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नई दिल्ली. नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) को सुप्रीम कोर्ट ने निर्देश दिए कि पूर्वी एक्सप्रेसवे को 31 मई से पहले जनता के लिए खोल दिया जाए। कोर्ट ने गुरुवार को कहा- अगर तय समय तक प्रधानमंत्री मोदी वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे का उद्घाटन ना कर पाएं तो इसे जनता के लिए खोल दिया जाए। ये जनता के हित में है। उधर, सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि हम प्रधानमंत्री से तारीख लेकर जल्द इसका उद्घाटन कराएंगे।
देरी से प्रधानमंत्री का कोई लेना-देना नहीं- सरकार
गडकरी ने कहा, "ईस्टर्न एक्सप्रेसवे का काम जल्द पूरा होगा। हम इसके उद्घाटन के लिए प्रधानमंत्री से समय लेंगे और इसे तुरंत खोला जाएगा। प्रधानमंत्री का एक्सप्रेसवे को खोले जाने में देरी से कोई लेना-देना नहीं है। ये काम में देरी के चलते हुए है।"
दिल्ली पहले ही ट्रैफिक का दबाव झेल रही है- सुप्रीम कोर्ट
- जस्टिस मदन बी लोकुर और जस्टिस दीपक गुप्ता की बेंच ने कोर्ट ने हरियाणा-यूपी के शहरों को जोड़ने वाले इस 135 किमी लंबे पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के तैयार हो जाने के बावजूद चालू न होने पर नाराजगी जताई। ये एक्सप्रेस-वे गाजियाबाद, फरीदाबाद, गौतमबुद्धनगर (ग्रेटर नोएडा) और पलवल को जोड़ता है।
- बेंच ने कहा कि राजधानी दिल्ली वैसे ही ट्रैफिक का दबाव झेल रही है और अगर प्रधानमंत्री इसका वक्त से उद्घाटन नहीं कर पाते हैं तो इसे 31 मई से पहले जनता के लिए खोल दिया जाए।
"प्रधानमंत्री के बिना क्यों नहीं हो सकता उद्घाटन"
- एनएचएआई के वकील ने कोर्ट को बताया कि एक्सप्रेसवे का उद्घाटन 29 अप्रैल को प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किया जाना था, लेकिन उनकी कुछ जरूरी प्रतिबद्धताओं की वजह से अभी तक ये नहीं हो पाया है।
- बेंच ने कहा, "हमें बताया गया था कि ईस्टर्न कॉरिडोर का काम पूरा हो गया है और अप्रैल के आखिर तक पीएम उद्धाटन कर देंगे, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पीएम आने वाले दिनों तक भी यहां नही रहेंगे।"
- "सरकार पीएमओ पर जिम्मा डाल रही है, आखिर पीएम का इंतजार क्यों? सरकार की ओर से कोर्ट में पेश हुए एडिशनल सॉलिसीटर जनरल भी उद्घाटन कर सकते हैं। मेघालय हाईकोर्ट बिना औपचारिक उद्घाटन के 5 साल से काम कर रहा है, तो ईस्टर्न कॉरिडोर क्यों नहीं चालू हो सकता।"
81% पूरा हो चुका है एक्सप्रेसवे का काम: हरियाणा सरकार
- हरियाणा सरकार ने कोर्ट को बताया कि 135 किमी लंबे वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे का 81% काम पूरा हो चुका है। इसको पूरा करने में जुटी निजी कंपनी ने इसी साल 30 जून तक निर्माण पूरा होने का आश्वासन दिया है।
2006 में शुरू हुई थी एक्सप्रेसवे की प्लानिंग
- बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ईस्टर्न और वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे की प्लानिंग 2006 में ही शुरू हो गई थी। दिल्ली को ट्रैफिक समस्या से निजात दिलाने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को दिल्ली के बाहर रिंग रोड बनाने का आदेश दिया था।
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कर्नाटक के राज राजेश्वरी विधानसभा क्षेत्र में एक फ्लैट से 10 हजार ‘‘ फर्जी ’’ मतदाता पहचान पत्र मिलने के बाद एक बड़ा विवाद शुरू हो गया है. इसके चलते बीजेपी ने चुनाव रद्द करने की मांग करते हुए दावा किया कि इस रैकेट के पीछे कांग्रेस है , जबकि राज्य की रूलिंग कांग्रेस पार्टी ने इस आरोप को ‘ झूठ ’ बताते हुए खारिज कर दिया.
कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के केवल तीन दिन बचे हैं. चुनाव में दो बड़े विरोधी दलों कांग्रेस और बीजेपी ने एक-दूसरे पर वार करते हुए जिस महिला के फ्लैट से ये फर्जी मतदाता पहचान पत्र मिले हैं, उसे अपने विरोधी पार्टी का होने का दावा किया है.
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि कांग्रेस उम्मीदवार और मौजूदा विधायक मुनिरत्न नायडू इस कथित रैकेट के पीछे हैं और इसका पर्दाफाश बीजेपी कार्यकर्ता राकेश ने किया है.
उधर , कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि फ्लैट की मालिक मंजुला नन्जमारी और राकेश का संबंध बीजेपी से है. दोनों ने बीजेपी के टिकट पर बेंगलुरू नगर निकाय का चुनाव लड़ा था.
कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी संजीव कुमार ने मंगलवार को रात में संवाददाता सम्मेलन बुलाकर बताया कि कार्ड के अलावा , फार्म 6 ए (विदेशी मतदाता द्वारा मतदाता सूची में नाम शामिल करने के लिए आवेदन) तथा दूसरे ज़रूरी दस्तावेज मिले हैं.
जावड़ेकर ने कहा कि बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा रैकेट की जानकारी दिए जाने के बाद पुलिस ने मंगलवार को होलोग्राम के साथ हजारों की संख्या में फर्जी मतदाता पहचान पत्र , लेमिनेशन मशीन और कंप्यूटर जब्त किए. उन्होंने पूरे मामले की बड़े स्तर पर फोरेंसिक जांच की मांग की. उन्होंने कहा , ‘‘ यह कांग्रेस की सोच है कि अगर मतदाता आपके लिये वोट नहीं देते हैं तो फर्जी मतदाता बनाइए. ’’
जावड़ेकर ने दावा किया कि ‘ फर्जी मतदाता पहचान पत्र छापने की फैक्टरी ’ मंजुला के फ्लैट में चलाई जा रही थी. उन्होंने कहा कि मंजुला एक समय बीजेपी से जुड़ी थी किंतु अब वह कांग्रेस के साथ है. उन्होंने मंजुला को तत्काल गिरफ्तार किये जाने की मांग की.
सुरजेवाला ने कहा, ‘‘प्रकाश जावड़ेकर कर्नाटक के लोगों को यह कहकर गुमराह कर रहे हैं कि मंजुला का सम्बन्ध बीजेपी से नहीं है. वह पूर्व बीजेपी पार्षद है और राकेश भी 2015 में बीजेपी के टिकट पर निगम का चुनाव लड़ चुका है.’’ कुछ न्यूज़ चैनलों का दावा है कि राकेश, मंजुला का बेटा है जबकि अन्य का कहना है कि महिला ने उसे गोद लिया था.
कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी द्वारा जारी और कुछ समाचार पत्रों में प्रकाशित एक नोटीफिकेशन में कहा गया कि इस फ्लैट की मालकिन ‘‘मंजुला’’ नन्जमारी है और उसने फ्लैट को राकेश नाम के आदमी को किराए पर दिया है.
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता आनंद शर्मा ने हालांकि बताया कि इस पूरी घटना की प्लानिंग पहले से कर ली गई थी. उन्होंने दावा किया कि मंजुला बीजेपी के साथ जुड़ी हैं और उनके बेटे राकेश ने बीजेपी के टिकट पर नगर निगम का चुनाव लड़ा था.
शर्मा ने दिल्ली में संवाददातओं से कहा , ‘‘ चुनाव आयोग को निश्चित रूप से कार्रवाई करनी चाहिए और पुलिस में मामला दर्ज होना चाहिए. ’’ बीजेपी यह सब हथकंडे अपना रही है क्योंकि हार उसे सामने दिख रही है.
::/fulltext::कश्मीर यूनिवर्सिटी का प्रोफेसर, बाद में पता चलता है कि वो आतंकी है।....
::/introtext::नेशनल डेस्क. कश्मीर यूनिवर्सिटी का प्रोफेसर। दो दिन पहले उसके गायब होने की खबर आती है फिर घरवालों को पता चलता है कि वो आतंकी है। सेना के जवानों ने उसे एनकाउंटर में मार गिराया। हम बात कर रहे हैं कश्मीर यूनिवर्सिटी के सोशियोलॉजी विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर रहे मोहम्मद रफी भट की। जो आतंकी था। रविवार को सेना के जवानों ने रफी समेत पांच आतंकियों का एनकाउंटर किया। लेकिन सवाल की आखिर एक प्रोफेसर आतंकी कैसे बन गया?
बचपन से ही जिहादी मानसिकता का था
कश्मीर के गंदरबाल जिले के चुंडुना गांव में रहने वाले रफी ने नेट और JRF क्वालीफाई किया था। उसने पिछले साल पीएचडी पूरी की थी। इसी दौरान वो कश्मीर यूनिवर्सिटी में सोशियोलॉजी विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर बन गया था। शुक्रवार के दिन रफी ने लास्ट लेक्चर लिया था। इसके बाद करीब 3.06 बजे से गायब हो गया। मीडिया रिपोट्स के मुताबिक रफी भट बचपन से ही जिहादी मानसिकता का था। पिता ने बताया कि वे शुरू से ही रफी पर कड़ी नजर रखते थे। 18 साल की उम्र में उसने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में जाने की कोशिश की, पर पुलिस ने उसे पकड़कर परिवार के हवाले कर दिया। रफी का एक चचेरा भाई भी 1990 के दशक में आतंकी संगठन से जुड़ा था, बाद में उसका भी एनकाउंटर हो गया।
- रफी ने चार साल पहले ही शादी की थी। लेकिन अभी उसका एक भी बच्चा नहीं है। पुलिस के मुताबिक रफी सरेंडर करना चाहता था लेकिन उसके दूसरे साथियों ने ऐसा नहीं करने दिया।
आतंकी गतिविधियों से दूर रखने की कोशिश की
पिता ने बताया कि वो रफी भट को आतंकी गतिविधियों से दूर रखने की कोशिश करते थे। उन्हें अक्सर ये चिंता सताती थी कि जिहादी मानसिकता वाले उनके बेटे का क्या अंजाम होगा। जब बेटा असिस्टेंट प्रोफेसर बन गया तो वो निश्चिंत हो गए। उन्हें लगने लगा कि अब बेटा सही रास्ते पर आ जाएगा। पिता ने बताया कि जब बेटे ने पीएचडी पूरी की थी तो न्यूजपेपर में विज्ञापन भी छपा था। जिसके बाद वो काफी खुश हुए थे।
रफी ने फोन पर पिता से क्या कहा
जम्मू-कश्मीर पुलिस के मुताबिक, रफी की फैमिली शोपियां जिले में अपने घर पर थी, जब रविवार सुबह उनके मोबाइल पर कॉल किया। दरअसल, रफी ने ही माता-पिता से बात करने के लिए आखिरी बार फोन किया था।
पिता अहमद भट ने पुलिस को बताया कि उन्होंने बेटे से आखिरी बार हुई बातचीत में उसे मनाने की कोशिश की। लेकिन रफी ने कहा- 'अगर मैंने आपको दुख पहुंचाया है तो मुझे माफ करना। यह मेरा आखिरी कॉल है, मैं अल्लाह से मिलने जा रहा हूं।'
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खास बातें
नई दिल्ली: तूफान कब आएगा? ये ऐसा सवाल है जो पूरे इंटरनेट पर गूंज रहा है. मौसम विभाग ने आज जबरदस्त तूफान (thunderstorm) आने का पूर्वानुमान लगाया है और तूफान के खतरों से बचाने के लिए तो हरियाणा में दो दिन के लिए स्कूल बंद कर दिए गए हैं. गृहमंत्री मंत्रालय की ओर से जारी की गई जानकारी के मुताबिक देश के 13 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों में आंधी-तूफान के साथ बारिश की आशंका जताई गई है. पिछले हफ्ते राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश सहित 5 राज्यों में आंधी-तूफानसे 124 लोगों की मौत हो गई थी. लेकिन हॉलीवुड समय-समय पर ऐसी फिल्में बनाता रहा है, जिसमें प्राकृतिक आपदाएं इंसान के सामने चुनौतियां पैदा करती हैं, लेकिन इंसान भी उनसे निबटने के तरीके खोज लेता है. तूफान को लेकर हॉलीवुड की कुछ फिल्में तो दुनियाभर में देखी गई हैं और उन्हें पसंद भी किया गया है. यही नहीं, इन फिल्मों में तो तूफान से बचने के तरीके भी नजर आते हैं...
ट्विस्टर (1996): फिल्म की एक्ट्रेस तूफानों का पीछा करती है और उसका वास्ता ऐसे ही एक खतरनाक बवंडर से पड़ता है. जो सबकुछ तबाह करता चला जाता है. वे तूफानों के अध्ययन के लिए अपने पति के साथ निकलती है, और कई बार दोनों इसका शिकार होते-होते बच जाते हैं. लेकिन दोनों अपनी जानकारी और सयानेपन से इससे पार पा जाते हैं.
द परफेक्ट स्टॉर्म (2000): ये फिल्म समुद्र पर आधारित है और इसमें मछुआरे एक तूफान की जद में आ जाते हैं और उफनती लहरों और तेज हवाओं के बीच वे जीवन के लिए संघर्ष करते नजर आते हैं.
इनटू द स्टॉर्म (2014): तूफान जहां तबाही लेकर आता है, वहीं कुछ ऐसे लोग होते हैं जो शोध कर रहे होते हैं और कई लोगों में यह रोमांच भी पैदा करता है. ऐसा ही एक तूफान सिल्वरटन में आता है, और हर कोई उसका अपने तरीके से मुकाबला करता है.