अच्छे मार्क्स मिलते हैं तो आप भविष्य में एक जर्नलिस्ट बनने पर विचार कर सकते हैं. जिस काम को करना आपको स्वाभाविक रूप से अच्छा लगता है, ऐसे काम को करने से मिलने वाले संतोष के साथ ही लोगों तक न्यूज़ पहुंचना बहुत दिलचस्प होगा. अगर आपको चीज़ें बेचने का विचार लुभाता है तो आप किसी एडवरटाइजिंग एजेंसी में कॉपी-राइटर भी बन सकते हैं. यदि आपकी वित्तीय स्थिति काफी अच्छी है तो आप एक लेखक भी बन सकते हैं. भारत में कई ऐसे नौजवान लेखक हैं जिन्होंने लीक से हट कर लिखा है और उनकी किताबें हाथों-हाथ बिकी हैं. इसलिये, अगर आप सोचते हैं कि एक ऐसी किताब लिखने की क़ाबलियत आप में मौजूद है जिससे लोगों का जीवन बदल जाए तो आप वह किताब लिखने का हर संभव प्रयास करें.
पब्लिक स्पीकिंग
अगर आप लोगों के किसी बड़े ग्रुप के सामने बोलने से नहीं घबराते हैं तो कानून, राजनीति और मोटिवेशनल स्पीकिंग में करियर आपके लिए बहुत अच्छे साबित हो सकते हैं क्योंकि इनमें जन-साधारण को प्रभावित कर सकने वाले प्रोफेशनल्स की जरूरत रहती हैं. अगर आपको पब्लिक स्पीकिंग में इंटरेस्ट है और आपको कैमरे के सामने डर नहीं लगता है तो न्यूज़ एंकरिंग आपके लिए एक अच्छा करियर ऑप्शन हो सकता है. इस जॉब में आपके लिए अपना संयम बनाये रखने और कभी-कभार ब्रेकिंग न्यूज़ पर रिपोर्टिंग करते समय तत्काल व्यवस्था करने में कुशल होना जरूरी है. यह प्रेशर दिलचस्प होता है और आप अपनी जॉब करते समय नई-नई चुनौतियों का सामना करते रहते हैं. इन जॉब्स में काफी ज्यादा वेतन भी मिलता है.
एक्टिंग
हरेक कॉलेज नाटक में आपको एक नायक या नायिका के तौर पर भाग लेने के पीछे कोई कारण भी तो हो सकता है. इसका बहुत ही उम्दा कारण है कि आपका एक्टिंग कौशल लोगों से एक जानदार संपर्क कायम करता है और यह अपने आपमें कोई साधारण बात या मामूली टैलेंट नहीं है. अपने इस टैलेंट को जल्दी पहचान कर इसका पूरा-पूरा लाभ उठायें. अपने इस कौशल को और ज्यदा निखारने के लिए आप कोई थिएटर ग्रुप या NSD (नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा) जैसा कोई ड्रामा स्कूल ज्वाइन कर सकते हैं. एक सफल एक्टर बनने के अपने प्रयास में आपको मुंबई में भी रहना पड़ सकता है तो इसके लिये आप पूरी तरह तैयार रहें. जब एक्टिंग असाइनमेंट की बात हो तो कॉन्टेक्ट्स का बहुत महत्व होता है, इसलिये यह सुनिश्चित कर लें कि आप इंडस्ट्री के बहुत से लोगों को जानते हैं और अपने व्यक्तित्व और एक्टिंग पर इंडस्ट्री के लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए आप इवेंट्स में जरुर शामिल हों.
ट्रेवलिंग
अन्तर्राष्ट्रीय संपर्क और ग्लोबल इकॉनमी के निरंतर होते विकास ने बहुत से लोगों को अपने राज्य और देश से बाहर के राज्यों और देशों में बिज़नस करने के सुनहरे अवसर मुहैया करवाये हैं. इन बिज़नस फ़ील्ड्स में उन लोगों को नौकरी दी जाती है जो अपने काम के लिए देश-विदेश की यात्रा करने के लिए हमेशा तैयार रहें. अगर आप अपनी जॉब के एक हिस्से के तौर पर ट्रेवल करना पसंद करें तो आप कई तरीकों से अपनी फील्ड में एक ट्रेवलिंग जॉब प्राप्त कर सकते हैं. आप विदेश में काम करने के मुताबिक भी जरुरी ट्रेनिंग प्राप्त कर सकते हैं. आप उन इंडस्ट्रीज के बारे में अवश्य अच्छी तरह जानकारी प्राप्त करें जिनमें ट्रेवलिंग की अक्सर जरूरत पड़ती है और फिर उस जॉब में चुने जाने के लिए अपनी एप्लीकेशन में जरुरी बदलाव लायें.
अब तक किये जाने वाले अध्ययनों से यह पता चलता है कि अगर किसी व्यक्ति को उसकी पसंद का काम मिल जाये तो वह बहुत अच्छा काम करता है. अगर आप नये प्रयोग करने से हिचकिचायें नहीं तो आप हरेक दिन कुछ न कुछ नया कर पायेंगे. आप समय के साथ ज्यादा नयापन लाने के काबिल बनते जायेंगे. इसलिये, फ्रेंड्स इससे बढ़कर और क्या हो सकता है कि आप अपनी पसंद की फील्ड में ही अपना करियर बनायें.
::/fulltext::
क्या आप अपनी नौकरी से बोर हो गए हैं या कम सैलरी में काम करते-करते थक गए हैं, अगर ऐसा कोई कारण आपको परेशान कर रहा है तो ये आर्टिकल पढ़ने के बाद आपको अपनी नौकरी से और भी ज़्यादा नफरत होने लगेगी क्योंकि आज हम आपको भारत की उन नौकरियों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनमें सबसे ज़्यादा सैलरी मिलती है।
इन नौकरियों से जुड़े लोगों पर खूब पैसा बरसता है और इनकी जॉब फील्ड भी बढ़िया होती है। अगर आप भी अपने करियर को आगे बढ़ाने को लेकर कंफ्यूज़ हैं तो आपको एक बार दोबारा सोच लेना चाहिए और हो सकता है कि ये आर्टिकल आपके मन की सारी दुविधाओं को दूर कर दे। तो चलिए जानते हैं उन नौकरियों के बारे में जिनमें सबसे ज़्यादा सैलरी मिलती है।
मार्केट में ये जॉब बेहतरीन मानी जाती है और भारत में इस नौकरी में सबसे ज़्यादा सैलरी मिलती है। जो लोग गणित में अच्छे हैं वो इस क्षेत्र में बेहतर करियर बना पाते हैं।
इस जॉब में एम्प्लॉयी को अपनी कंपनी के लिए पूंजी बढ़ानी होती है और कंपनी को आर्थिक सलाह देनी होती है और पैसों से जुड़ा हर काम कंपनी के लिए करना होता है। आज ये जॉब दूसरे नंबर पर आती है।
किसी भी संस्थान में ये पोस्ट सबसे ज़्यादा ज़रूरी होती है। कई कामों को मैनेज और हैंडल करने से अनुभव बढ़ता है। इस जॉब में भी सबसे ज़्यादा सैलरी मिलती है और ये इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर आती है। लेकिन इस जॉब में बने रहने के लिए बहुत मेहनत और संघर्ष करना पड़ता है।
आजकल मार्केट में इस जॉब की बहुत डिमांड है। इसके लिए कैंडिडेट को बहुत स्मार्ट होना चाहिए और उसे बिजनेस और अकाउंटेंसी का अच्छा ज्ञान होना चाहिए।
अगर आपको लगता है कि सॉफ्टवेयर इंजीनियर्स को सबसे ज़्यादा सैलरी मिलती है तो आप गलत हैं। इस लिस्ट में ये जॉब 5वें नंबर पर आती है। इन्हें अपने क्षेत्र का अच्छा ज्ञान रखना पड़ता है। इतना ही नहीं इस क्षेत्र में कॉम्पिटिशन भी इन्हें बहुत मिलता है।
::/fulltext::दिल्ली. बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि देशभर से करीब 50 हजार युवाओं को नौकरी देने वाली है. पतंजलि इंडिया की सबसे तेजी से ग्रोथ करने वाली FMGC कंपनी है. 2006 में आयुर्वेदिक प्रोडक्ट के साथ शुरुआत करने वाली ये कंपनी.पिछले कुछ दिनों में कंपनी टेलीकॉम, फूड एंड ब्रेवरेज, टेक्नोलॉजी और पर्सनल केयर सेक्टर में भी प्रवेश कर चुकी है.
फर्म हर जिले में 40 से 50 सेल्समैन नियुक्त करने जा रही है . इसके अलावा होम डिलीवरी व रेडी स्टॉक सेल के लिए 50 से 100 युवाओं को रखा जाएगा। लॉजिस्टिक वर्क को बढ़ावा के लिए यह रिक्रूटमेंट कंपनी कर रही है. कैंडिडेट को कम से कम 12वीं पास होना चाहिए। बीए, एमए, एमबीए के साथ ही FMCG सेक्टर में काम का एक्सपीरियंस रखने वाले कैंडिडेट्स को प्रिफरेंस दिया जाएगा। सिलेक्शन और ट्रेनिंग कैम्प 23 से 27 जून के बीच होगा। रजिस्ट्रेशन करवाने वाले कैंडिडेट ही इसमें शामिल हो सकेंगे। रजिस्ट्रेशन की आखिरी तारीख 22 जून है. बाबा रामदेव क्लोथिंग बिजनेस में भी पतंजलि परिधान के साथ एंट्री कर चुके हैं। बाबा पतंजलि को 2020 तक FMCG सेक्टर में दुनिया का सबसे बड़ा ब्रांड बनाना चाहते हैं.
::/fulltext::
"सही दिशा में किये गए विज्ञापन से कई छोटी वस्तुओं को भी बड़ा बनाया गया है"- मार्क ट्वैन
सन्देश को लोगों तक पहुंचने की कला ही विज्ञापन है. साधारणतः विज्ञापन किसी उत्पाद, सेवा अथवा सामाजिक मुद्दे के बारे में लोगों को जागरूक करते हैं. विज्ञापन विभाग किसी भी उद्योग के उन प्रमुख विभागों में से एक होता है जो आज के कॉर्पोरेट परिवेश में उद्योग को प्रतिस्पर्धा के योग्य बनाता है. भारतीय विज्ञापन उद्योग आज प्रगति के उस पथ पर अग्रसर है जहाँ ये अगले कुछ वर्षों में हज़ारों युवाओं को रोज़गार प्रदान करेगा.
तेज़ी से बढ़ती भारतीय अर्थव्यवस्था में विज्ञापन का क्षेत्र रोज़गार की नई संभावनाओ को लेकर आया है. विज्ञापन एजेंसियों को ऐसे मौलिक एवं प्रतिभावान लोगों की सदैव खोज रहती है जो समूह में काम करने के साथ ही अपने स्वतंत्र विचारों को प्रस्तुत कर सके.
विषय वस्तु
विज्ञापन कम्पनियाँ अपने विभागों के विभिन्न स्तरों पर अलग-अलग शैक्षिक पृष्भूमि के लोगों को नियोजित करती हैं. शुरूआत करने के लिए आपके पास किसी विशेष क्षेत्र में पेशेवर डिग्री या डिप्लोमा होना चाहिए. इसके अलावा, भाषा पर मजबूत पकड़ और उच्च कोटि की संवाद क्षमता आपको इस क्षेत्र का महारथी बनाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है.
विज्ञापन कम्पनी के किसी विशेष विभाग में नियोजन के लिए के लिए आप निम्न में से कोई एक पाठ्यक्रम चुन सकते हैं-
(अ) ग्राहक सेवा- मार्केटिंग में पीजी डिप्लोमा अथवा एमबीए
(ब) स्टूडियो- कमर्शियल या फाईन आर्ट में बीफ़ए अथवा एमएफए
(स) मीडिया- पत्रकारिता, जनसंचार अथवा एमबीए
(द) वित्त- सीए, आईसीडब्ल्यूए अथवा एमबीए (वित्त)
(य) फिल्म- ऑडियो-विजुअल में विशेषज्ञता
(फ) प्रोडक्शन- प्री-प्रेस प्रोसेस और प्रिंटिंग में पाठ्यक्रम
पाठ्यक्रम पूर्ण होने के पश्चात विज्ञापन के क्षेत्र में उतरने के लिए सबसे उत्तम जरिया है- 'ऑन-जॉब ट्रेनिंग’ जिसे लगभग सभी अच्छे संस्थान पाठ्यक्रम के एक महत्त्वपूर्ण भाग के रूप में प्रदान करते हैं.
आवश्यक योग्यता तथा संस्थान
विज्ञापन जगत में पदार्पण करने के लिए प्रथम व सबसे आवश्यक है आपका रचनात्मक होना. ये रचनात्मकता किसी भी रूप में हो सकती है- चाहे वह भाषा के रूप में हो या संवाद क्षमता के रूप में, कला के रूप में या नवीन विचारों के रूप में.
विज्ञापन में परास्नातक करने के लिए न्यूनतम योग्यता है किसी भी विषय में 50 प्रतिशत अंकों के साथ स्नातक. अधिकांशतः इन सभी पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षा, साक्षात्कार अथवा दोनों को उत्तीर्ण करना आवश्यक है. कुछ संस्थान स्नातक स्तर पर भी विज्ञापन में प्रशिक्षण देते हैं, जिसके लिए अभ्यार्थी का कक्षा 12 उत्तीर्ण करना आवश्यक है.
यदि आप उत्साही, स्वतः कार्य करने वाले, रचनात्मक, आशावादी तथा कई कार्यों को एक साथ करने की क्षमता वाले हैं तो विज्ञापन का क्षेत्र आपके लिए एक बेहतरीन करियर विकल्प साबित हो सकता है. जनसंवाद एवं लोगों को समझने की क्षमता विज्ञापन में करियर चाहने वालों के लिए एक आवश्यक कौशल है जो कि ग्राहकों की ज़रूरतों को समझने तथा उसकेआधार पर निर्णय लेने में सहायक सिद्ध होती है. विज्ञापन के क्षेत्र में प्रशिक्षण देने वाले संस्थान निम्न गुणों को अभ्यार्थी में विकसित करते हैं-
(अ) प्रभावशाली संवाद
(ब) प्रस्तुतिकरण एवं प्रबंधन
(स) समूह में कार्य करने एवं उसे नेतृत्व प्रदान करने की क्षमता
(द) तनाव प्रबंधन
(य) प्रबोधन क्षमता
(र) आत्मविश्वास
(ल) प्रतिस्पर्धी क्षमता
भारत में कार्यरत विभिन्न राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों को विज्ञापन के लिए शैक्षिक रूप से योग्य एवं अनुभवी कामगारों की सदैव आवश्यकता रहती है. हालाँकि इस तेज़ी से बढ़ते व्यवसाय में शैक्षिक योग्यता से ज्यादा व्यक्ति की रचनात्मकता और हरदम कुछ नया करने की क्षमता को प्राथमिकता दी जाती है.
इस कोर्स को करने की लागत राशि
मुद्रा इंस्टीटयूट ऑफ कम्युनिकेशन, अहमदाबाद, जैसे संस्थानों में वार्षिक फीस लगभग 1 लाख रुपये है.परन्तु कुछ सरकारी तथा निजी संस्थानों में फीस इससे कम है.
इस कोर्स को पूरा करने के लिए मिलने वाली छात्र वृत्ति
छात्रवृत्ति प्राप्त करना एक कठिन कार्य है. अधिकांशतः, छात्रवृत्ति उत्कृष्ट शैक्षिक प्रदर्शन के आधार पर दी जाती है.
इस कोर्स को करने के बाद रोजगार के अवसर
विज्ञापन के क्षेत्र में रोज़गार के कई अवसर हैं- निजी विज्ञापन कम्पनियों से लेकर बड़ी सरकारी एवं निजी कंपनियों के विज्ञापन विभाग तक. इसके अलावा आप अखबारों, पत्रिकाओं, रेडियो और टीवी के व्यापारिक विभाग में, मार्केट रिसर्च कंपनी इत्यादि में भी नियोजित हो सकते हैं. फ्रीलांसिंग भी एक विकल्प हो सकता है.
विज्ञापन प्रबंधक, बिक्री प्रबंधक, पब्लिक रिलेशंस डाईरेक्टर, क्रिएटिव डाईरेक्टर, कॉपी राईटर तथा मार्केटिंग कम्युनिकेशंस डाईरेक्टर विज्ञापन एजेंसी के कुछ महत्वपूर्ण पद हैं जहाँ नियोजित हुआ जा सकता है.
इस कोर्स को करने के बाद संभावित पैकेज
विज्ञापन एजेंसियों के आकार एवं उनके टर्नओवर के आधार पर वेतनमान निर्भर करता है. बड़ी और नामी-गिरामी एजेंसियां एक सुव्यवस्थित व्यवस्था के अनुसार कार्य करतीं हैं जबकि छोटी और मंझले स्तर की कंपनियों में एक ही व्यक्ति को कई कार्य प्रतिपादित करने होते हैं.
इस क्षेत्र में उचित व्यक्ति के लिए वेतनमान की कोई रुकावट नहीं है. वास्तव में यह व्यक्ति की योग्यता, शिक्षा और उसके अनुभव पर निर्भर करता है. शुरूआत में आपको आधारभूत कार्य सौंपे जाते हैं परन्तु जैसे-जैसे आपका अनुभव बढ़ता जाता है आपको ग्राहकों के साथ डील करने जैसी बड़ी ज़िम्मेदारी भी सौंपी जा सकती है.
आप किसी भी एजेंसी में आसानी से किसी निचले स्तर से शुरूआत कर सकते हैं पर सफलता की सीढ़ी चढ़ने के लिए आपमें उपरोक्त बताये गुणों का होना आवश्यक है. आपके कार्य करने की क्षमता एवं अनुभव बढ़ने के साथ ही आपका वेतनमान भी बढ़ता रहता है. क्रियेटिव विभाग से शुरूआत करने पर आपको आसानी से 8 से 15 हज़ार का मासिक वेतन मिल सकता है.
भविष्य में इस कोर्स की मांग के आसार
भारतीय विज्ञापन एजेंसियों के विश्वस्तरीय प्रदर्शन को न केवल पहचाना जा रहा है बल्कि उसको संपूर्ण विश्व में सराहा भी जा रहा है. भारतीय एजेंसियां आज राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय दोनों प्रकार के प्रोजेक्ट्स को सफलतापूर्वक निष्पादित कर रही हैं और ऐसा इसलिए संभव हो सका है चूंकि भारतीय एजेंसियां ग्राहकों की हर समस्या का समाधान करती हैं. मीडिया प्लानिंग, सर्विसिंग, मीडिया बायिंग, प्री एंड पोस्ट कैम्पेन एनालिसिस, क्रियेटिव कौन्सेप्चुअलायिज़ेशन, मार्केट रिसर्च, मार्केटिंग, पब्लिक रिलेशंस और ब्रांडिंग- इन सभी प्रकार की सेवाओं को प्रदान करने वाला भारतीय विज्ञापन जगत आज विश्व के अग्रणी विज्ञापन उद्योगों के साथ लगातार आगे बढ़ रहा है.
::/fulltext::