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एमएसबीवाई योजना प्रदेश में लागू रहेगी, जिसका सालाना पैकेज 50 हजार रुपये है।
रायपुर। छत्तीसगढ़ इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएएमए) ने केंद्र सरकार की स्वास्थ्य की सबसे बड़ी योजना आयुष्मान भारत के तहत सेवा देने से इन्कार कर दिया है। आइएएम और हास्पिटल बोर्ड की बैठक में तय हुआ कि जब तक योजना के पैकेज रेट में बढ़ोतरी नहीं होगी, तब तक योजना के तहत इलाज नहीं होगा।
बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना (एमएसबीवाई) के पैकेज रेट से करीब 40 फीसद कम दरें हैं। अब आएमए इसे लेकर स्वास्थ्य मंत्री, मुख्यमंत्री से मुलाकात करने की तैयारी में है। ये अपनी मांगें और योजना के क्रियान्वयन में आने वाली परेशानियों को रखेंगे। हालांकि आइएमए की तरफ से यह भी कहा गया है कि बातचीत के रास्ते बंद नहीं हुए हैं, राज्य सरकार केंद्र को मांगों से अवगत करवाए तो रास्ता निकाला जा सकता है। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री ने 13 अप्रैल को प्रदेश के जांगला में आयुष्मान भारत योजना को लांच किया था। इसके तहत गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों को पांच लाख रुपये तक का इलाज का खर्च मिलेगा। यह राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना (आरएसबीवाइ) का विस्तार है। आरएसबीवाइ को आयुष्मान में मर्ज कर दिया जाएगा, जिसके तहत सिर्फ 30 हजार का सालाना पैकेज का प्लान है। एमएसबीवाइ योजना प्रदेश में लागू रहेगी, जिसका सालाना पैकेज 50 हजार रुपये है।
भुगतान न होने से परेशान संचालक
प्रदेश में निजी अस्पतालों के संचालक आरएसबीवाई, एमएसबीवाई के तहत किए गए इलाज की राशि का भुगतान न होने की वजह से भी नाराज हैं। बीमा कंपनी हास्पिटल के कई क्लेम को लौटा चुकी है, जिसे लेकर भी संचालक परेशान हैं। इसकी शिकायत स्वास्थ्य विभाग से भी की गई है।
रास्ते बंद नहीं हुए
बातचीत के रास्ते बंद नहीं हुए हैं, सभी संचालक बातचीत करने के लिए तैयार हैं। फिलहाल आयुष्मान की दरों पर इलाज करना संभव नहीं है। इससे स्वास्थ्य संचालक को अवगत करा दिया गया है। - डॉ. राकेश गुप्ता, अध्यक्ष, रायपुर हास्पिटल बोर्ड एसोसिएशन
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रायपुर । होम केयर से 3 बच्चों के भागने की खबर आ रही है। तीनो बच्चे 8 जुलाई की रात को चाइल्ड होम केयर से भाग निकले। जिसकी सूचना चाइल्ड केयर के लोगों ने पुलिस को दी। मौके में पुलिस जांच कर रही है।
मिली जानकारी के मुताबिक, शंकर नगर कैलाश रेसीडेंसी स्थित चाइल्ड होम केयर से 3 बच्चे फरार हो गए। सभी बच्चे रायपुर चाइल्ड होम केयर के है। बच्चो ने घटना को 8 जुलाई रात 2:30 मिनट में अंजाम दिया। भागे गये बच्चे मध्यप्रदेश, बिहार,छत्तीसगढ़ के है। ये सभी बच्चे चाइल्ड होम केयर में लगे रोशनदान की जाली को तोड़ के बैड सीट को रस्सी बना के भाग गए। जिसकी सूचना रोशन निषाद ने सिविल लाइन थाने में की।
मामले में सिविल लाइन पुलिस का कहना है कि मामले में अपहरण का केस दर्ज कर लिया है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और भागे हुए बच्चों की खोजबीन कर रही है।
::/fulltext::सुकमा । छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में बीती रात मुठभेड़ में दो नक्सली मारे गए। मिली जानकारी के मुताबिक इस मुठभेड़ में एक जवान भी घायल हो गया है। जिले के पुलिस अधिकारियों के मुताबिक मिनपा गांव में पुलिस दल ने दो नक्सलियों को मार गिराया है। इन दोनों नक्सलियों की पुलिस को लंबे समय से तलाश थी।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक डीआरजी के दल को जब गश्त के लिए रवाना किया गया था तभी कुछ नक्सलियों ने घात लगाकार बारूदी सुरंग में विस्फोट करके गोलीबारी शुरू कर दी। इस मुठभेड़ में डीआरजी का एक जवान मड़कम हुरा घायल हो गया है। जिसे बेहतर इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस के मुताबिक गोलीबारी के बाद नक्सली फरार हो गए, लेकिन जब पुलिस ने घटनास्थल का सर्चिंग अभियान शुरू किया तो उन्हें दो नक्सलियों के शव बरामद हुए हैं। इसके अलावा कुछ विस्फोटक और नक्सली सामग्री भी बरामद हुई है।
::/fulltext::रायपुर । शिक्षाकर्मियों की तर्ज पर विद्या मितान ने भी अपने आंदोलन की रफ्तार शुरू कर दी है। 9 जुलाई को एक दिवसीय प्रदर्शन के बाद एक बार फिर विद्या मितान राजधानी में अपना शक्ति प्रदर्शन करेंगे। 13 जुलाई को विद्या मितान राजधानी में जल सत्याग्रह करेंगे और अपना विरोध जतायेंगे। हालांकि पिछले दिनों ही विद्या मितान ने जल सत्याग्रह का ऐलान किया था, लेकिन उस दिन विद्या मितान को जल सत्याग्रह की अनुमति नहीं मिली। आपको बता दें कि आदिवासी अंचलों में विषय विशेषज्ञों के तर्ज पर पदस्थ विद्या मितान व्याख्याता शिक्षक के पद पर संविलियन की मांग कर रहे हैं। विद्या मितान के प्रदर्शन को कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने भी पिछले दिनों समर्थन दिया था।
विद्या मितान का आरोप है कि वो छत्तीसगढ़ के मूल निवासी हैं और शिक्षक की भांति से पठन-पाठन का काम करते हैं, ऐसे में समान काम के एवज में उन्हें समान अधिकार मिलना चाहिये। विद्या मितान ने सरकार से सभी विद्यामितानों का व्याख्याता शिक्षक के पद पर संविलियन की मांग रखी है। प्रदर्शन के बारे में विद्या मितान के नेता जीवन रठोरे का कहना है कि जल सत्याग्रह की पिछले दिनों अनुमति नहीं मिली थी, लेकिन अब वो जरूर प्रदर्शन करेंगे। अगर उनकी मांगें नहीं मानी गयी, तो उनका प्रदर्शन और भी उग्र होगा।
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