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नई दिल्ली: बंगाल की खाड़ी में आया तूफान असानी (Asani Cyclone) गंभीर चक्रवात में बदल गया है. हालांकि, इसका प्रभाव देश के कुछ ही राज्यों में देखने को मिल रहा है. भारत मौसम विज्ञान विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, मंगलवार रात को उत्तरी आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटों पर पहुंचने पर ‘असानी' के चक्रवाती तूफान में तब्दील होने का अनुमान है. वहीं आज आंध्र प्रदेश में तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही है.
बता दें कि चक्रवात के चलते सोमवार को ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भारी बारिश हुई. चक्रवात के प्रभाव में तटीय ओडिशा के आसपास के क्षेत्रों में मंगलवार शाम से बारिश होने की आशंका है. मौसम विभाग कार्यालय ने कहा कि पश्चिम-मध्य और उससे सटी दक्षिण बंगाल की खाड़ी में समुद्र में बहुत तीव्र स्थिति बने रहने का अनुमान है, ऐसे में मछुआरों को मंगलवार से कम से कम अगले दो दिनों तक इस क्षेत्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है. विभाग ने तटीय इलाकों में पर्यटन गतिविधियों को 13 मई तक निलंबित करने का सुझाव भी दिया.
ओडिशा के खुर्दा, गंजम, पुरी, कटक और भद्रक जैसे जिलों में दो से तीन बार बारिश हुई. ओडिशा सरकार ने सोमवार को चार तटीय जिलों में रहने वाले लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की योजना बनाई है. मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात के चलते सोमवार से बृहस्पतिवार के बीच कोलकाता, हावड़ा, पुर्वी मेदिनीपुर, उत्तर और दक्षिण 24 परगना तथा नदिया जिलों सहित पश्चिम बंगाल के दक्षिणी हिस्से में भारी बारिश होने का अनुमान है.
रांची स्थित मौसम विभाग कार्यालय ने कहा कि झारखंड में 11 से 13 मई तक दक्षिणी, मध्य और पूर्वोत्तर हिस्सों में बिजली कड़कने और बादलों के गरजने के बीच हल्की से मध्यम स्तर की बारिश हो सकती है. विभाग के मुताबिक, राज्य के कुछ हिस्सों में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने का अनुमान है. उधर, अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह में सोमवार को चक्रवात से सामान्य जीवन प्रभावित नहीं हुआ, क्योंकि वहां बारिश नहीं दर्ज की गई. अधिकारियों ने कहा कि अंतर-द्वीपीय नौका सेवाएं जारी हैं, लेकिन मछुआरों को गहरे समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है.
10 से 11 मई को तटीय आंध्र प्रदेश और ओडिशा में अलग-अलग स्थानों पर वर्षा की संभावना है. 12 मई को ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है. अगले 4 दिनों के दौरान केरल, लक्षद्वीप, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तेलंगाना, तमिलनाडु और पुडुचेरी में बारिश का अनुमान है.
वहीं बिहार के पटना में आज आसमान में बादल छाए रहने का अनुमान है. न्यूनतम तापमान 26 डिग्री और अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है. भागलपुर, मधुबनी और पूर्णिया में बारिश के आसार हैं. मौसम विभाग के मुताबिक 10 से 13 मई के दौरान पश्चिम राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में गंभीर लू की स्थिति होने की संभावना है. 10 मई को गुजरात के अलग-अलग हिस्सों में भी ऐसी ही स्थिति का अनुमान है.
नई दिल्ली : मंगलवार को चक्रवात 'असानी' के उत्तर आंध्र-ओडिशा तटों से पश्चिम-मध्य और उससे सटे उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में पहुंचने पर उत्तर-पूर्व की ओर मुड़ने और ओडिशा तट से उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ने की संभावना है. उक्त बात की जानकारी मौसम विभाग ने दी है. मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि मछुआरों को सलाह दी जाती है कि वे 9 मई को बंगाल की खाड़ी के मध्य भागों में, 9 और 10 को पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी में और 10 मई से 12 मई तक बंगाल की उत्तर पश्चिमी खाड़ी में न जाएं.
मौसम विभाग ने असानी की गति और तीव्रता के अपने पूर्वानुमान में कहा कि चक्रवाती तूफान के बुधवार को भयानक चक्रवाती तूफान में बदलने और बृहस्पतिवार तक गहरे दबाव में बदलने की संभावना है. आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि चक्रवात पूर्वी तट के समानांतर चलेगा और मंगलवार शाम से बारिश होने का कारण बनेगा.
अगले 5 दिनों के दौरान पूर्वोत्तर भारत में गरज के साथ हल्की या मध्यम वर्षा की संभावना है. 10 और 12 मई के दौरान अरुणाचल प्रदेश और 09-12 मई के दौरान असम-मेघालय और मिजोरम और त्रिपुरा में भारी बारिश की संभावना है. वहीं 08वीं-12वीं के दौरान राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में हीट वेव की स्थिति होने की बहुत संभावना है.
आईएमडी ने मौसम को लेकर अपने पूर्वानुमान में उत्तर मध्य महाराष्ट्र 09 मई को बारिश की संभावना जताई है. वहीं पश्चिम मध्य प्रदेश में 9 से 12 मई और दक्षिण हरियाणा, दिल्ली और दक्षिण पंजाब में 10 से 12 मई को गरज के साथ बारिश के आसार हैं.
10 तारीख की शाम से तटीय ओडिशा और उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश के आसपास के क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना है. 11 मई को तटीय ओडिशा, उत्तरी आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा का अनुमान है.
नई दिल्ली: बंगाल की खाड़ी में आया तूफान रविवार को तीव्र होकर चक्रवात में बदल गया, जिसकी रफ्तार 75 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक है तथा इसके और तेज होने की आशंका है. मौसम विभाग ने यह जानकारी दी. हालांकि, चक्रवात के तटीय क्षेत्र से टकराए बिना अगले हफ्ते तक कमजोर पड़ने की संभावना है. मौसम कार्यालय ने कहा कि चक्रवात के प्रभाव से उत्तरी आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटों पर मंगलवार से तेज हवाएं चलने और बारिश होने की आशंका है. मौसम कार्यालय के मुताबिक, चक्रवाती तूफान का नाम ‘असानी' रखा गया है, जो ‘क्रोध' के लिए इस्तेमाल सिंहली भाषा का शब्द है. यह तूफान अंडमान द्वीप समूह में पोर्ट ब्लेयर से 380 किलोमीटर पश्चिम में बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र में केंद्रित है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने रविवार सुबह 8.30 बजे जारी बुलेटिन में कहा, ‘‘अगले 24 घंटों के दौरान तूफान के उत्तर-पश्चिम की तरफ बढ़ने और पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक गंभीर चक्रवाती तूफान में परिवर्तित होकर और तेज होने की आशंका है.''
आईएमडी द्वारा चक्रवात के पूर्वानुमान के अनुसार, चक्रवात के 10 मई की शाम तक उत्तर-पश्चिम की तरफ बढ़ने और उत्तरी आंध्र प्रदेश व ओडिशा के तटों से बंगाल की खाड़ी के पश्चिम-मध्य एवं उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र तक पहुंचने के आसार हैं. इसके बाद, इसके उत्तर-उत्तर-पूर्व की तरफ मुड़ने और ओडिशा तट से दूर बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र की ओर बढ़ने की प्रबल संभावना है.
आईएमडी के मुताबिक, चक्रवात के सोमवार को बंगाल की खाड़ी में 60 समुद्री मील (111 किलोमीटर प्रति घंटा) की गति से आगे बढ़ने की उम्मीद है. उत्तरी आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटों की ओर बढ़ने के साथ भीषण चक्रवाती तूफान के मंगलवार से धीरे-धीरे कमजोर होने का अनुमान है.
आईएमडी ने कहा कि ओडिशा के तटीय जिलों और पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता सहित राज्य के दक्षिणी हिस्से में मंगलवार से हल्की से मध्यम बारिश होने की आशंका है. मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे 10 मई से अगली सूचना तक समुद्र में और पश्चिम बंगाल एवं ओडिशा के तटों पर नहीं जाएं.
मौसम विभाग के अनुसार, ओडिशा तट के पास समुद्र की स्थिति नौ मई को खराब और 10 मई को अत्यधिक खराब हो जाएगी. समुद्र में हवा की गति 10 मई को बढ़कर 80 से 90 किलोमीटर प्रति घंटा होने का अनुमान है.
नई दिल्ली: दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश समेत देश के कई राज्यों में गर्मी का सितम जारी है. आलम ये है कि कई जिलों में पारा 45 डिग्री से भी ऊपर पहुंच गया है. कहीं-कहीं तो उमस और लगातार बढ़ती तपिश ने लोगों को जीना तक मुहाल कर दिया है. इस बीच भारतीय मौसम विभाग की ओर से चेतावनी जारी की गई है. मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो आने वाले चार से पांच दिनों में तापमान और भी अधिक रहने वाला है. मतलब साफ है कि आने वाले दिनों में भी गर्मी से राहत मिलने के कोई उम्मीद नहीं.
भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक, हीट वेव से फिलहाल राहत मिलने के कोई आसार नहीं दिख रहे. पश्चिमी राजस्थान में में भी गर्मी के साथ लू का कहर जारी रहेगा. वहीं मध्य प्रदेश, विदर्भ में आने वाले पांच दिनों तक लू चलती रहेगी. कुछ ऐसा ही हाल पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी कायम रहेगा. हालांकि दो मई के बाद पारे में एक से दो डिग्री की कमी आ सकती है. बिहार, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, गुजरात, महाराष्ट्र में भी लू से राहत मिलने के आसार फिलहाल नहीं दिख रहे.
भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक, राजधानी दिल्ली में आज न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रहेगा तो अधिकतम तापमान 44 डिग्री तक पहुंचेगा. वहीं गुजरात में पारा 45 डिग्री तक जाएगा. एमपी में अधिकतम तापमान 43 डिग्री रहने की संभावना है. उत्तराखंड में पारा 40 डिग्री के पार जा सकता है. यूपी में अधिकतम तापमान 44 डिग्री तक जाने की संभावना है. जबकि बिहार में पारा 39 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है.
29-04-2022 तक इन इलाकों में 45 के पार पहुंचा पारा
बता दें कि मौसम विज्ञान विभाग, मौसम की चेतावनियों के लिए चार रंग के अलर्ट जारी करता है. ‘ग्रीन अलर्ट' (कोई कार्रवाई की आवश्यकता नहीं), ‘येलो अलर्ट' (स्थिति पर नजर रखें), ‘ऑरेंज अलर्ट' ( स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहें) और ‘रेड अलर्ट' ( स्थिति से निपटने लिए कदम उठाएं).