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छत्तीसगढ़ की दीदियां बनीं आत्मनिर्भरता की ब्रांड एंबेसडर : लखपति दीदियों की सफलता हजारों महिलाओं के लिए बनेगी प्रेरणा – मुख्यमंत्री श्री साय
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के लखपति दीदी बनाने के संकल्प से महिलाएं बनी आत्मनिर्भर : मुख्यमंत्री
रायपुर-महिलाएं आज जीवन के हर क्षेत्र में सफलता के नए आयाम गढ़ रही हैं। तकनीक ने पूरी दुनिया के उत्पादों को फिंगरटिप्स पर ला दिया है और अब डिजिटल माध्यम से वैश्विक बाजार तक पहुँचना संभव हो गया है। इसी उद्देश्य से बिहान की दीदियों को डिजिटल प्रशिक्षण दिया जा रहा है ताकि छत्तीसगढ़ के उत्पाद देश और दुनिया के बाजारों तक पहुँच सकें। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज राजधानी रायपुर के शहीद स्मारक भवन में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग तथा पॉलिसी वॉच द्वारा आयोजित बिहान दीदियों के प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह बात कही।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि नवरात्रि का पर्व हमारी संस्कृति में नारी शक्ति के सम्मान और पूजन का प्रतीक है। जहां नारी का सम्मान होता है, वहीं देवताओं का वास माना जाता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की महिलाएं इतिहास रच रही हैं। बिहान की बहनों की कामयाबी हमें गर्व से भर देती है। छत्तीसगढ़ की दीदियां अब आत्मनिर्भरता की ब्रांड एम्बेसडर बन रही हैं। लखपति दीदियां सपनों को नए पंख दे रही हैं और आज उन्हें डिजिटली सक्षम बनाकर उनके उत्पादों को वैश्विक बाजार से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि यदि हम संकल्प लेकर आगे बढ़ें तो सफलता निश्चित है। केंद्र और राज्य सरकार मिलकर महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए निरंतर कार्य कर रही हैं। वर्ष 2027 तक देशभर में 3 करोड़ और छत्तीसगढ़ में 8 लाख महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया कि जशपुर जैसे जिलों में महुआ आधारित उत्पाद तैयार हो रहे हैं, जिन्हें ‘जशप्योर’ ब्रांड के रूप में राष्ट्रीय पहचान मिली है। कोरोना काल में महुआ से सैनिटाइज़र बनाकर महिलाओं ने अपनी क्षमता और नवाचार का परिचय दिया था।
मुख्यमंत्री श्री साय ने आगे कहा कि महतारी वंदन योजना से महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने में मदद मिली है। आत्मनिर्भरता का मार्ग संकल्प और प्रयास से ही संभव है। महिला स्व-सहायता समूहों के नवाचार और परिश्रम से प्रदेश की अर्थव्यवस्था को नई दिशा मिल रही है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि सरकार महिलाओं को और अधिक सशक्त बनाने के लिए हरसंभव सहयोग करेगी।
महिलाओं ने साझा किया लखपति बनने का शानदार सफर
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने लखपति दीदी बनने की प्रेरक कहानियाँ सुनीं। बलरामपुर जिले के तारकेश्वरपुर की श्रीमती पूनम गुप्ता ने बताया कि सरस्वती महिला स्व-सहायता समूह से जुड़ने के बाद उनके जीवन में बड़ा बदलाव आया। प्रशासन के सहयोग से किराना दुकान खोली, आटा चक्की स्थापित की और अब पिकअप व ट्रैक्टर खरीदकर व्यवसाय को विस्तार दिया है।
गरियाबंद की श्रीमती हेमिन साहू ने बताया कि एक समय सब्जी खरीदने तक में कठिनाई होती थी। बिहान से लोन लेकर आचार-पापड़ का व्यवसाय शुरू किया, जो अब राजिम में दुकान तक पहुँच चुका है। आज उन्हें प्रतिदिन लगभग 4 हजार रुपए की आय हो रही है। हाल ही दिल्ली के सरस मेले में उन्होंने 2 लाख 31 हजार रुपए की बिक्री की।
श्रीमती गीता वैष्णव ने भावुक होकर कहा कि पहले उन्हें 10 रुपए के लिए हाथ फैलाना पड़ता था। लेकिन बिहान के माध्यम से मां वैभवलक्ष्मी स्व-सहायता समूह से जुड़कर उन्होंने आचार-पापड़ व्यवसाय शुरू किया। अब वे अपनी कमाई से बेटे को सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनाने का सपना पूरा कर रही हैं।
रायपुर की श्रीमती गीता वर्मा ने बताया कि वैभव स्व-सहायता समूह से जुड़कर हल्दी-मसाले का व्यवसाय शुरू किया और आज हर महीने 15 से 20 हजार रुपए की आय अर्जित कर रही हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी के लखपति दीदी बनाने के संकल्प ने उनकी और लाखों बहनों की जिंदगी बदल दी है।
मुख्यमंत्री ने बिहान दीदियों के स्टॉलों का किया निरीक्षण
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने शहीद स्मारक भवन परिसर में पॉलिसी वॉच इंडिया फाउंडेशन द्वारा लगाए गए बिहान दीदियों के स्टॉलों का अवलोकन किया। उन्होंने विभिन्न स्व-सहायता समूहों की महिलाओं से चर्चा कर उनके उत्पादों और आजीविका गतिविधियों की जानकारी ली।
इस दौरान उन्होंने भारत माता संकुल, डोंगरगांव की महिलाओं से साहीवाल और गिर गाय के A2 मिल्क से निर्मित घी की खरीदारी की। समूह की श्रीमती दिनेश्वरी साहू ने बताया कि उनके पास 25 से 30 गाएं हैं, जिनसे डेयरी उत्पाद तैयार कर महिलाएं अच्छी आय कमा रही हैं।
जालाग्राम संगठन, सेरीखेड़ी की श्रीमती खिलेश्वरी मधुकर ने बताया कि उनके समूह की महिलाएं फिनायल, धूपबत्ती, मोमबत्ती, कुकीज़ और ग्लिसरीन सोप बनाकर आत्मनिर्भर बन रही हैं।
वहीं जय माँ भवानी स्व-सहायता समूह, मुंदगांव (डोंगरगढ़) की श्रीमती लक्ष्मी गंधर्व ने मुख्यमंत्री को अगरवुड का पौधा भेंट किया और बताया कि अगरवुड से बनने वाले तेल की कीमत लाखों रुपए होती है। इसका उपयोग अगरबत्ती, परफ्यूम और एसेंशियल ऑयल निर्माण में किया जाता है।
राष्ट्रीय पहचान की ओर बिहान की दीदियां
उल्लेखनीय है कि पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग और पॉलिसी वॉच के संयुक्त तत्वाधान में बिहान की दीदियों के लिए विशेष कार्यशाला आयोजित की गई है। इसके अंतर्गत स्व-सहायता समूह की महिलाएं अपने उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्लेटफ़ॉर्म पर बेच सकेंगी। उन्हें प्रोडक्ट की ब्रांडिंग, कास्टिंग और पैकेजिंग जैसी बारीकियों का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
कार्यक्रम में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की प्रमुख सचिव श्रीमती निहारिका बारीक सिंह तथा फ्लिपकार्ट के मुख्य कॉरपोरेट अधिकारी श्री रजनीश कुमार सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
डब्लू आर एस कॉलोनी में रावण दहन: राज्यपाल रमेन डेका और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की उपस्थिति में उमड़ा उत्साह
अधर्म पर धर्म की विजय का पर्व: रायपुर में विजयादशमी उत्सव का भव्य आयोजन
राजधानी के डब्लू आर एस कॉलोनी मैदान में 55वें श्रीराम विजयादशमी उत्सव का भव्य आयोजन हुआ। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के राज्यपाल श्री रमेन डेका एवं मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की गरिमामय उपस्थिति रही। कार्यक्रम में विशाल जनसमूह ने रावण दहन और आतिशबाजी का रोमांचक दृश्य देखा और देर तक उत्सव का आनंद लिया।
राज्यपाल श्री रमेन डेका ने कहा कि विजयादशमी का यह पर्व आत्ममंथन का भी अवसर है। उन्होंने कहा कि आज हम सभी को संकल्प लेना चाहिए कि अपने भीतर के अहंकार और बुराई का त्याग कर समाज और राष्ट्र की प्रगति में सकारात्मक भूमिका निभाएँ।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि दशहरा का पर्व अधर्म पर धर्म की, असत्य पर सत्य की और बुराई पर अच्छाई की विजय का संदेश देता है। यह पर्व हमें अपने भीतर के नकारात्मक विचारों और प्रवृत्तियों को त्यागकर सद्मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है।
इस अवसर पर कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम, विधायक श्री पुरंदर मिश्रा सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, आयोजन समिति के पदाधिकारी और श्रद्धालुगण उपस्थित थे।
विजयादशमी पर आत्मसमर्पण की गूंज – बीजापुर में 103 नक्सलियों ने छोड़ा हिंसा का रास्ता
विजयादशमी का पर्व आज हिंसा और भ्रम पर विकास और विश्वास की विजय का साक्षी – मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय
रायपुर-धर्म और न्याय की विजय का प्रतीक विजयादशमी का पर्व इस बार छत्तीसगढ़ में हिंसा और भ्रम पर विकास और सुशासन की ऐतिहासिक विजय का भी प्रतीक बन गया। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने बीजापुर में 103 नक्सलियों के आत्मसमर्पण पर सुरक्षा बलों को बधाई देते हुए कहा कि यह कदम प्रदेश के शांतिपूर्ण और समृद्ध भविष्य की दिशा में एक निर्णायक पड़ाव है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि राज्य सरकार की “आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति 2025” और “नियद नेल्ला नार योजना” ने लाल आतंक के भ्रम से भटके लोगों के दिलों में विश्वास और आशा का दीप प्रज्वलित किया है। “पूना मारगेम अभियान” से प्रेरित होकर बीजापुर में कुल 103 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। इनमें से 49 नक्सली वे भी हैं, जिन पर कुल 1 करोड़ 6 लाख 30 हजार रुपए तक का इनाम घोषित था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आत्मसमर्पण करने वाले प्रत्येक व्यक्ति को नई शुरुआत के लिए 50 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई है। साथ ही, नक्सल उन्मूलन नीति के अंतर्गत उन्हें सम्मानजनक जीवन जीने और समाज की मुख्यधारा में शामिल होने का अवसर दिया जा रहा है। अब तक 1890 से अधिक माओवादी आत्मसमर्पण कर चुके हैं, जो सरकार की नीतियों की प्रभावशीलता और जनता के विश्वास का प्रत्यक्ष प्रमाण है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन और केंद्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह जी के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार का संकल्प है कि 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद का पूर्ण उन्मूलन किया जाएगा और आत्मसमर्पित लोगों को सुरक्षित, सम्मानजनक एवं उज्ज्वल भविष्य दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि यह परिवर्तन केवल बस्तर की धरती तक सीमित नहीं, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ के शांतिपूर्ण, समृद्ध और विकसित भविष्य की ओर एक सशक्त कदम है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की वृद्धजनों के लिए ' सियान गुड़ी' खोलने की पहल
बैकुंठपुर में खुला प्रदेश का पहला बुजुर्ग स्वास्थ्य देखभाल केन्द्र
आधुनिक सुविधाओं से लैस केंद्र का हुआ शुभारंभ, बुजुर्गों मिलेगी राहत
रायपुर-मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय द्वारा प्रदेश में बुजुर्गों की बेहतर देखभाल के लिए "सियान गुड़ी" खोलने की पहल के बाद कोरिया के जिला अस्पताल परिसर में प्रदेश का पहला बुजुर्ग स्वास्थ्य एवं देखभाल केंद्र शुरू किया गया है। इसका शुभारंभ विधायक श्री भईया लाल राजवाड़े एवं कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने संयुक्त रूप से किया।
विधायक बोले वृद्धजन दिवस पर कोरिया को मिला अनमोल तोहफ़ा
कार्यक्रम में विधायक श्री राजवाड़े ने कहा कि आज वृद्धजन दिवस पर जिले को मिली यह सुविधा वास्तव में एक बड़ा तोहफ़ा है। उन्होंने कहा, हमारे बुजुर्गों ने जीवन भर समाज और परिवार को संवारने में योगदान दिया है। उनकी देखभाल और उपचार के लिए यह केंद्र अत्यंत सहायक सिद्ध होगा।
कलेक्टर त्रिपाठी ने कहा इस उम्र में भीड़ और दर्द सबसे बड़ी समस्या
कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने कहा कि उम्र बढ़ने पर घुटनों, एड़ियों और अन्य रोगों से पीड़ित होना सामान्य बात है। उन्होंने कहा, हम सबको इस अवस्था से गुजरना है। बुजुर्ग अवस्था में सबसे बड़ी समस्या भीड़ से बचाव और दर्द से राहत की होती है। इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री जी की मंशा अनुरूप यह बुजुर्ग देखभाल केंद्र शुरू किया गया है। उन्होंने बताया कि महज डेढ़ माह में यह केंद्र बनकर तैयार हुआ है।
उन्होंने बुजुर्गों से अपील की कि वे इस केंद्र की जानकारी अपने आसपास के अन्य वृद्धजनों तक भी पहुंचाएं। साथ ही उन्होंने बताया कि ‘वयोवृद्ध एक्सप्रेस’ भी चलायी जा रही है, ताकि वे बुजुर्ग जो अस्पताल तक नहीं पहुंच पाते, उनके घर तक ही जांच और उपचार की सुविधा दी जा सके। विधायक श्री राजवाड़े, कलेक्टर श्रीमती त्रिपाठी व जनप्रतिनिधियों ने बुजुर्गो को पुष्प, शाल व श्रीफल भेंटकर सम्मान किया और इन प्रतिनिधियों ने नई पीढी से इन बुजुर्गो के देखभाल के साथ आत्मीय संवाद बनाए रखने की अपील की।
बुजुर्गों के लिए अत्याधुनिक उपकरण और थेरेपी
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रशांत सिंह ने बताया कि बुजुर्ग स्वास्थ्य केंद्र में अत्याधुनिक उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं। इनमें ट्राइसाइकिल, बैलेंस बोर्ड, फुट मसाजर, पैरेलल बार, स्टेयर क्लाइंबिंग, ट्रेडमिल, मसाज चेयर, ट्रैक्शन और वैक्स बाथ जैसी सुविधाएं शामिल हैं। उन्होंने कहा कि यहां फिजियोथेरेपी और पंचकर्म जैसी सेवाएं भी बुजुर्गों को उपलब्ध होंगी। अब बुजुर्गों को इन उपचारों के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा।
वृद्धजन दिवस पर उपकरण वितरण
अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस पर समाज कल्याण विभाग की ओर से जिले के कई बुजुर्गों को छड़ी और अन्य सहायक उपकरण भी वितरित किए गए।
2 से 8 अक्टूबर तक ‘आरोग्यम निकुष्ठ कोरिया अभियान‘
डॉ. सिंह ने जानकारी दी कि 2 से 8 अक्टूबर तक जिले में ‘आरोग्यम निकुष्ठ कोरिया अभियान’ संचालित होगा। इसके तहत कुष्ठ रोग के लक्षण, बचाव, जांच, उपचार और इससे जुड़ी भ्रांतियों को दूर करने के लिए जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।