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रायपुर- पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के दामाद डॉ पुनीत गुप्ता ने अंतागढ़ टेपकांड मामले पर एफआईआर दर्ज होने के बाद अपना इस्तीफा दे दिया है. सोमवार दोपहर को उन्होंने अपना इस्तीफा दे दिया. बता दें कि हाल ही में उन्हें दाऊ कल्याण सिंह सुपरस्पेलिटी हॉस्पिटल से अधीक्षक से हटाया था. इसके बदले में उन्हें मेडिकल कॉलेज में ओसीडी बनाया दिया था.
रविवार को कांग्रेस प्रवक्ता और अधिवक्ता किरणमयी नायक ने डॉ पुनीत गुप्ता, पूर्व मंत्री राजेश मूणत, पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी, पूर्व विधायक अमित जोगी व पूर्व विधायक मंतूराम पवार के खिलाफ पंडरी थाना में एफआईआर दर्ज कराई थी. इस एफआईआर के बाद डॉ पुनीत गुप्ता अस्पताल पहुंचे और अपना इस्तीफा डीन आभा सिंह को सौंप दिया. इस्तीफे के साथ ही उन्होंने नियमानुसार एक माह का वेतन अस्पताल में जमा कराया. फिलहाल डीन आभा सिंह ने डॉ पुनीत गुप्ता का इस्तीफा राज्य सरकार को भेज दिया है.
किरणमयी नायक का आरोप है कि भाजपा की ओर से राजेश मूणत और पुनीत गुप्ता ने 2014 के अंतागढ़ उपचुनाव में तत्कालीन कांग्रेस प्रत्याशी मंतूराम पवार को आर्थिक प्रलोभन देकर खरीद लिया था. इसके लिए उन्होंने अजीत और अमित जोगी के साथ मिलकर साजिश रची थी. इस मामले में मंतूराम पवार रुपये लेकर नाम वापस ले लिया था. यह पूरी तरह खरीद-फरोख्त और षड़यंत्र का मामला है.
किरणमयी नायक ने यह भी कहा है कि उनके पास इस मामले के ऑडियो क्लिप मौजूद है. किरणमयी ने इन आरोपों के साथ पंडरी थाने में धारा 171E, 171F, 406, 420, 120आईपीसी और धार 9, 13 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत एफआईआर कराई है.
अंतागढ़ सीडी कांड मामले में भूपेश बघेल की सरकार आने के बाद से रोजाना घटनाक्रम में बदलाव आ रहा है. मामले में कांग्रेस नेेत्री किरणमयी नायक द्वारा पंडरी थाना में एफआईआर दर्ज कराए जाने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के दामाद डॉ. पुनीत गुप्ता ने न्यायालय में अग्रिम जमानत के लिए याचिका लगाई है.
जानकारी के अनुसार, डॉ. गुप्ता ने पंडरी थाना में दर्ज 420 और भ्रष्टाचार के मामले में अधिवक्ता हितेंद्र तिवारी के माध्यम से जिला एवं सत्र न्यायाधीश रामकुमार तिवारी के न्यायालय में अग्रिम जमानत याचिका लगाई है. आवेदन पर सुनवाई 6 फरवरी को होगी. कयास लगाया जा रहा है कि इस मामले में विशेष न्यायाधीश लीना अग्रवाल के न्यायालय में सुनवाई हो सकती है, लेकिन मामला की सुनवाई जिला एवं सत्र न्यायाधीश रामकुमार तिवारी भी सुनवाई कर सकते हैं.
::/fulltext::रायपुर– मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश के दो प्रतिभावान खिलाडि़यों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए आर्थिक सहायता मंजूर की है. मुख्यमंत्री ने स्वेच्छानुदान मद से रायपुर शहर के गुढि़यारी निवासी कुमारी सृष्टि वर्मा और धरसींवा विकासखण्ड के नगर पंचायत कुरा के राकेश कुमार पाल को खेल प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने के लिए अपने स्वेच्छानुदान मद से 60 हजार और 15 हजार रुपए की राशि स्वीकृत की है.
सृष्टि वर्मा को इस माह 21 से 24 फरवरी तक कर्नाटक के बेलगांव में होने वाले रोल बॉल चैम्पियनशिप 2019 और एथलेटिक्स खिलाड़ी राकेश पाल को नेपाल की राजधानी काठमाण्डू में आयोजित होने वाले अंतर्राष्ट्रीय एथलेटिक्स प्रतियोगिता इंडो नेपाल इंटरनेशनल रूरल गेम चैम्पियनशिप में भाग लेना है, लेकिन आर्थिक कठिनाईयों के कारण ये खिलाड़ी इन खेलों में भाग नहीं ले पा रहे थे. इस संबंध में दैनिक समाचार पत्रों में प्रकाशित समाचारों का तत्काल संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री बघेल ने इन खिलाडि़यों को अपने स्वेच्छानुदान मद से आर्थिक सहायता राशि की मंजूरी प्रदान की. अब ये खिलाड़ी इन प्रतियोगिताओं में शामिल हो सकेंगे.
::/fulltext::रायपुर. शंकर नगर स्थित बीटीआई ग्राउंड में वाणिज्यिक प्रयोजन से होने वाले आयोजनों पर प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर रायपुर उत्तर के विधायक कुलदीप जुनेजा के साथ उनके समर्थकों ने स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह के नाम से ज्ञापन सौंपा, जिसमें मंत्री की सहमति के बाद कलेक्टर को आवेदन सौंप दिया गया है.
बीटीआई ग्राउंड में आए दिन कोई न कोई आयोजन होता रहता है, जिससे शंकर नगर के रहवासियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. लल्लूराम डॉट कॉम से चर्चा में विधायक जुनेजा ने बताया कि शंकर नगर के बच्चे, बेटियों, बुजुर्गों के लिए बीटीआई ग्राउंड ही खेलने-कूदने और तफरीह करने का एकमात्र साधन है. लेकिन लोगों के कमर्शियल आयोजन करते हैं, जिससे सभी को परेशानी का सामना करना पड़ता है. पिछले कार्यकाल में इस मुद्दे को मैने विधानसभा में भी उठाया था.
शंकर नगर स्थित बीटीआई ग्राउंड में व्यापारियों के संगठन कैट की ओर से 15 से लेकर 19 फरवरी तक राष्ट्रीय व्यापार मेला का आयोजन किया जा रहा है. अब विधायक कुलदीप जुनेजा के मंत्री की सहमति वाला ज्ञापन कलेक्टर को सौंपे जाने के साथ आयोजन को लेकर व्यापारियों में असमंजसता की स्थिति बन गई है. जिला प्रशासन अगर इस पर जल्द अमल करता है तो न केवल नेशनल ट्रेड एक्सपो बल्कि अन्य दूसरे आयोजनों के लिए भी दूसरे स्थल की तलाश करनी पड़ेगी.
::/fulltext::रायपुर। जिस तरह प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी अपने राजनीतिक प्रतिद्वंदियों के विरुद्ध सीबीआई का दुरुपयोग कर रहे हैं, ठीक वैसे ही “छत्तीसगढ़ का मोदी” मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी प्रदेश के प्रशसानिक और पुलिस तंत्र का दुरुपयोग अपने प्रतिद्वंदियों की राजनीतिक हत्या करने के लिए करना चाहते हैं. इसमें दोनों सफल नहीं होंगे. यह कहना है राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री और छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के सुप्रीमो अजीत जोगी का. जोगी का यह बयान उसके बाद आया है जब कांग्रेस प्रवक्ता और अधिवक्ता किरणमयी नायक ने पूर्व सीएम अजीत जोगी, पूर्व विधायक अमित जोगी, पूर्व मंत्री राजेश मूणत, पूर्व विधायक मंतूराम पवार और डॉ. पुनीत गुप्ता के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई.
अजीत जोगी ने कहा सीएम भूपेश के इन सब हथकंडों के विरुद्ध JCCJ न्यायपालिका की शरण में जाएगी क्योंकि प्रदेश में किसी “व्यक्ति का राज नहीं” बल्कि “क़ानून और संविधान का राज” चलता है. उन्होंने कहा भूपेश बघेल ने 8 अक्टूबर 2018 को घोषणा की थी कि “अंतागढ़, मूणत और पुनिया समेत सभी स्टिंग सीडियों की जांच उच्च न्यायालय के सिटिंग जज द्वारा की जाएगी.” क्या सीएम की कुर्सी पर बैठते ही उनका न्यायापालिका से भरोसा हट गया?
उन्होंने कहा कि JCCJ की मांग है कि पूर्व में अपनी घोषणा के अनुरूप अंतागढ़, मूनत और पुनिया सीडी की संयुक्त रूप से उच्च न्यायालय के न्यायाधीश द्वारा जांच की जानी चाहिए क्योंकि प्रदेश के राजनीतिक माहौल को दूषित करने वाले इन तीनों सीडीयों के मास्टरमाइंड हमारे माननीय सीएम हैं.
अजीत जोगी ने प्रदेश सरकार पर न्यायालय की अवमानना का आरोप लगाया है उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा न्यायपालिका की खुली अवमानना की जा रही है. उच्च न्यायालय के द्वारा भाजपा प्रत्याशी की चुनाव याचिका ख़ारिज करने के 3 दिन बाद गौरेला थाने में FIR और माननीय ज़िला-सत्र न्यायालय के अंतागढ़ मामले का संज्ञान लेने के 3 दिन बाद रायपुर थाने में FIR सरकार द्वारा न्यायालय के फ़ैसले को सर्वोच्च और उच्च न्यायालय की जगह थानों में चुनौती देना आपत्तिजनक और हास्यपद है.
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