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देश का बहुचर्चित मामला पत्थलगड़ी थमने का नाम ही नहीं ले रहा है, मामले में राजनीतिक सरगर्मी तेज होते नजर आ रही है। बुधवार को मरवाही विधायक अमित जोगी ने मामले को लेकर बड़ा बयान दिया है, जोगी ने पत्थलगड़ी समर्थकों के पक्ष में कहा कि मामले में आपत्तिजनक उल्लेख नही किया गया है। जब मुख्यमंत्री ग्राम पंचायतों की संपत्ति अपने मित्रों को बेचने की साजिश करते है, तब सभाएं अपने अधिकारों को पत्थरों पर उल्लेख करती है।
मामले को लेकर बीते दिनों गृहमंत्री राम सेवक पैकरा ने कहा था कि कुछ रिटायर्ड अधिकारियों की साजिश का हिस्सा है। ये अलोकतांत्रिक और साजिश है। इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने इस आंदोलन को साजिश करार दिया है
::/fulltext::रायपुर: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित गरियाबंद जिले में नक्सलियों ने पुलिस दल पर हमला कर दिया. इस घटना में पुलिस के दो जवान शहीद हो गए. राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिले के मैनपुर थाना क्षेत्र में नक्सलियों ने गस्त पर निकले जिला बल के जवानों पर हमला कर दिया. इस हमले में दो जवान शहीद हो गए.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि क्षेत्र में सुरक्षा बल के जवान गस्त में थे. दल जब पड़ोसी राज्य उड़ीसा के सीमावर्ती क्षेत्र में था तब नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट कर दिया तथा गोलीबारी शुरू कर दी. इस घटना में दो पुलिसकर्मी शहीद हो गए. उन्होंने बताया कि नक्सलियों की गोलीबारी के बाद पुलिस दल ने भी जवाबी कार्रवाई की तथा कुछ देर बाद नक्सली वहां से फरार हो गए.
अधिकारियों ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद क्षेत्र के लिए अतिरिक्त पुलिस दल रवाना किया गया है तथा शहीद जवानों के शवों को बाहर निकाला जा रहा है. उन्होंने बताया कि घटना के बाद क्षेत्र में खोजी अभियान तेज कर दिया गया है. छत्तीसगढ़ का गरियाबंद जिला पड़ोसी राज्य उड़ीसा का सीमावर्ती जिला है. क्षेत्र में नक्सली गतिविधि की जानकारी पुलिस को मिलती रही है. हालंकि क्षेत्र में नक्सलियों ने लंबे समय बाद किसी घटना को अंजाम दिया है.
::/fulltext::गरियाबंद: जिले के सुपेबेड़ा गांव में मौत का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है, बुधवार को फिर एक महिला की किडनी की बीमारी के चलते सांसे थम गई। बताया जा रहा है कि सुपेबेड़ा निवासी भोजनी बीते कुछ दिनों से किडनी की बीमारी से पीड़ित थी। पीड़िता को उपचार के लिए रायपुर मेकाहारा में भर्ती कराया गया था, लेकिन बुधवार को उपचार के दौरान भोजनी की मौत हो गई। परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर आरोप लगाया है कि उपचार के दौरान डॉक्टरों ने लापरवाही किया जिसके चलते पीड़िता की मौत हो गई। बता दें कि यह सुपेबेड़ा के ग्रमीण की 61वीं मौत है, इससे पहले किडनी की बीमारी के चलते 60 लोगों की मौत हो चुकी है।
गौरतलब है कि सुपेबेड़ा में दूषित पानी पीने से चलते रहवासी किडनी की बीमारी से पीड़ित हो रहे हैं। इस बीमरी के चलते ही बीते शनिवार को एक महिला की और मौत हो गई थी, और आज सुबह भी एक महिला की रायपुर मेकाहारा में उपचार के दौरान मौत हो गई। युवती की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 61 हो गई है। लागातार हो रहे मौत के बाद भी प्रशासन कोई सख्त कदम नहीं उठा रही है। प्रशासन के सुस्त रवैये को देखकर ग्रामीणो ने गांव को छत्तीसगढ़ से अलग करने की मांग तक कर चुके हैं।
::/fulltext::रायपुर 2 मई 2018। लगता है इस गरमी राज्य सरकार ने शिक्षाकर्मियों की छुट्टी चौपट करने का पूरा इंतजाम कर रखा है। एक मई से हुई गरमी की छुट्टी को लेकर शिक्षक महीनों पहले प्लान बना रखे थे, लेकिन आये दिन हर जिले से किसी ना किसी प्रशिक्षण और समर कैंप के आदेश जारी हो रहे हैं.. जाहिर है इस आदेश के बाद शिक्षाकर्मियों की परेशानियां काफी बढ़ गयी है। हैरानी की बात ये है कि प्रशिक्षण और कैंप लगने का ये कार्यक्रम 3 दिन से लेकर 10-10 दिन तक का है। डायट में लगने वाले प्रशिक्षण आवासीय है, लिहाजा शिक्षकों को डायट में ही पूरे 10 दिन रहना होगा। विभाग के ऐसे आदेशों के खिलाफ अब शिक्षाकर्मी आवाज उठाने लगे हैं। शिक्षाकर्मियों के इन मुश्किलों के बीच छत्तीसगढ़ पंचायत नगरीय निकाय शिक्षक संघ ने भी तीखा एतराज जताया है। इस मामले में संघ ने एससीईआरटी को एक ज्ञापन सौंपकर प्रशिक्षण को स्थगित करने की मांग की है।
दरअसल ऐसे प्रशिक्षण में आयोजित तो किये जाते हैं, लेकिन प्रशिक्षण के अनुरूप ना तो व्यवस्थाएं विभाग करवा पाता है और ना ही प्रशिक्षण के बाद वो सुविधाएं शिक्षकों को दिला पाता है। थ्योरी के लिए ना लाइब्रेरी की सुविधा मिल पाती है और ना ही प्रैक्टिकल के इक्यूपमेंट मिल पाते हैं। जिसकी वजह से प्रशिक्षण का फायदा ना के बराबर मिल पाता है।
इधर पंचायत नगरीय निकाय शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा और प्रदेश मीडिया प्रभारी विवेक दुबे ने इस मामले पर तीखी नाराजगी जतायी है।
प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा ने कहा कि