Owner/Director : Anita Khare
Contact No. : 9009991052
Sampadak : Shashank Khare
Contact No. : 7987354738
Raipur C.G. 492007
City Office : In Front of Raj Talkies, Block B1, 2nd Floor, Bombey Market GE Road, Raipur C.G. 492001
नई दिल्ली : देश में मॉनसून के कारण कई इलाकों में जमकर बारिश हो रही है.मौसम विभाग ने आज भी कई राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी (Heavy Rain Alert) दी है, इनमें राजस्थान (Rajasthan) सहित कई राज्य शामिल हैं. हालांकि इस बार मौसम का मिजाज कुछ बदला-बदला सा नजर आ रहा है. जहां पर बेहद कम बारिश के लिए पहचाने जाने वाले राजस्थान को मॉनसून जमकर भिगो रहा है तो अपने ठंडे मौसम के लिए मशहूर कश्मीर में हीटवेव चल रही है. इसके कारण कश्मीर के स्थानीय लोग परेशान हैं.
मौसम विभाग के मुताबिक, रविवार को श्रीनगर शहर का तापमान 36.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. यह 9 जुलाई 1999 के बाद से जुलाई का सबसे गर्म दिन था. श्रीनगर में जुलाई का सबसे गर्म दिन 10 जुलाई 1946 को दर्ज किया गया था, जब पारा 38.3 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था. दक्षिण कश्मीर के काजीगुंड और कोकेरनाग कस्बों में भी रविवार को जुलाई का सबसे गर्म दिन दर्ज किया गया.
कश्मीर के संभागीय प्रशासन ने लगातार पड़ रही गर्मी के बीच रविवार को 29 और 30 जुलाई को सरकारी और निजी स्कूलों को प्राथमिक स्तर तक के छात्रों के लिए कक्षाएं नहीं लगाने का आदेश दिया है
गुजरात में भारी बारिश की संभावना
उधर, मौसम विभाग के मुताबिक, गुजरात में आज अलग-अलग स्थानों पर बहुत भारी बारिश होने की संभावना है. साथ ही सौराष्ट्र और कच्छ में भी आज भारी बारिश का अनुमान जताया गया है.
इसके साथ ही इन दिनों राजस्थान पर भी मानसून खासा मेहरबान है. पूर्वी राजस्थान में आज अलग-अलग स्थानों पर बहुत भारी वर्षा होने की भी संभावना जताई गइ है. इसके साथ ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश में 31 जुलाई को, जबकि उत्तराखंड में 31 जुलाई और 1 अगस्त को अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश का अनुमान है.
इसके साथ ही उत्तराखंड में 29 जुलाई से 30 जुलाई तक, हरियाणा-चंडीगढ़-दिल्ली में 29 जुलाई से 31 जुलाई तक, पश्चिमी राजस्थान में आज, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 30 जुलाई और 1 अगस्त को भारी बारिश की संभावना है. इसके साथ ही 30 जुलाई से 1 अगस्त के दौरान पूर्वी उत्तर प्रदेश और पूर्वी राजस्थान में भारी बारिश हो सकती है.
इन जगहों पर भी भारी बारिश की जताई संभावना
मौसम विभाग ने आज तटीय कर्नाटक और केरल में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना जताई है. वहीं आज नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग इलाकों में भारी वर्षा होने की संभावना है. साथ ही 1 अगस्त तक असम और मेघालय, 30 जुलाई से 1 अगस्त के दौरान पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भी भारी बारिश का अनुमान लगाया गया है. वहीं अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में आज और एक अगस्त को, जबकि ओडिशा में 29 जुलाई से एक अगस्त तक और झारखंड में 30 जुलाई और 1 अगस्त को भारी बारिश की संभावना जताई गई है.
रायपुर: छत्तीसगढ़ में अगले दो दिनों तक भारी बारिश की संभावना चताई है। साथ ही कई जिलों के लिए अलर्ट भी जारी किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश के एक दो स्थानों पर भारी बारिश की संभावना हैं। राजधानी में आज बुधवार को आकाश मेघमय रहेगा और गरज-चमक के साथ बारिश होगी।
शहर का अधिकतम तापमान 26 और न्यूनतम तापमान 24 डिग्री के आसपास रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने यह भी कहा कि प्रदेश के 11 जिलों में मध्यम बारिश होगी। साथ ही 19 जिलों में मूसलाधार बारिश की संभावना है।
मौसम विभाग के इस चेतावनी के बाद लोगों की चिंता बढ़ गई है। आपको बता दें कि मौसम विभाग ने प्रदेश के बलौदा बाज़ार, बेमेतरा, जंजगीर चांपा, कबीरधाम, बिलासपुर, महासमुंद, मुंगेली, रायगढ़, रायपुर, सक्ति, सारंगढ़-बिलाईगढ़ के लिए येलो अलर्ट जारी किया है।
Monsoon 2024: दक्षिण पश्चिम मानसून ने सामान्य से दो दिन पहले गुरुवार को केरल में दस्तक (Monsoon Arrives Kerala) दे दी है. केरल के साथ-साथ पूर्वोत्तर राज्यों में भी मानसून पहुंच गया है. आम तौर पर मानसून 1 जून को केरल पहुंचने के साथ भारत की मुख्य भूमि में प्रवेश करता है. लेकिन इस बार चक्रवाती तूफान रेमल के कारण मानसून ने दो दिन पहले ही दस्तक दे दी है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने एक्स पर एक पोस्ट में इसकी सूचना देते हुए लिखा, "दक्षिण पश्चिम मानसून आज 30 मई को केरल और पूर्वोत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में पहुंच गया." आईएमडी ने बुधवार को कहा था कि अगले 24 घंटे में दक्षिण पश्चिम मानसून के केरल पहुंचने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं. विभाग ने पहले 31 मई को मानसून के केरल पहुंचने की भविष्यवाणी की थी.
चक्रवाती तूफान रेमल के कारण दो दिन पहले पहुंचा मानसून
मौसम वैज्ञानिकों ने कहा कि चक्रवात ने मानसून के प्रवाह को बंगाल की खाड़ी की ओर खींच लिया, जो पूर्वोत्तर में समय से पहले मानसून के दस्तक देने का एक कारण हो सकता है. मालूम हो कि चक्रवाती तूफान 'रेमल' रविवार को पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तट से टकराया था. दूसरी ओर राजस्थान के भी कई जिलों में गुरुवार को मौसम का मिजाज बदला है. जिससे लोगों को तपती गर्मी से राहत मिली है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा, ''दक्षिण-पश्चिम मानसून केरल में दस्तक दे चुका है और आज यानी 30 मई 2024 को पूर्वोत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों की ओर बढ़ गया है.''इससे पहले 15 मई को मौसम विभाग ने मानसून के 31 मई को केरल में दस्तक देने की घोषणा की थी. केरल में पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश हो रही है, जिसके परिणामस्वरूप मई में अतिरिक्त बारिश दर्ज की गयी है.
एक जून से 30 सितंबर तक रहता है मानसून
बताते चले कि देश में मानसून 1 जून से 30 सितंबर तक रहता है. देश में होने वाली बारिश में 70 प्रतिशत इसी दौरान होती है. इसका देश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान है क्योंकि देश की 50 प्रतिशत कृषि भूमि असिंचित है. देश के ज्यादातर जलाशय भी इसी दौरान भरते हैं जो साल भर खेती और पीने तथा अन्य घरेलू जरूरतों को पूरा करते हैं. पिछले साल मानसून के दौरान बारिश कम होने से कृषि उत्पादन में गिरावट आई जिससे इस साल चीनी, चावल, गेहूं और प्याज की घरेलू आपूर्ति सुचारू बनाये रखने के लिए इनके निर्यात को नियंत्रित करना पड़ा है.
Rajasthan Rain: राजस्थान के इन जिलों में हुई बारिश
गुरुवार को राजस्थान के टोंक, भरतपुर, भीलवाड़ा में मौसम का मिजाज बदला. इन जिलों में बारिश हुई. जिससे टोंक, भरतपुर, भीलवाड़ा के साथ-साथ आस-पास के जिलों सहित पूरे राजस्थान में भीषण गर्मी से लोगों को राहत मिली है. प्रदेश में मौसम का मिजाज बदलने के संकेत एक दिन पहले बुधवार को ही मिल गए थे.
जब बुधवार को एक से तीन डिग्री कम तापमान रिकॉर्ड किया गया था. भरतपुर में दोपहर 3 बजे बाद अचानक मौसम बदला और बारिश शुरू हुई. बारिश के दौरान शहर के बासन गेट बाजार में सड़क पर पानी चलने लगा. उल्लेखनीय हो कि मौसम विभाग ने पहले ही बता दिया था कि 30 मई को प्रदेश के कुछ इलाकों में मौसम भी बदलेगा.
Rajasthan Weather Report: गुरुवार को गंगानगर में सबसे अधिक 48.3 डिग्री तापमान
गुरुवार को राजस्थान में तापमान से राहत मिली. कई ज़िलों में दिन का तापमान कम हुआ. गुरुवार को गंगानगर में सर्वाधिक 48.3 डिग्री तापमान रिकॉर्ड किया गया. वहीं पिलानी 47.6, चूरू में 47 डिग्री, सगरिया 47.2, फ़तेहपुर 47.3, बीकानेर 46.8 , फलौदी 46.8, जैसलमेर 46.1, जोधपुर 44.8 और जयपुर 45.3 डिग्री तापमान रहा.
जयपुर मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी पूर्वानुमान में बताया गया कि अजमेर, भरतपुर, टोंक जिले और आस-पास के क्षेत्रों में कहीं-कहीं तेज सहती हवाओं (20-30) किमी प्रति घंटे और मेघगर्जन और आकाशीय बिजली के साथ-साथ हल्की बारिश होने की संभावना है. इन जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है.
वहीं भीलवाड़ा, सवाई माधोपुर, करौली, धौलपुर, बूंदी और आस-पास के क्षेत्र में 30 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी चलने के साथ मेघगर्जन, आकाशीय बिजली और बारिश की संभावना जताई गई है. इन जिलों के लिए आरेंज अलर्ट जारी किया गया है.
उत्तर और मध्य भारत का बड़ा हिस्सा भीषण गर्मी की चपेट में है. राजस्थान के चुरू और हरियाणा के सिरसा में तापमान 50 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया, जबकि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पारा इस मौसम के सामान्य से नौ डिग्री ऊपर दर्ज किया गया.
मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली में कम से कम तीन मौसम केंद्रों पर अधिकतम तापमान 49 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक दर्ज किया. इनमें मुंगेशपुर और नरेला में 49.9 डिग्री और नजफगढ़ में 49.8 डिग्री तापमान दर्ज किया गया. यह इस मौसम में राजधानी में दर्ज किया गया सबसे अधिक तापमान था. हालांकि, मुंगेशपुर और नरेला में 2022 में मौसम केंद्र स्थापित किया गया था और उनके पास केवल पिछले तीन वर्ष का रिकॉर्ड है
छिटपुट बारिश का अनुमान
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि कम से कम अगले दो दिनों तक भीषण गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है. मौसम विज्ञानियों ने कहा कि बृहस्पतिवार को भारत के उत्तर-पश्चिम हिस्सों में एक नये पश्चिमी विक्षोभ की संभावना है, जिससे सप्ताहांत में क्षेत्र में छिटपुट बारिश हो सकती है.
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने मई के उत्तरार्ध के दौरान पश्चिमी विक्षोभ की अनुपस्थिति को उत्तर पश्चिम और मध्य भारत में लू की स्थिति के लिए जिम्मेदार ठहराया. पश्चिमी विक्षोभ भूमध्य सागर के ऊपर बनने वाली अतिरिक्त उष्णकटिबंधीय मौसम प्रणालियां हैं और पश्चिम से पूर्व की ओर बढ़ती हैं.
कई राज्यों में लू की स्थिति
आईएमडी ने कहा, ‘‘आज, राजस्थान, हरियाणा-चंडीगढ़-दिल्ली के अधिकांश हिस्सों, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश के कई हिस्सों और बिहार और हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में लू चलने की स्थिति बनी हुई है.'इसमें कहा गया है कि विदर्भ के कई इलाकों, जम्मू-कश्मीर के कुछ हिस्सों और उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ के अलग-अलग हिस्सों में लू की स्थिति भी बनी रही.
मौसम कार्यालय ने कहा कि अगले कुछ दिनों में उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में अलग-अलग हिस्सों में रात में भी गर्मी का प्रकोप जारी रहने की संभावना है. भीषण गर्मी के कारण हरियाणा सरकार ने सरकारी और निजी स्कूलों में गर्मी की छुट्टियां मंगलवार तक के लिए बढ़ा दी हैं.
बिजली और पानी की कमी
भीषण गर्मी के चलते बिजली की मांग बढ़ गई है और कई हिस्सों में बिजली और पानी की कमी पैदा हो गई है. केंद्रीय जल आयोग के अनुसार कि भारत के 150 प्रमुख जलाशयों में पानी का भंडारण पिछले सप्ताह उनके कुल भंडारण का केवल 24 प्रतिशत रह गया, जिससे कई राज्यों में पानी की कमी बढ़ गई और जलविद्युत उत्पादन पर असर हुआ है.