Owner/Director : Anita Khare
Contact No. : 9009991052
Sampadak : Shashank Khare
Contact No. : 7987354738
Raipur C.G. 492007
City Office : In Front of Raj Talkies, Block B1, 2nd Floor, Bombey Market GE Road, Raipur C.G. 492001
रायपुर. संचार क्रांति को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार की मुफ्त मोबाइल बांटने की योजना की एक ओर जहां तारीफ हो रही है, वहीं दूसरी ओर एक ऐसा कारोबारी वर्ग है, जो इस योजना से खुश नहीं है और इससे उनके कारोबारी क्षेत्र में दहशत का माहौल है। मोबाइल कारोबारी इस योजना को लेकर इन दिनों काफी परेशान हैं। उनका कहना है कि सरकार की इस योजना से 300 करोड़ से अधिक का कारोबार प्रभावित होने की आशंका है।
::/introtext::मोबाइल कारोबारियों का कहना है कि मुफ्त मोबाइल योजना से शहरी क्षेत्रों में तो ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों का कारोबार पूरी तरह से बैठ जाएगा। कम से कम छह से आठ माह तक मोबाइल कारोबार उठ नहीं पाएगा, क्योंकि लोगों को मुफ्त में मोबाइल मिल रहा है तो कोई पैसे खर्च क्यों करेगा। मोबाइल कारोबारियों में इसी बात को लेकर चिंताएं बनी हुई हैं। बताया जा रहा है कि इस मुफ्त मोबाइल योजना के तहत करीब 60 से 65 लाख मोबाइल बांटे जाने हैं और इसकी तैयारी भी शुरू हो गई है। मोबाइल कारोबारियों का कहना है कि इस सेक्टर में प्रदेश में हर माह करीब 110 करोड़ का कारोबार होता है और इनमें 40 फीसद हिस्सा ग्रामीण क्षेत्रों का रहता है।
यह भी है कहना
कारोबारियों का यह भी कहना है कि इन दिनों मोबाइल बाजार की स्थिति वैसे ही खराब है और उसपर से मुफ्त मोबाइल योजना उनपर भाड़ी पड़ने वाली है। इन दिनों बाजार की रफ्तार काफी सुस्त है। कंपनियों द्वारा ग्राहकों को लुभाने के लिए आकर्षक ऑफर निकालने के बाद भी कोई फर्क नहीं पड़ रहा है।
::/fulltext::कांकेर। यह अफ्रीका के किसी सुदूर पिछड़े गांव का नहीं, आज के भारत का नजारा है। स्कूल जाने के लिए बच्चों को पहाड़ लांघना पड़ता है। दो किमी लंबा पहाड़ी रास्ता घने जंगलों से घिरा हुआ है। भालू, तेंदुआ, सांप, बिच्छू से भरा है। बच्चे एक के पीछे एक लाइन बना आगे बढ़ते हैं।
::/introtext::छत्तीसगढ़ के कांकेर जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर स्थित मुरनार गांव में यह नजारा हर रोज का है। तमाम नकारात्मक बातों के बीच अच्छी बात यह है कि ये बच्चे नियमित रूप से स्कूल जाते हैं। आना-जाना मिलाकर रोजाना चार किलोमीटर। जंगली जानवरों का भय लगातार बना रहता है, यही वजह है कि ये बच्चे दल में चलते हैं। इस गांव के लिए प्रधानमंत्री योजना से सड़क स्वीकृत है, लेकिन निर्माण का अतापता नहीं है।
इसके चलते बच्चों को रोज जोखिम उठाना पड़ता है। दरअसल, यहां के प्रसिद्ध केशकाल घाट से लगे गांव होनहेड़, खालेमुरवेंड, मुरनार व दादरगढ़ के 22 बच्चे पहाड़ के उस पार स्थित ग्राम उपरमुरवेंड हायर सेकंडरी स्कूल में पढ़ते हैं। कक्षा छह से लेकर बारह तक के इन बच्चों में 12 छात्राएं भी हैं। गांव के आसपास यह एकमात्र हायर सेकंडरी स्कूल है। स्कूल के प्रधानाचार्य अजय शर्मा के अनुसार, मौसम कैसा भी हो, बच्चों की उपस्थिति सौ फीसदी रहती है, जो शिक्षकों को भी प्रेरित करती है।
ग्रामीण रतनलाल व बनकूराम बताते हैं कि यह पूरा इलाका दरअसल घनघोर जंगल है। जिस पहाड़ को पारकर बच्चे रोज स्कूल जाते-आते हैं, वहां तेंदुआ, भालू, लकड़बग्घे के अलावा जहरीले सर्प व अन्य जीव-जंतु भी हैं। तेंदुआ व भालू तो गांव के भीतर तक भी पहुंच जाते हैं। पहाड़ पर खतरा होने के कारण प्रतिदिन एक अभिभावक इन बच्चों के साथ जाता है।
वही व्यक्ति वापसी के समय भी उन बच्चों के साथ रहता है। इस तरह सभी अभिभावकों की पारी बंधी है। मौसम लाख खराब हो तो भी बच्चे स्कूल जाना बंद नहीं करते। दूसरी ओर पहाड़ के इस पार स्कूल के एक अध्यापक इन बच्चों का इंतजार करते रहते हैं।
शिक्षा की राह
छात्रा सुशीला, रहेश्वरी, रजुला, संतेश्वरी आदि बताती हैं कि सभी बच्चे पहले पहाड़ के नीचे एक स्थान पर इकठ्ठा होते हैं। जब सभी लोग जुट जाते हैं तब सफर शुरू होता है। बड़े बच्चे आगे और पीछे जबकि छोटे बच्चे बीच में रहते हैं। इन छात्रों ने बताया कि कई बार जंगली जानवरों से उनका सामना हो चुका है।
::/fulltext::
रायपुर . महिला बाल विकास विभाग के संचालक श्री राजेश सिंह राणा द्वारा आरंग के ग्राम अमलेश्वर और आरंग के ग्राम छतौना में आंगनबाड़ी केन्द्रों का निरीक्षण किया गया. अमलेश्वर में निरीक्षण के दौरान श्री राणा ने बच्चों से बात-चीत की और उन्हें पेड़ पौधों के महत्व के बारे में बताया. श्री राणा ने अमलेश्वर में बच्चों के साथ मिलकर आंगनबाड़ी भवन के परिसर में पौधे भी लगाए. दोनों केन्द्रों में निरीक्षण के दौरान उन्होंने पूरक पोषण आहार के मेनू, रेडी टू ईट की गुणवत्ता, पेयजल,शौचालय और बिजली की व्यवस्था आदि का निरीक्षण किया. उन्होंने आंगनबाड़ी भवन में साफ सफाई रखने और भवन के आस पास पौधे लगाने के निर्देश दिए. निरीक्षण के दौरान उन्होंने बच्चों के स्वास्थ्य और पोषण पर विशेष ध्यान देने के निर्देश भी दिए और कहा कि इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए.
::/introtext::प्रदेश की पहली सरकारी गौशाला के लिए पचराही में करेंगे भूमिपूजन
राज्य के इकलौते मछलीपालन कॉलेज के नये भवन का करेंगे लोकार्पण
रायपुर, मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह कल रविवार 8 जुलाई को कबीरधाम जिले का दौरा करेंगे। डॉ. सिंह जिला मुख्यालय कवर्धा सहित विकासखंड बोडला के ग्राम पचराही में आयोजित कार्यक्रमों में शामिल होकर आमसभाओं में लगभग 106 करोड़ 37 लाख रूपए के 41 विभिन्न निर्माण कार्याें का लोकार्पण, भूमिपूजन और शिलान्यास करेंगे। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री राजधानी रायपुर से सवेरे 11.30 बजे हेलीकाप्टर द्वारा रवाना होकर दोपहर 12 बजे ग्राम पचराही पहुंचेंगे और वहां आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के बाद हेलीकाप्टर से ही दोपहर 1.10 बजे कवर्धा आएंगे। डॉ. सिंह कवर्धा में आयोजित कार्यक्रमों में शामिल होने के बाद हेलीकाप्टर द्वारा शाम 4.20 बजे रायपुर लौट आएंगे।
::/introtext::
मुख्यमंत्री जिला मुख्यालय कवर्धा में आयोजित तीन कार्यक्रमों में शामिल होकर जनता को 103 करोड़ 24 लाख रूपए के निर्माण कार्याें की सौगात देंगे। वे इसके पहले पचराही में आयोजित कार्यक्रम में पशुधन विकास विभाग से संबंधित 98 लाख 20 हजार रूपए के छह निर्माण कार्याें का लोकार्पण और दो करोड़ 15 लाख रूपए की लागत से बनने वाले शासकीय गौशाला परिसर का भूमिपूजन और शिलान्यास करेंगे। यह की पहली सरकारी गौशाला होगी। मुख्यमंत्री जिला मुख्यालय कवर्धा के कार्यक्रम में प्रदेश के प्रथम और इकलौते सरकारी मछली पालन कॉलेज के नवनिर्मित भवन का भी लोकार्पण करेंगे। इसका निर्माण कवर्धा से लगे ग्राम सेवईकछार में किया गया है। छात्र-छात्राओं के लिए अलग-अलग छात्रावास भवनों सहित इस कॉलेज भवन के निर्माण में 23 करोड़ 13 लाख रूपए की लागत आयी है। मुख्यमंत्री के हाथों कवर्धा में चार करोड़ 47 लाख रूपए की लागत से निर्मित लाइवलीहुड कॉलेज भवन का भी लोकार्पण होगा। डॉ. सिंह कवर्धा के पी.जी.कॉलेज मैदान में आयोजित आमसभा में जिन निर्माण कार्याें का भूमिपूजन होगा, उनमें चार करोड़ 40 लाख रूपए की लागत से बनने वाले इंडोर स्टेडियम, एक करोड़ रूपए की लागत से बनने वाले ट्रेफिक प्लाजा और बहुउद्देश्यीय भवन, 24 करोड़ 11 लाख रूपए की लागत से नये वाटर ट्रिटमेंट फिल्टर प्लांट पाइप लाइन विस्तार और पानी टंकी निर्माण, हाईटेक बस स्टैंड में द्वितीय चरण में किये जाने वाले पांच करोड़ 29 लाख रूपए के सी.सी.रोड आदि के निर्माण, जिले के 40 स्थानों पर कुल तीन करोड़ 51 लाख रूपए की लागत से बनने वाले पंडित दीनदयाल उपाध्याय सर्वजन मांगलिक परिसर आदि से संबंधित कार्य शामिल हैं। डॉ. सिंह कवर्धा के कार्यक्रम में सहसपुर लोहारा और बोड़ला के आई.टी.आई. भवनों का भी भूमिपूजन और शिलान्यास करेंगे। इनमें से प्रत्येक भवन का निर्माण दो करोड़ 36 लाख रूपए की लागत से किया जाएगा। मुख्यमंत्री कवर्धा प्रवास के दौरान गंगा नगर तालाब सौंदर्यीकरण के पूर्ण हो चुके निर्माण कार्याें का भी लोकार्पण करेंगे।
वे इस अवसर पर ग्राम सोनझरी और बरबसपुर और जरहा टोला के शासकीय हाईस्कूल भवनों का भी भूमिपूजन करेंगे। जिला मुख्यालय कवर्धा में 72 लाख 44 हजार रूपए की लागत से जिला पंजीयक कार्यालय भवन का निर्माण किया जाएगा। मुख्यमंत्री इस भवन का भी भूमिपूजन और शिलान्यास करेंगे। वे ग्राम पचराही के कार्यक्रम में पशुधन विकास विभाग के जिन पांच भवनों का लोकार्पण करेंगे, उनमें 30 लाख रूपए की लागत से ग्राम रेंगाखार में निर्मित पशु चिकित्सालय भवन, कवर्धा में 19 लाख रूपए की लागत से निर्मित जिला पशुरोग अनुसंधान प्रयोगशाला और 16 लाख रूपए की लागत से निर्मित पशु पॉलीक्लिनिक, महाराजपुर में 13 लाख 20 हजार रूपए की लागत से निर्मित पशु औषधालय और 10 लाख रूपए की लागत से निर्मित पशु निरोग स्थल तथा ग्राम खैरबनाकला में दस लाख रूपए की लागत से निर्मित पशु औषधालय भवन शामिल हैं।
मुख्यमंत्री पचराही में दो करोड़ 15 लाख रूपए की लागत से बनने वाले शासकीय गौशाला परिसर का भी भूमिपूजन और शिलान्यास करेंगे। उनके साथ कबीरधाम जिले के विभिन्न कार्यक्रमों में कृषि, पशुधन विकास और जल संसाधन मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल, नगरीय प्रशासन और विकास मंत्री श्री अमर अग्रवाल, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती रमशीला साहू, वन मंत्री श्री महेश गागड़ा, लोकसभा सांसद श्री अभिषेक सिंह, संसदीय सचिव श्री तोखन साहू और श्री मोतीराम चंद्रवंशी, राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष डॉ. सियाराम राम साहू, राज्य औषधीय पादप बोर्ड के अध्यक्ष श्री रामप्रताप सिंह, राज्य गौसेवा आयोग के अध्यक्ष श्री बिशेसर पटेल, कवर्धा के विधायक श्री अशोक साहू, कवर्धा नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती देवकुमारी चंद्रवंशी और राज्य कृषक कल्याण परिषद के सदस्य श्री अजीत चंद्रवंशी सहित जिले के अनेक जनप्रतिनिधि भी शामिल होंगे।