Owner/Director : Anita Khare
Contact No. : 9009991052
Sampadak : Shashank Khare
Contact No. : 7987354738
Raipur C.G. 492007
City Office : In Front of Raj Talkies, Block B1, 2nd Floor, Bombey Market GE Road, Raipur C.G. 492001
आगामी 16 मई से अधिकमास प्रारंभ होने जा रहा है। अधिकमास के प्रारंभ होते ही विवाह पर प्रतिबंध लग जाएगा। अधिकमास की अवधि में विवाह आदि शुभ कर्म वर्जित रहते हैं। वर्ष 2018 में 'अधिकमास' 16 मई से 13 जून के मध्य रहेगा। इस वर्ष ज्येष्ठ मास की अधिकता रहेगी अर्थात् इस वर्ष दो ज्येष्ठ मास होंगे। वहीं 'अधिकमास' की समाप्ति के कुछ ही समय पश्चात् 23 जुलाई 2018 से देवशयन के चलते 4 माह के लिए विवाह मुहूर्त्त का निषेध रहेगा।
क्या होता है 'अधिकमास'-
यदि आप एक ऐसे युवा हैं जो एक उच्च वेतन वाले नौकरी की तलाश में हैं लेकिन वैसी नौकरी ढूढ़ नहीं पा रहे हैं तो इसका मतलब है कि आप किसी गलत जगह प्रयास कर रहे हैं. भारत में पारम्परिक नौकरियों की रफ़्तार थोड़ी कम है लेकिन डिजिटल अर्थव्यवस्था तो बड़ी तीव्र गति से बढ़ रही है जो लाखों युवकों को रोजगार प्रदान करता है. अतः डिजिटल क्षेत्र से आज के युवा बड़ी आसानी से जुड़ कर उच्च वेतन अर्जित कर सकते हैं.
हालांकि नए क्षेत्र की ये नौकरियां कौशल आधारित हैं और इसलिए इसके लिए कुछ शॉर्ट टर्म कोर्स करने की आवश्यक्ता है.
नीचे, हमने 10 ऐसे शॉर्ट टर्म कोर्स की चर्चा की है जो आपको भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था में सम्मानजनक नौकरी दिलाने हेतु उपयोगी स्किल विकसित करने में सहायता प्रदान करने के साथ साथ 40000 रुपये प्रति माह से ज्यादा वेतन भी दिलाएगा.
1. एथिकल हैकिंग कोर्स
दरअसल हैकिंग एक ऐसा शब्द है जिससे अधिकतर लोग दूर रहना चाहते हैं. लेकिन एथिकल हैकिंग कुछ लोगों के लिए इंटरेस्टिंग और मजेदार चीज है. यदि आप साइबर गीक हैं और आप में हैकिंग का स्किल है तो आप यह काम कर सकते हैं तथा पैसा कमा सकते हैं. एथिकल हैकर मूलतः कीवर्ड के जानकार होते हैं जो इंटरनेट के माध्यम से लोगों, कंपनियों यहाँ तक कि सरकार की गोपनीय सूचनाओं को सुरक्षित रखने का कार्य करते हैं. ऐसे कई सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान हैं जो एथिकल हैकिंग में सर्टिफाइड सेक्युरिटी एनालिस्ट,सर्टिफाइड फोरेंसिक इन्वेस्टिगेटर, आईटी सेक्युरिटी और हैकिंग में डिप्लोमा सहित कई अन्य कोर्स कराते हैं. यहाँ तक कि आईआईटी ने भी एथिकल हैकिंग
को एक उत्कृष्ट प्रोफेशनल करियर की संभवना जतायी है.
पात्रता : आईटी या कंप्यूटर साइंस में स्नातक की डिग्री
आवश्यक योग्यता : उत्कृष्ट कोड क्रैकिंग स्किल
अपेक्षित वेतन : 40000 से 40000 रुपये
2. सर्च इंजन ऑप्टीमाइजेशन कोर्स
जब भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था की बात आती है तो एसईओ सबसे महत्वपूर्ण नौकरी प्रोफाइल में से एक है. एसईओ प्रोफेशनल सर्च इंजिन रिजल्ट में वेबसाइट की दृश्यता को बढ़ाने का काम करते हैं. सीधे शब्दों में कहा जाय तो इनका मुख्य कार्य गूगल रैंकिंग में अपने ग्राहक की वेबसाइट को टॉप
सर्च रिजल्ट में लाना होता है. वर्तमान समय में यह कोर्स करके आप सीधे सीधे कोई कंपनी ज्वाइन कर सकते हैं या फ्रीलांस आधार पर सीधे ग्राहकों से प्रोजेक्ट्स लेकर कार्य कर सकते हैं.
जहाँ तक पाठ्यक्रमों का सवाल है तो कई नए संस्थान हैं जो एससीओ की प्रोफेशनल डिग्री प्रदान करते हैं.
पात्रता : स्नातक की डिग्री
आवश्यक योग्यता : कंप्यूटर और इंटरनेट का बुनियादी ज्ञान
अपेक्षित वेतन : रु 20000 से 40000 रु
3. पीपीसी कोर्स
डिजिटल मार्केटिंग के क्षेत्र में एक अन्य जॉब प्रोफाइल है पीपीसी यानी पे पर क्लिक अभियान. वैसे यह शिक्षा की मुख्य धारा से उतना जुड़ा हुआ नहीं है लेकिन बाजार में इनकी भी बहुत मांग है. इनका मुख्य कार्य गूगल एडवर्ड, बिंग और फ़ेसबुक फॉर बिज़नस के माध्यम से सशुल्क विज्ञापन के जरिये बिक्री कराना और ट्रैफिक लाना है. लगभग हर ब्रांड ऑनलाइन विज्ञापन के लिए एक महत्वपूर्ण राशि खर्च करता है.पीपीसी निश्चित रूप से कुछ ऐसे छात्रों के लिए जो बहुत जल्दी रिजल्ट चाहते हैं एक जॉब ओरिएंटेड शॉर्ट टर्म कोर्स है जो तत्काल परिणाम और अच्छा वेतन पैकेज प्रदान करता है.
पात्रता : स्नातक स्तर की पढ़ाई
आवश्यक योग्यता : बेसिक कंप्यूटर स्किल, इंटरनेट
अपेक्षित वेतन : 40000 से 50000 रुपये या प्रोजेक्ट के आधार पर
4. ग्रैफिक डिजाइनिंग कोर्स
यदि आप अपने विचारों और अवधारणाओं को विजुअलाइज कर सकते हैं तथा उसकी उत्कृष्ट प्रेजेंटेशन में माहिर हैं तो आप को यह कोर्स करना चाहिए. ग्राफिक डिजाइनर मूल रूप से सम्मोहित करने वाले कवर पेज या पत्रिका, न्यूज पेपर या सामाजिक मीडिया के सभी इंफ़ोग्राफ़िक्स का काम करते हैं. कोई भी मैगजीन अगर प्रथम दृष्टया आकर्षक दिखती है तो इसमें ग्रैफिक डिजाइनर का मुख्य रोल होता है. अतः एक कुशल ग्राफिक डिजाइनर के लिए काम की अपार संभावनाएं है. 3 से 4 महीने के ग्राफिक डिजाइनिंग कोर्स कर जिसके अंतर्गत आप सॉफ्टवेयर से जुड़े बुनियादी ज्ञान जैसे फोटोशॉप, कोरल ड्रा तथा इनडिजाइन में मास्टरी हासिल कर किसी भी कंपनी में क्रिएटिव डायरेक्टर, लोगो डिजाइनर, विज़ुअल इमेज डेवलपर, इंटरफेस डिज़ाइनर, आर्ट प्रोडक्शन मैनेजर के रूप में कार्य कर सकते हैं.
पात्रता : स्नातक स्तर की पढ़ाई
आवश्यक योग्यता : रचनात्मकता, बेसिक कंप्यूटर स्किल
अपेक्षित वेतन : 20000 से 40000 रु
5. वेब डिजाइनिंग कोर्स
भारत की उभरती डिजिटल अर्थव्यवस्था ने युवा प्रोफेशनल्स के लिए रोजगार के कई अवसर उपलब्ध कराये हैं. इनमें से एक मुख्य कोर्स है वेब डिजाइनिंग का.आजकल हर कोई अपना दायरा बढ़ाना चाहता है तथा इनटरनेट तक पहुंचना चाहता है इसलिए हर कोई अपनी एक वेबसाईट बनाना चाहता है. वेब डिजाइनिंग का शॉर्ट टर्म कोर्स कर आप एक नई तथा प्रोफेशनल वेबसाईट बनाने की पूर्ण जानकारी प्राप्त कर एक आकर्षक नौकरी प्राप्त कर सकते हैं. इसके साथ साथ अपना खुद का व्यवसाय भी कर सकते हैं तथा इच्छा के अनुरूप फ्रीलांस आधार पर काम करके वेब-डिजाइनर के रूप में एक अच्छा पैकेज प्राप्त कर सकते हैं.
पात्रता : स्नातक स्तर की पढ़ाई
आवश्यक योग्यता : कंप्यूटर ज्ञान तथा तार्किक शक्ति
अपेक्षित वेतन : 20000 से 50000 रुपये
6. व्वाईस मोडूलेशन कोर्स
यदि आप सुरीली आवाज के धनी या फिर मधुर आवाज के जादूगर हैं तो आप व्वाईस मोडूलेशन का कोर्स कर अपनी आवाज के बल पर अच्छी खासी रकम कमा सकते हैं. यह कोर्स आपको एक गायक, थियेटर कलाकार या सभी प्रकार के व्वाईस ओवर आर्टिस्ट के रूप में नौकरी दिला सकता है. इस कोर्स को करने के बाद आप विज्ञापन, फिल्म, रेडियो या टेलीविजन में भी काम प् सकते हैं.
पात्रता : मॉस कॉम में ग्रेजुएट / कक्षा 12 वीं पास
आवश्यक योग्यता : रचनात्मकता, मधुर आवाज
अपेक्षित वेतन : प्रोजेक्ट्स के अनुसार 25000 रुपये से 40000 रुपये,
7. एनीमेशन कोर्स
यदि आप बचपन में कार्टून देखना पसंद करते थे और आज भी उसमें रूचि रखते हैं तो यह कोर्स अवश्य ही आपके लिए इंटरेस्टिंग होगा तथा इसमें आप बहुत अच्छा कर पायेंगे. आजकल के डिमांड वाले कोर्सों में से एक है एनीमेशन का कोर्स. इस कोर्स को करने के बाद आप एडवर्टाइजिंग कंपनियों. कार्टून इंडस्ट्री, सिनेमा इंडस्ट्री तथा अन्य डिजिटल डोमेन में बड़ी आसानी से अपनी योग्यता के अनुरूप नौकरी पाकर अच्छी रकम कमा सकते हैं. इसके लिए अपने कॉलेज स्टडी के दौरान ही कोर्स कर इसकी पूर्ण जानकारी प्राप्त की जा सकती है.
पात्रता : स्नातक स्तर की पढ़ाई
आवश्यक योग्यता : रचनात्मकता, बेसिक कंप्यूटर ज्ञान
अपेक्षित वेत : 25000 रुपये से अधिक
8. कंटेंट राइटिंग कोर्स
लेखन को हमेशा से बुद्धिजीवियों का पेशा समझा जाता रहा है. लेकिन पिछले कुछ दशक से समाज में एक नई क्रांति आई है और इस क्रांति की वजह से लेखन शैली का स्वरुप बिलकुल बदल गया है. अब लेखन पाठकों की इच्छा और आवश्यक्ता के अनुरूप की जाती है. हमें उनपर अपने विचार नहीं थोपने होते बल्कि उनकी आवश्यक्ताओं को समझना होता है. इसलिए अजकल प्रोफेशनल कंटेंट राइटर की बहुत मांग है. इस कोर्स को करने के बाद आप मार्केटिंग टार्गेटेड कंटेंट, एससीओ रिलेटेड कंटेंट,वायरल कंटेंट या फिर वीडियो स्क्रिप्ट लिखकर अच्छी कमाई कर सकते हैं तथा अपनी विशिष्ट योग्यता के अनुसार किसी अच्छी कंपनी में नौकरी भी पा सकते हैं. इसके लिए आपको भाषा की पूर्ण जानकारी होना अति आवश्यक है
पात्रता: अंडर ग्रेजुएट / ग्रेजुएट
आवश्यक योग्यता : भाषा का मूल ज्ञान, क्रिएटिव माइंड
अपेक्षित वेतन : 15000 रुपये से 40000 रुपये
9. प्रोग्रामिंग लैंग्वेज कोर्सेज
सॉफ़्टवेयर और एप्लिकेशन आजकल हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग बन गए हैं. इसलिए भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था में सॉफ्टवेयर इंजीनियरों की मांग भी बढ़ रही है. यदि आप भी नए सॉफ़्टवेयर और एप्लिकेशन विकसित करने में रूचि रखते हैं तो आप प्रोग्रामिंग लैंग्वेज कोर्सेज कर सकते हैं. ऐसे कई संस्थान हैं जो सॉफ्टवेयर डेवेलपमेंट और प्रोग्रामिंग में विश्वसनीय शॉर्ट टर्म कोर्से कराते हैं. इसके लिए आप किसी भी प्रोग्रामिंग भाषा को चुन सकते हैं,जिसमें आप अपने को कम्फर्टेबल समझते हैं जैसे - एएसपी.नेट, जावा, सी, सी ++ आदि. इस कोर्स को कर लेने के बाद आप एक अच्छे पैकेज वाली नौकरी पा सकते हैं.
पात्रता : सूचना प्रौद्योगिकी / कंप्यूटर साइंस में ग्रेजुएट
आवश्यक योग्यता : कोडिंग
अपेक्षित वेतन : 40000 से 50000
10. नेटवर्किंग कोर्स
रोजमर्रे की जिन्दगी में कंप्यूटर, मोबाइल और डिजिटल गैजेट्स की दिनों दिन बढ़ती संख्या ने नेटवर्किंग प्रोफेशनल्स की मांग बढ़ा दी है जो इन उपकरणों के लिए इंटरनेट कनेक्टिविटी का प्रबंधन करते हैं. इसलिए आजकल एचसीएल और एचपी जैसे टेक्नीकल दिग्गजों से लेकर डिजिटल स्टार्ट-अप तक सभी ऐसे प्रोफेशनल की तलाश में हैं जो उनके डिजिटल सेटअप को आसानी से मैनेज कर सके.
इसलिए नेटवर्किंग में तीन महीने का एक शॉर्ट टर्म कोर्स करना निश्चित रूप से छात्रों के लिए एक आकर्षक अवसर प्रदान करेगा. इसके अंतर्गत पायथन, पर्ल, और रूबी (स्क्रिप्टिंग भाषा), सर्टिफिकेट पीसी हार्डवेयर और नेटवर्किंग, नेटवर्क एडमिनिस्ट्रेशन में सर्टिफिकेट या कम्प्यूटर एप्लीकेशन और नेटवर्क एडमिनिस्ट्रेशन में डिप्लोमा कर सकते हैं.
पात्रता : ग्रेजुएट
आवश्यक योग्यता : कंप्यूटर स्किल और लॉजिकल माइंड
अपेक्षित वेतन : 40000 से 50000 रु
बाजार में बहुत सारे जॉब्स मौजूद है. आवश्यक्ता है अपने अन्दर स्किल डेवेलप करने की. अगर आप में सही टेक्नीकल योग्यता है और आप उसका सही प्रयोग जानते हैं तो आपको अच्छी नौकरी पाने और मनचाही रकम कमाने से कोई नहीं रोक सकता. अतः आत्मविश्वास के साथ अपनी रूचि और योग्यता के अनुरूप इनमें से कोई भी कोर्स कर 40000 रूपये पर मंथ की जॉब बड़ी आसानी से प्राप्त कर सकते हैं. तो देर किस बात की. कीजिये अपना मन पसंद कोई भी कोर्स और दीजिये अपने सपनों को नई उड़ान तथा पूरा कीजिये अपनी जरूरतों को.
::/fulltext::
भूकंप, तूफान और ऐसी कई प्राकृतिक आपदाएं इन्सान के जान के लिए कब खतरा बन जाएं इसके बारे में कुछ कह नहीं सकते लेकिन कुछ उपाय कर आप अपने आपको और दूसरों को ऐसे आपदाओं से बचा सकते हैं. जानिए भूकंप जैसी आपदाओं से निपटने के तरीके...
- अगर आप किसी इमारत के भीतर हैं तो फर्श पर बैठ जाएं और कोई ऐसी जगह खोजें जिसके नीचे छिपा जा सके जैसे किसी मजबूत फर्नीचर के नीचे चले जाएं. यदि कोई मेज या ऐसा फर्नीचर न हो तो अपने चेहरे और सर को हाथों से ढंक लें और कमरे के किसी कोने में दुबककर बैठ जाएं.
- अगर आप इमारत से बाहर हैं तो इमारत, पेड़, खंभे और तारों से दूर हट जाएं.
- अगर ड्राइविंग कर रहे हैं तो जितनी जल्दी हो सके कार किसी खुली जगह में रोक दें और गाड़ी के अंदर ही बैठे रहें.
- यदि किसी बिल्डिंग में हैं तो बाहर जाने के लिए लिफ्ट का इस्तेमाल कतई न करें. सीढ़ियों से ही नीचे पहुंचने की कोशिश करें.
जब महसूस हो भूकंप के झटके तो क्या करें, क्या ना करें
- अगर मलबे के ढेर में दब गए हैं तो माचिस कभी न जलाएं, न तो हिलें और न ही किसी चीज को धक्का दें.
- मलबे में दबे होने की स्थिति में किसी पाइप या दीवार पर हल्के-हल्के थपथपाएं, जिससे कि बचावकर्मी आपकी स्थिति समझ सकें.
- कोई चारा न होने पर ही शोर मचाएं. क्योंकि शोर मचाने से आपकी सांसों में दमघोंटू धूल और गर्द जा सकती है.
::/fulltext::
पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना के पिता हिंदू परिवार में पैदा हुए थे. एक नाराजगी के चलते उन्होंने अपना धर्म बदल लिया. वो मुस्लिम बन गए. ताजिंदगी न केवल इसी धर्म के साथ रहे बल्कि उनके बच्चों ने इसी धर्म का पालन किया. बाद में तो मोहम्मद अली जिन्ना ने धर्म के आधार पर पाकिस्तान ही बनवा डाला.
जिन्ना का परिवार मुख्य तौर पर गुजरात के काठियावाड़ का रहने वाला था. गांधीजी और जिन्ना दोनों की जड़ें इसी जगह से ताल्लुक रखती हैं. उनका ग्रेंडफादर का नाम प्रेमजीभाई मेघजी ठक्कर था. वो हिंदू थे. वो काठियावाड़ के गांव पनेली के रहने वाले थे. प्रेमजी भाई ने मछली के कारोबार से बहुत पैसा कमाया. वो ऐसे व्यापारी थे, जिनका कारोबार विदेशों में भी था. लेकिन उनके लोहना जाति से ताल्लुक रखने वालों को उनका ये बिजनेस नापसंद था. लोहना कट्टर तौर शाकाहारी थे और धार्मिक तौर पर मांसाहार से सख्त परहेज ही नहीं करते थे बल्कि उससे दूर रहते थे. लोहाना मूल तौर पर वैश्य होते हैं, जो गुजरात, सिंध और कच्छ में होते हैं. कुछ लोहाना राजपूत जाति से भी ताल्लुक रखते हैं.
मछली के कारोबार ने कराया जाति से बहिष्कार
लिहाजा जब प्रेमजी भाई ने मछली का कारोबार शुरू किया और वो इससे पैसा कमाने लगे तो उनके ही जाति से इसका विरोध होना शुरू हो गया. उनसे कहा गया कि अगर उन्होंने इस बिजनेस से हाथ नहीं खींचे तो उन्हें जाति से बहिष्कृत कर दिया जाएगा. प्रेमजी ने बिजनेस जारी रखने के साथ जाति समुदाय में लौटने का प्रयास किया लेकिन बात नहीं बनी. उनका बहिष्कार जारी रहा. अकबर एस अहमद की किताब जिन्ना, पाकिस्तान एंड इस्लामिक आइडेंटीटी में विस्तार से उनकी जड़ों की जानकारी दी गई है.
जिन्ना के पिता ने गुस्से में उठाया कदम
इस बहिष्कार के बाद भी प्रेमजी तो लगातार हिंदू बने रहे लेकिन उनके बेटे पुंजालाल ठक्कर को पिता और परिवार का बहिष्कार इतना अपमानजनक लगा कि उन्होंने गुस्से में पत्नी के साथ तक तक हो चुके अपने चारों बेटों का धर्म ही बदल डाला. वो मुस्लिम बन गए. हालांकि प्रेमजी के बाकी बेटे हिंदू धर्म में ही रहे. इसके बाद जिन्ना के पिता पुंजालाल के रास्ते अपने भाइयों और रिश्तेदारों तक से अलग हो गए. वो काठियावाड़ से कराची चले गए. वहां उनका बिजनेस और फला-फूला. वो इतने समृद्ध व्यापारी बन गए कि उनकी कंपनी का आफिस लंदन तक में खुल गया. कहा जाता है कि जिन्ना के बहुत से रिश्तेदार अब भी हिंदू हैं और गुजरात में रहते हैं
शुरू में धार्मिक पहचान से परहेज करते थे जिन्ना
इसके बाद जिन्ना के परिवार के सभी लोग न केवल मुस्लिम हो गए बल्कि इसी धर्म में अपनी पहचान बनाई. हालांकि पिता-मां ने अपने बच्चों की परवरिश खुले धार्मिक माहौल में की. जिसमें हिंदू और मुस्लिम दोनों का प्रभाव था. इसलिए जिन्ना शुरुआत में धार्मिक तौर पर काफी ओपन और उदारवादी थे. वो लंबे समय तक लंदन में रहे. मुस्लिम लीग में आने से पहले उनके जीने का अंदाज मुस्लिम धर्म से एकदम अलग था. शुरुआती दौर में वो खुद की पहचान मुस्लिम बताए जाने से भी परहेज करते थे. लेकिन सियासत उन्हें न केवल उन्हें उस मुस्लिम लीग की ओर ले गई, जिसके एक जमाने में वो खुद कट्टर आलोचक थे. बाद में वो धार्मिक आधार पर ही पाकिस्तान के ऐसे पैरोकार बने कि देश के दो टुकड़े ही करा डाले.