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रायपुर । विधानसभा का मानसून सत्र समाप्त होने के बाद अब आखिरी प्रशासनिक सर्जरी की कवायद तेज हो गई है। पता चला है, सबसे पहिले आईजी और एसपी की लिस्ट निकलेगी। इसमें रायपुर आईजी प्रदीप गुप्ता को बदला जाना है। प्रदीप रायपुर के मूल निवासी हैं। चुनाव आयोग के नियमों के अनुसार इलेक्शन के दौरान होम डिस्ट्रिक्ट का अफसर उसी जिले में तैनात नहीं रह सकता। लिहाजा, रायपुर आईजी का बदला जाना निश्चित हो गया है। उनकी जगह पर दो आईजी के नाम चल रहे हैं। पहला बिलासपुर आईजी दीपांशु काबरा और दूसरा अंबिकापुर के आईजी हिमांशु गुप्ता। काबरा रायपुर के एसपी रह चुके हैं। चुनाव में उनका यह तजुर्बा काम आएगा। इसलिए उनका पलड़ा ज्यादा भारी दिख रहा है। वैसे, आईजी लेवल पर विकल्प नहीं है। काबरा और गुप्ता के अलावा सरकार के पास कोई नाम नहीं है। लिहाजा, काबरा या गुप्ता में से जो भी रायपुर का आईजी बनेगा, उसकी जगह प्रदीप गुप्ता की पोस्टिंग होगी। याने प्रदीप भी रेंज आईजी बने रहेंगे।
उधर, साढ़े 4 साल हो जाने के कारण दंतेवाड़ा एसपी कमललोचन कश्यप को भी बदलना पड़ेगा। कमललोचन चूकि लंबे समय तक दंतेवाड़ा में सेवा दिए हैं, लिहाजा उन्हें पुलिस मुख्यालय में डंप तो नहीं किया जाएगा। हो सकता है, कमललोचन के लिए सरकार कोई जिला खाली कराए। याने किसी जिले के एसपी को दंतेवाड़ा भेजकर वहां कमललोचन की पोस्टिंग की जाए।
वैसे, खतरा बिना आईपीएस अवार्ड हुए जिला संभाल रहे पांच पुलिस अधीक्षकों पर भी है। इनमें लाल उम्मेद सिंह कवर्धा, रजनेश सिंह धमतरी, विवेक शुक्ला कोरिया, कोशिमा बलरामपुर और प्रशांत ठाकुर जशपुर शामिल हैं। अगर सितंबर एंड तक इन्हें आईपीएस अवार्ड नहीं हुआ, तो पांचों एसपी को हटाना पड़ जाएगा।
::/fulltext::रायपुर । संविलियन की पूरी पक्रिया तूफानी रफ्तार से चल रही है। देश के इतिहास में ये पहली बार होगा, जब दो दिवसीय शिविर के जरिये किसी भी प्रदेश में एक लाख 3 हजार शिक्षाकर्मियों के शासकीयकरण की प्रक्रिया पूरी की जायेगी। ये एक एतिहासिक क्षण होगा, जब शिक्षाकर्मी की पहचान शिक्षक पदनाम भी बन जायेगा और उनकी पहचान भी बदल जायेगी।
शिक्षा सचिव गौरव द्विवेदी के निर्देश के बाद 14 और 15 जुलाई को पूरे प्रदेश में शिक्षक एलबी संवर्ग को ई-कोष से माह जुलाई 2018 का वेतन, अऩ्य शासकीय सेवकों की तरह सुविधा देने के लिए संविलियन की प्रक्रिया पूरी की जायेगी। राज्य सरकार ने इसे लेकर अलग-अलग स्तर पर मानिटरिंग और आब्जर्बर की टीम बनायी है। प्रर्यवेक्षकों की टीम में डिप्टी डायरेक्टर व अस्टिटेंट डायरेक्टर स्तर के अधिकारी हैं। जिन अधिकारियों को नियुक्त किया गया है, उनमें
संजीव श्रीवास्तव को कोंडागांव व नारायणपुर, जेपी रथ को जांजगीर और सक्ति, आरएस चौहान को अंबिकापुर और बलरामपुर, केसी काबरा को मुंगेली और कबीरधाम, टीके साहू को राजनांदगांव और दुर्ग, एचआर सोम को धमतरी और गरियाबंद, एनके द्वेदी को कोरबा और बिलासपुर, एनके प्रधान को बलौदाबाजार और महासमुंद, आरएल ठाकुर को बालोद और रायपुर, डीएस ध्रुव को बीजापुर और सुकमा, ललित गणवीर को दंतेवाड़ा और बस्तर, एचसी दिलावर को बेमेतरा, ईकबाल अंसारी को रायगढ़ और जशपुर, प्रवीण श्रीवास्तव को कोरिया और सूरजपुर और हरीश वरू को कांकेर की जिम्मेदारी दी गयी है।
::/fulltext::रायपुर । इसी महीने से स्मार्टफोन वितरण का काम शुरू होने जा रहा है… सबकुछ ठीक रहा तो अगले 10 दिनों के भीतर ही लोगों को फोन दिया जाना शुरू हो जायेगा, लेकिन सरकार ने तय किया है कि स्मार्टफोन उसी को दिया जायेगा, जिनके पास आधार कार्ड होगा। बिना आधार कार्ड के फोन नहीं दिया जायेगा। सरकारी सूत्रों के मुताबिक आधार कार्ड की अनिवार्यता गड़बड़ियों को रोकने और सुरक्षागत कारणों की वजह से किया गया है।
स्मार्टफोन वितरण योजना सरकार की इतनी लुभावनी है कि हर किसी की दिलचस्पी सरकार के स्मार्टफोन को हासिल करने की है, लिहाजा सरकार को इस बात की भी आशंका है कि फोन लेने के लिए कुछ लोग हेराफेरी का सहारा ले सकते हैं, ऐसे में सरकार ने फोन वितरण के लिए आधार कार्ड की अनिवार्यता रखी है, ताकि इसमें गड़बड़ियों की गुंजाईश कम हो। स्मार्ट फोन के फार्म में आधार नंबर तो लिखकर पहले ही जमा ले लिया गया है। स्मार्ट फोन लेते वक्त भी आरिजनल आधार कार्ड लाना होगा, जबकि उसकी फोटो कॉपी जमा करानी होगी। यही नहीं कि जिनके नाम पर फोन वितरण किया जा रहा है, आधार कार्ड के साथ उसकी मौजूदगी भी जरूरी होगी।
आपको बता दें कि राज्य सरकार ने संचार क्रांति योजना के तहत राज्य में 1600 मोबाइल टावरों की स्थापना और एक हजार 467 करोड़ रूपए की लागत के 50 लाख स्मार्ट फोन बांटने का लक्ष्य रखा है। इस योजना के क्रियान्वयन के लिए प्रथम अनुपूरक में 566 करोड़ 79 लाख रूपए का अतिरिक्त प्रावधान किया गया है।
::/fulltext::धारावाहिक ’तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ में डॉ. हाथी का किरदार निभाते थे श्री कविकुमार आजाद.
रायपुर- छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने डॉ. हंसराज हाथी के नाम से लोकप्रिय टेलीविजन कलाकार श्री कवि कुमार आजाद के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। श्री आजाद का आज मुम्बई के एक अस्पताल में निधन हो गया। डॉ. सिंह ने रायपुर में जारी शोक संदेश में कहा है कि स्वर्गीय श्री आजाद लोकप्रिय टेलीविजन धारावाहिक ’तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ में अपने किरदार ’डॉ. हंसराज हाथी’ के नाम से जनता में काफी लोकप्रिय थे। डॉ. रमन सिंह ने उनके शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की है और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है।
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