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स्कैल्प सोरायसिस एक सामान्य रोग है जिसमें सिर की त्वचा पर लाल और परतदार पैचेज़ पड़ जाते हैं। इसमें एक बड़ा या कई छोटे पैचेज़ हो सकते हैं। ये पैचेज़ बालों से ढके रहते हैं लेकिन धीरे-धीरे माथे, गर्दन और कानों के पीछे तक पहुंच जाते हैं। चिकित्सा के इतिहास में अब तक स्कैल्प सोरायसिस की कोई जानकारी नहीं है। ये कोई संक्रामक रोग नहीं है बल्कि वंशानुगत है। अगर आपके परिवार में किसी को स्कैल्प सोरायसिस रहा है तो आपकी इसके चपेट में आने की संभावना बढ़ जाती है।
स्कैल्प सोरायसिस के लक्षणों में स्कैल्प पर स्केली और पैची स्किन, खुजली और डैंड्रफ होना आदि शामिल है। स्कैल्प सोरायसिस की वजह से बाल नहीं झड़ते हैं। अगर आपको स्कैल्प सोरायसिस है तो किसी डर्मेटोलॉजिस्ट से तुंरत संपर्क करें। डॉक्टर आपको स्टेरॉएड, तेल या लोशन बताएंगे जो आपको स्कैल्प सोरायसिस से तो बचालेंगें लेकिन आपके बालों की सेहत को खराब कर सकते हैं। इसलिए बेहतर होगा कि आप स्कैल्प सोरायसिस का ईलाज घरेलू नुस्खों से करें।
एप्पल सिडर विनेगर
एप्पल सिडर विनेगर में एंटी-बैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं। ये स्कैल्प सोरायसिस के कारण हुए लालपन, छालों और सूजन को कम करने में मदद करते हैं। इसमें एंटीसेप्टिक यौगिक भी होते हैं जो संक्रमण से बचाते हैं। दो चम्मच एपपल सिडर विनेगर को आधे कप पानी में डालें। इससे जलन कम होगी। इसे 20 मिनट तक प्रभावित हिस्से पर लगाएं। सप्ताह में दो बार इसे लगाएं। गुनगुने पानी से सिर धो लें।
एलोवेरा
एलोवेरा जैल को स्कैल्प पर लगाने पर ठंडक मिलती है। ये खुजली और जलन से राहत दिलाता है। इसमें एंटी इंफ्लामेट्री और एंटीसेप्टिक यौगिक होते हैं जो नैचुरली सोरायसिस को ठीक करने में मदद करते हैं। ताजा एलोवेरा जैल लें और उसमें लैवेंडर ऑयल मिलाएं। इसे लगाने के बाद पानी या मेडिकेटेड शैंपू से बालों को धो लें।
स्कैल्प सोरायसिस के घरेलू नुस्खों में नारियल तेल भी बहुत असरकारी होता है। ये स्किन पैचेज़ को कम करता है और स्कैल्प इसे आसानी से सोख लेता है जिससे सूखापन और पैचेज़ नहीं बनते हैं। नारियल तेल को हल्का सा गर्म करके सिर पर लगाएं। इससे मालिश करें और सुबह बालों को धो लें। नारियल तेल की जगह पुदीने का तेल, टी ट्री ऑयल, सरसों का तेल और लैवेंडर ऑयल भी लगाएं।
डैड सी सॉल्ट
ये कई त्वचा विकारों को ठीक करने में मदद करता है। ये त्वचा को आराम और ठंडक पहुंचाता है। गुनगुने पानी में डैड सी सॉल्ट डालें और 15 मिनट के लिए इसे अपने बालों पर लगाएं। इससे खुजली और स्केल हट जाएंगें।
योगर्ट
योगर्ट त्वचा को मॉइश्चराइज़ करता है। ये स्कैल्प की खुजली और सूखेपन को घटाता है। योगर्ट मृत त्वचा कोशिकाओं को हटाकर त्वचा को एक्सफोलिएट करता है। स्कैल्प पर आधे घंटे तक योगर्ट को लगाएं और मसाज करें। किसी एंटीसेप्टिक शैंपू से सिर धो लें।
अदरक में औषधीय और एंटी इंफ्लामेट्री यौगिक होते हैं। इसमें एंटी माइक्रोबियल यौगिक भी होते हैं जो संक्रमण से बचाते हैं। स्कैल्प सोरायसिस में अदरक को घरेलू नुस्खे के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। पानी में अदरक के एक टुकड़े को उबालें। पानी को दानकर इसमें शहद और नींबू डालें और इसे ठंडा होने के लिए रख दें। बाद में इससे सिर धो लें।
शिया बटर
शिया बटर में विटामिन ए, विटामिन ई और ट्राईग्लिसराइड होते हैं जो सिर की त्वचा को पोषण और नमी प्रदान करते हैं। शिया बटर मृत और स्केली त्वचा को हटाने में मदद करता है। ये स्कैल्प सोरायसिस के साथ-साथ शरीर पर सोरायसिस को भी ठीक कर सकता है। शिया कटर को पिघलाकर उससे स्कैल्प पर मसाज करें और रातभर के लिए छोड़ दें। इसे सप्ताह में दो बार करें।
::/fulltext::रायपुर। यह खबर उन सभी लोगों के लिए है जो ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं करते. अगर आप भी उनमें से एक हैं तो आज से ही सावधान हो जाइये. अब पुलिस की तीसरी दृष्टि से ऐसे लोग बिल्कुल भी नहीं बच पाएंगे. अब ट्रैफिक नियमों का किसी भी तरह से उल्लंघन करने पर ई-चालान खुद ही जनरेट हो जाएगा और उल्लंघन करने वाले वाहन चालक के घर स्पीड पोस्ट से भेज दिया जाएगा.
इसके साथ ही वाहन चालक को एसएमएस एवं मैनुअल भी ई-चालान भेजा जाएगा. जिसके लिए आरटीओ से भी लिंक किया गया है ताकि समय-समय पर वाहन के डेटाबेस की जानकारी अपडेट होती रही. यही नहीं ऐसे वाहन चालकों के लायसेंस भी निरस्त किये जा सकते हैं. दरअसल दुर्ग में आईटीएमएस याने कि इन्ट्रीगेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम की शुरुआत हो गई है. इसके साथ ही दुर्ग जिला प्रदेश का ऐसा पहला जिला बन गया है जहां इस सिस्टम को लागू कर दिया गया है. प्रथम चरण में 126 कैमरे लगाए गए हैं जिसका खर्च तकरीबन 5 करोड़ रुपए आया है.
दुर्ग के एएसपी ट्रैफिक विजय अग्रवाल ने बताया कि शुरुआती 10 दिन वाहन चालकों को ऐसी कार्रवाई से बचने के लिए जागरुक करने ट्रैफिक पुलिस द्वारा अभियान चलाया जा रहा है. इसके साथ ही सोशल मीडिया के माध्यम से भी लोगों को जानकारी दी जा रही है. इस अभियान के समाप्त होने के बाद ट्रैफिक विभाग यातायात नियमों को लेकर सख्ती बरतना शुरु कर देगा. इसके अलावा जो लोग चालान का पैसा जमा नहीं करेंगे उनके प्रकरण न्यायालय में पेश किए जाएंगे. वहीं इस सिस्टम के माध्यम से ऐसे वाहन चालकों का डेटाबेस भी पुलिस द्वारा तैयार किया जा रहा है जो एक बार से अधिक ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन कर चुके हैं. ऐसे वाहन चालकों का लायसेंस निरस्त करने की कार्रवाई की जाएगी.
ऐसे किया जा रहा है जागरूक
यातायात सिग्नल का उल्लंघन करने, मोटर सायकल में तीन सवारी, बिना हेल्मेट के दो पहिया वाहन चलाने एवं गलत नंबर प्लेट का डिटेन्शन कैमरों के जरिए आटो मैटिक चालान जनरेट हो जाएगा. आईटीएमएस के प्रथम चरण में कुल 126 कैमरे दुर्ग-भिलाई के प्रमुख 11 अलग-अलग चौक चौराहों पर लगाया गया है. इसके साथ ही 78 कैमरे, नंबर प्लेट रीडर, 33 सर्विलांस कैमरे, 8 कैमरे रेड लाइट वायलेशन डिटेक्टर एवं 7 कैमरे 360 डिग्री पर घूमने वाले पीटी 2 कैमरे लगाए गए हैं. जो कैमरे लगाए गए हैं वे सभी नाइट विजन कैमरे हैं. इन कैमरों से रात में भी स्पष्ट तस्वीरें आएंगी.
जो कैमरे लगाए गए हैं उनका मास्टर कंट्रोल पुलिस कंट्रोल रुम में ही बनाया गया है. दूसरे चरण में 48 अन्य चौक-चौराहों में ये कैमरे लगाए जाएंगे. इन कैमरों के लग जाने से दिन-रात चौबीस घंटे पुलिस की नजर सड़क पर रहेगी. सिग्नल वायलेंस या फिर और किसी तरह से ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन करने पर आटोमेटिक तरीके से चालान जनरेट हो जाएगा. उसके साथ ही इससे आपराधिक घटनाओं को अंजाम देकर भागने वालों को ट्रेस करने में भी पुलिस को आसानी रहेगी. ये जो कैमरे लगाए गए हैं उन 126 कैमरों में 78 कैमरे नंबर प्लेट पढ़ने वाले, 33 कैमरे सर्विलांस यानि कि निगरानी करने वाले कैमरे हैं. बाकि के कैमरे की नजर रेड लाइट वायलेशन डिटेक्टर एवं PTZ वाले कैमरे हैं.
ये भी होगा फायदा
अक्सर देखा गया है कि ट्रैफिक पुलिस नियमों का उल्लंघन करने पर जिन्हें रोकती है उनसे उनकी तीखी बहस भी होती है. गलती करने वाले वाहन चालक पुलिस को ऊंची पहुंच का धौंस दिखाते हैं और किसी न किसी वीआईपी से फोन कराकर उन पर चालानी कार्रवाई नहीं करने का दबाव भी डालते हैं. अब आईटीएमएस के शुरुआत हो जाने से पुलिस को इस तरह की चीजों से मुक्ति मिल जाएगी. यहां तक की वीआईपी भी नियमों का उल्लंघन करेंगे तो उनके घर भी ई-चालान पहुंच जाएगा लेकिन अपना रौब दिखाने काफी देर हो चुकी होगी.
::/fulltext::रायपुर- मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की अध्यक्षता में आज यहां मंत्रालय (महानदी भवन) में आयोजित मंत्रिपरिषद की बैठक में अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए, जो निम्नानुसार हैः-
सहज बिजली बिल स्कीम की घोषणा
कृषक जीवन ज्योति योजना में विस्तार के बाद इस योजना के अंतर्गत किसानों को विकल्प के अनुसार पंप की क्षमता एवं संख्या के आधार पर बिजली की सप्लाई नीचे दर्शाई गयी फ्लैट रेट पर की जाएगी:-
पंप की क्षमता |
फ्लैट रेट की दर |
05 एचपी तक के द्वितीय पंप पर |
रूपए 200 प्रति एचपी प्रतिमाह |
05 एचपी से अधिक प्रथम एवं द्वितीय पंप पर |
रूपए 200 प्रति एचपी प्रतिमाह |
05 एचपी तक के एवं 05 एचपी से अधिक क्षमता के तृतीय एवं अन्य पंप पर |
रूपए 300 प्रति एचपी प्रतिमाह |
इस निर्णय के लागू करने के उपरांत कृषक जीवन ज्योति योजना के अंतर्गत सहज बिजली बिल स्कीम के तहत किसानों को बिजली बिल की बकाया राशि हेतु जारी बिलों को किसानों के विकल्प के अनुसार फ्लैट रेट पर संशोधित किया जाकर भुगतान की सुविधा दी जाएगी। योजना के अंतर्गत विकल्प प्रस्तुत करने के लिए 31 मार्च 2019 की अवधि निर्धारित की गयी है।
कोरिया . ….मनेंद्रगढ़ विधायक श्याम बिहारी जायसवाल का एक वीडियो वायरल हो गया है। वीडियो में विधायक जी कह रहे हैं – “टांग देंगे अगर हमारे विधानसभा में ऐसा हुआ तो”.…. अब विधायक जी का गुस्सा वाजिब है या फिर गैर वाजिब …ये तो बाद में हम बतायेंगे, लेकिन जिन शब्दों को उन्होंने इस्तेमाल किया, उसे कतई वाजिब नहीं कहा जा सकता है, जाहिर है विधायक का अफसरों को चेताते हुए ये वीडियो पूरे प्रदेश में वायरल हो गया है। जिस वीडियो का हम जिक्र कर रहे हैं, दरअसल वो वीडियो सोमवार का है। श्रम विभाग के कार्यक्रम में विधायक श्याम बिहार जायसवाल को भी बुलाया गया था।
::/introtext::कार्यक्रम में हितग्राहियों को साइकिल, सिलाई मशीन और राजमिस्त्री का किट वितरित किया जाना था। कार्यक्रम में संख्या से अधिक हितग्राही पहुंच गये, लेकिन उन्हें वितरित करने के लिए अफसरों के पास ना तो साइकिल और सिलाइ मशीन और ना ही किट बचा था। पूरे दिन हितग्राही अपनी बारी का इंतजार करते रह गये। …आखिर में उन्हे कह दिया गया, उन्हें समान बाद में वितरित किया जायेगा।
ये सुनते ही हंगामा शुरू हो गया, स्थानीय प्रार्षद से लेकर छुटभैये नेता विवाद करने लगे। विवाद बढ़ता देख विधायक श्याम बिहारी जायसवाल ने भी आपा खो दिया। उन्होंने श्रम अधिकारी पर फटकार लगाते हुए कहा कि
::/fulltext::“टांग देंगे अगर हमारे विधानसभा में ऐसा होगा तो, जब सुबह से लोग आये थे, तो क्यों नहीं बताया”