Owner/Director : Anita Khare
Contact No. : 9009991052
Sampadak : Shashank Khare
Contact No. : 7987354738
Raipur C.G. 492007
City Office : In Front of Raj Talkies, Block B1, 2nd Floor, Bombey Market GE Road, Raipur C.G. 492001
खास बातें
नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में शनिवार और रविवार को हुई बारिश के बाद ठंड बढ़ गई है. दिल्ली में आज (सोमवार) सुबह कोहरा छाए रहने की वजह से विजिबिलिटी कम हुई. मौसम विभाग के अनुसार, राजधानी में आज न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस रहेगा. वहीं हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में रविवार को फिर बर्फबारी हुई है. मौसम विभाग ने मंगलवार तक कई राज्यों में बारिश होने का पूर्वानुमान व्यक्त किया है.
कश्मीर घाटी में कई स्थानों पर कल रात और आज सुबह बर्फबारी होने के कारण इसका शेष देश से सड़क एवं हवाई संपर्क टूट गया है. बर्फबारी की वजह से श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात बाधित हो गया तथा श्रीनगर हवाईअड्डा आने-जाने वाली उड़ानें भी बाधित हुई. श्रीनगर में तीन से चार इंच बर्फबारी हुई, जबकि दक्षिण कश्मीर के काजीगुंड में 9 इंच बर्फबारी हुई. जवाहर सुरंग के आसपास के इलाकों में करीब 10 इंच बर्फबारी हुई. मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश होने का पूर्वानुमान किया है, जहां हल्की बारिश हुई है.
उत्तर भारत में पांच जनवरी तक भारी बारिश जारी रहने का अनुमान है. इसके साथ ही अलग-अलग स्थानों पर बारिश के अलावा ओलावृष्टि का भी पूर्वानुमान है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने रविवार को यह जानकारी दी. IMD के मुताबिक, इस तरह की मौसमी गतिविधियां मैदानी इलाकों (पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान) में रविवार और सोमवार को जबकि सोमवार से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र (जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड) में चरम पर रहेंगी.
विभाग ने कहा कि बारिश के बाद उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी भागों में उत्तरी-उत्तरी पश्चिमी हवाओं के चलने का अनुमान है, जिसके चलते सात जनवरी से पंजाब, हरियाणा और उत्तरी राजस्थान के दूर-दराज के स्थानों पर जबरदस्त शीतलहर चलने की संभावना है. राष्ट्रीय राजधानी में रविवार को भारी बारिश हुई, जिसके चलते शहर के कुछ इलाकों में जलभराव की समस्या सामने आई. मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली में न्यूनतम तापमान 9.9 डिग्री सेल्सियस रहा जबकि अधिकतम तापमान 15.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. वहीं, आर्द्रता 100 से 82 प्रतिशत के बीच रही.
सफदरजंग वेधशाला के मुताबिक, रविवार शाम साढ़े पांच बजे तक शहर में 14.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई. वहीं पालम और लोधी रोड मौसम केंद्र ने क्रमश: 5.3 मिमी एवं 18.6 बारिश दर्ज की. मौसम विभाग ने सोमवार को बादल छाए रहने के साथ ही हल्की से मध्यम बारिश अथवा आंधी चलने का पूर्वानुमान जताया है. साथ ही कुछ स्थानों पर ओला-वृष्टि की संभावना जताई है. श्रीनगर शहर में न्यूनतम तापमान शून्य से 1.5 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया. हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले स्थानों पर भी फिर से बर्फबारी हुई है, जबकि कुछ अन्य हिस्सों में हल्की बारिश हुई. मौसम विभाग ने राज्य में भारी बारिश और बर्फबारी होने की चेतावनी जारी की है.
मनाली में 11 मिली बारिश हुई, जबकि धर्मशाला में सात मिमी और शिमला में तीन मिमी बारिश दर्ज की गई. राजस्थान के कुछ हिस्सों में पिछले 24 घंटों के दौरान बारिश हुई. राज्य के एक मात्र पर्वतीय पर्यटक स्थल माउंट आबू में न्यूनतम तापमान जमाव बिंदू पर दर्ज किया गया. बारिश के बाद कई हिस्सों में शीतलहर चलने से सर्दी का असर तेज हो गया है.
मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि ऐरनपुरा रोड पर न्यूनतम तापमान 4.8 डिग्री सेल्सियस, फलौदी में 6.2 डिग्री, जैसलमेर में 6.4 डिग्री, बीकानेर में 7 डिग्री सेल्सियस, श्रीगंगानगर 7.3 डिग्री, बाडमेर में 9.3 डिग्री, डबोक में 9.5 डिग्री, जयपुर में 13.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
पंजाब और हरियाणा में बारिश के बाद रविवार को ज्यादातर हिस्सों में न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी हुई. भारत मौसम विज्ञान विभाग के एक अधिकारी ने यहां बताया कि पंजाब और हरियाणा की संयुक्त राजधानी चंडीगढ़ में न्यूनतम तापमान 11.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो कि सामान्य से छह डिग्री सेल्सियस अधिक है. अमृतसर, लुधियाना और पटियाला में न्यूनतम तापमान क्रमश: 11.3, 11.1 और 11 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो कि सामान्य से आठ डिग्री सेल्सियस तक अधिक है. पठानकोट, आदमपुर, हलवारा, बठिंडा, फरीदकोट और गुरदास में न्यूनतम तापमान क्रमश: 12, 9.1, 11.3, 5.4, 8.5, 3.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
स्टोरी हाइलाइट्स
दुनिया ने साल 2020 को विदाई दे दी है. लोग अपने-अपने अंदाज में साल 2021 का स्वागत कर रहे हैं. नए साल के जश्न के बीच सर्दी भी सितम ढा रही है. कई इलाकों में नए साल के पहले दिन ठंड ने टॉर्चर किया. दिल्ली में पारा 1.1 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया. यह पिछले 14 साल में सबसे कम है.में कई इलाकों में सुबह घना कोहरा भी छाया रहा.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक आईएमडी के कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि सफदरजंग और पालम में सुबह 6 बजे घने कोहरे के कारण विजिबिलिटी शून्य हो गई. घने कोहरे के कारण यातायात की रफ्तार भी प्रभावित हुई. मौसम विभाग के मुताबिक सफदरजंग में न्यूनतम 1.1 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया.
वहीं, दिल्ली के ही एक अन्य इलाके पालम में तापमान 4.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. 24 घंटे में तापमान में 4.2 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने का अनुमान है. गौरतलब है कि मौसम विभाग ने पहले ही नए साल के जश्न पर घने कोहरे और कड़ाके की सर्दी का अनुमान जताया था.
हल्की बारिश का अनुमान
मौसम विभाग ने दिल्ली में 3 से 5 जनवरी के बीच बारिश का अनुमान जताया है. इसके अलावा पश्चिमी विक्षोभ के कारण पश्चिमी हिमालयन रीजन में बर्फबारी का भी अनुमान है. विभाग ने मैदानी इलाकों में शीतलहर का अनुमान व्यक्त किया है.
एक दिन पहले भी दिल्ली में कड़ाके की सर्दी थी. 31 दिसंबर को तापमान 3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था. बता दें कि इससे पहले 8 जनवरी 2006 को दिल्ली में न्यूनतम तापमान 0.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था. पिछले साल सबसे कम टेंपरेचर 2.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था.
इन इलाक़ों में दिल्ली एनसीआर, हरियाणा, पंजाब और चंडीगढ़ शामिल हैं जहां बीते कुछ दिनों से तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस के आसपास दर्ज किया जा रहा है. इसके साथ ही स्पष्ट शब्दों में कहा है कि ऐसा करने पर हाइपोथर्मिया और फ्रॉस्टबाइट जैसी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं.
हाइपोथर्मिया होने पर आपका शरीर एक असामान्य रूप से कम तापमान पर पहुंचने के बाद काम करना बंद कर देता है. वहीं, फ्रॉस्टबाइट यानी ठंड से शरीर के कुछ हिस्से जैसे कि पैर की उंगलियां, हाथों की उंगलियां, चेहरा और पलकें आदि सुन्न हो सकती हैं.
मौसम विभाग की ख़ास चेतावनी
मौसम विभाग ने अपनी निर्देशिका में शराब नहीं पीने की सलाह भी दी है. क्योंकि मौसम विभाग के मुताबिक़, शराब पीने से शरीर का तापमान गिरता है. बीबीसी ने इस बारे में भारतीय मौसम विभाग के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव से बात करके ऐसी चेतावनी जारी करने की वजह पूछी.
श्रीवास्तव बताते हैं, “दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में अभी शीत लहर की समस्या चल रही है. ऐसे में तापमान चार डिग्री या उससे कम दर्ज किया जा रहा है. इस स्थिति में आपको सुबह के समय घर से बाहर निकलने से बचना चाहिए. वहीं, अगर सफ़र कर रहे हैं तो सुबह के समय धुंध की वजह से विज़िबिलिटी भी कम रहती है. ऐसे में फॉग लाइट का इस्तेमाल करें और गाड़ियां धीमे चलाएं. और इस दौरान शराब न पिएं क्योंकि वो शरीर का तापमान और गिराता है.”
शराब न पीने की चेतावनी क्यों?
मौसम विभाग इससे पहले 25 तारीख़ को जारी अपनी निर्देशिका में भी शराब न पीने की हिदायत दे चुका है.
ऐसे में सवाल उठता है कि आख़िर मौसम विभाग ऐसी चेतावनी क्यों दे रहा है.
बीबीसी ने जब ये सवाल पूछा तो कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया, “इस पहलू पर मेडिकल क्षेत्र के विशेषज्ञों ने शोध किया है. और उसके आधार पर ही आईएमडी ये चेतावनी जारी कर रहा है.”
दुनिया में कई मुल्क ऐसे हैं जहां तापमान बेहद कम मतलब दस डिग्री से लेकर माइनस बीस से तीस डिग्री के बीच रहता है लेकिन वहां शराब का उपभोग कहीं ज़्यादा रहता है. इनमें रूस, बेलारूस और लिथुआनिया जैसे देश आते हैं जहां तामपान बेहद कम रहता है. ये देश दुनिया में शराब उपभोग के मामले में सबसे ऊपर हैं.
इसके साथ ही एक आम धारणा ये है कि शराब पीने से शरीर में गर्माहट आती है.
ऐसे में सवाल उठता है कि आईएमडी की इस चेतावनी में कितना दम है कि सर्दियों में शराब पीने से बचना चाहिए.
बीबीसी ने इस मामले की तह में जाने के लिए मेडिकल क्षेत्र से जुड़े विशेषज्ञों से बात की ताकि ये समझा जा सके कि सर्दियों में शराब पीने पर आपके शरीर में क्या होता है.
क्या कहता है विज्ञान?
इंसानी शरीर का मूल तापमान 37 डिग्री सेल्सियस होता है. लेकिन जब आपके आसपास का तापमान घटने लगता है तो शरीर ऊर्जा का इस्तेमाल अपने मूल तापमान को बनाए रखने के लिए करता है. लेकिन जब शरीर का तापमान तय सीमा से नीचे गिरने लगता है तो आप हाइपोथर्मिया के शिकार होते हैं.
मौसम विभाग की चेतावनी के मुताबिक़, दिल्ली एनसीआर, पंजाब, हरियाणा में इस वक़्त जो तापमान है, उसमें ज़्यादा देर तक रहने पर हाइपोथर्मिया के शिकार हो सकते हैं. सरल शब्दों में कहें तो जब शरीर का कोर टेंपरेचर एक सीमा से ज़्यादा गिरने लगता है तो आप हाइपोथर्मिया के शिकार होने लगते हैं.
अब बात करते हैं कि कम तापमान वाली जगह पर शराब पीने का शरीर पर क्या असर पड़ता है.
दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल की सीएमओ डॉ ऋतु सक्सेना शराब और सर्दी के कनेक्शन को कुछ इस तरह समझाती हैं.
वो कहती हैं, “जब आप शराब पीते हैं तो शराब के आपके शरीर में जाने के बाद वेजो डायलेशन होता है. इसकी वजह से आपके हाथ, पैरों की रक्त वाहिकाओं का विस्तार होता है, उनमें पहले से ज़्यादा खून का प्रवाह होने लगता है. इसकी वजह से आपको गर्माहट का अहसास होता है. इसीलिए लोगों को लगता है कि पश्चिमी देशों में लोग शराब इसलिए ज़्यादा पीते हैं, क्योंकि वहां ठंड ज़्यादा पड़ती है."
"लेकिन असल में शराब की वजह से हाथ पैरों में खून की मात्रा बढ़ती है तो ऐसा लगता है कि गर्मी लग रही है. इस अहसास के आधार पर ही लोग सर्दियों के कपड़े जैसे मफ़लर, जैकेट, हैट, स्वेटर आदि उतार देते हैं. लेकिन जब वे ऐसा कर रहे होते हैं तभी उनकी बॉडी का कोर टेंपरेचर गिर रहा होता है. और हमें उस बारे में जानकारी नहीं मिलती है जो कि हमारे शरीर के लिए बेहद ख़तरनाक साबित हो सकता है.”
लेकिन अगर शराब से गर्मी पैदा नहीं होती है तो गर्माहट लगती क्यों है.
मैक्स हेल्थकेयर में इंटरनल मेडिसिन विभाग में सह निदेशक, डॉ. रोमेल टिक्कू इस गुत्थी को सुलझाते हुए कहते हैं, “अक्सर आपने देखा होगा कि जो लोग ज़्यादा शराब पीते हैं, उनका चेहरा लाल-लाल सा रहता है. क्योंकि शराब की वजह से उनके बाहरी अंगों जैसे कि चेहरे, हाथ, पैर की रक्त धमनियों में ख़ून का प्रवाह बढ़ जाता है. इससे गर्मी लगती है क्योंकि ख़ून शरीर के आंतरिक हिस्सों से बाहर की ओर जाता है जिससे कोर बॉडी टेंपरेचर कम हो रहा होता है."
"इसलिए, ठंड के मौसम में जब आप शराब पीते हैं, और ज़्यादा पीते हैं तो आपके शरीर का कोर बॉडी टेंपरेचर कम होता जाता है. खून का प्रवाह बढ़ने से आपके शरीर में पसीना आता है जिससे शरीर का तापमान और कम होता जाता है. ऐसे में ठंड के मौसम में अगर आप शराब पीते हैं तो आपको दिक्कत हो सकती है.”
अब सवाल ये उठता है कि क्या सर्दियों के मौसम में शराब पीने से आपकी जान जा सकती है?
जानलेवा हो सकती है शराब?
डॉ. ऋतु सक्सेना की मानें तो सर्दियों के मौसम में शराब पीने और ज़्यादा शराब पीने से आपकी जान भी जा सकती है.
वो कहती हैं, “अगर सर्दियों में आपने बहुत ज़्यादा शराब पी ली तो सबसे पहली बात ये होगी कि आप ठीक से कपड़े नहीं पहनेंगे. शराब की वजह से आपके दिमाग़ पर जो असर होगा, उससे ये होगा कि आपको पता नहीं चलेगा कि आप किस हालत में हैं. और इसी स्थिति में जब आपके शरीर का कोर टेंपरेचर 37 डिग्री सेल्सियस से नीचे जाता रहेगा तो धीरे-धीरे हाइपोथर्मिया का असर दिखना शुरू हो जाएगा. हाइपोथर्मिया से व्यक्ति कोमा में जा सकता है और उसकी जान भी जा सकती है.”
वहीं, अगर उन मुल्कों की बात की जाए जहां कम तापमान है और शराब ज़्यादा पीने का चलन है तो रूस ऐसे ही देशों में से एक है. और ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी की एक रिसर्च कहती है कि रूस में जहां वोदका का सेवन काफ़ी सामान्य है, वहां शराब के अधिक उपभोग की वजह से जीवन प्रत्याशा में कमी आई है.