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विधि आयोग ने शुक्रवार को सुझाव दिया कि महिलाओं और पुरुषों के लिए शादी की न्यूनतम कानूनी उम्र समान होनी चाहिए. आयोग ने कहा कि वयस्कों के बीच शादी की अलग अलग उम्र की व्यवस्था को खत्म किया जाना चाहिए.
खास बातें
नई दिल्ली: विधि आयोग ने शुक्रवार को सुझाव दिया कि महिलाओं और पुरुषों के लिए शादी की न्यूनतम कानूनी उम्र समान होनी चाहिए. आयोग ने कहा कि वयस्कों के बीच शादी की अलग अलग उम्र की व्यवस्था को खत्म किया जाना चाहिए. दरअसल, विभिन्न कानूनों के तहत, शादी के लिए महिलाओं और पुरुषों की शादी की कानूनी उम्र क्रमश: 18 वर्ष और 21 वर्ष है. ‘परिवार कानून में सुधार’ पर अपने परामर्श पत्र में आयोग ने कहा, ‘‘अगर बालिग होने की सार्वभौमिक उम्र को मान्यता है जो सभी नागरिकों को अपनी सरकारें चुनने का अधिकार देती है तो निश्चित रूप से, उन्हें अपना जीवनसाथी चुनने में सक्षम समझा जाना चाहिए.’’
बालिग होने की उम्र (18 साल) को भारतीय बालिग अधिनियम 1875 के तहत महिलाओं और पुरुषों दोनों के लिए शादी की कानूनी उम्र के रूप में मान्यता मिलनी चाहिए. पत्र में कहा गया, ‘‘पति और पत्नी के लिए उम्र में अंतर का कोई कानूनी आधार नहीं है, क्योंकि शादी कर रहे दोनों लोग हर तरह से बराबर हैं और उनकी साझेदारी बराबर वालों के बीच वाली होनी चाहिए.’’
पटना। पटना उच्च न्यायालय ने बुधवार को बिहार स्कूल परीक्षा परिषद (बीएसईबी) पर 5 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। न्यायालया ने जुर्माना 2017 में 10वीं की परीक्षा में शामिल हुई एक छात्रा के मामले में लगाया है। दरअसल, छात्रा की हिन्दी की कॉपी जांचने में 2 नंबर के एक उत्तर के अंक फाइनल रिजल्ट में नहीं जोड़े गए, लेकिन दोबारा कॉपी जांची गई तो वही छात्रा राज्य की सेकंड टॉपर निकली।
खबरों के मुताबिक, जुलाई 2017 में रिजल्ट जारी हुआ था। रिजल्ट के रिवीजन के बाद बेगूसराय की रहने वाली छात्रा भव्या कुमारी को उस उत्तर के बदले एक अंक दिया गया। भव्या के अब 500 में 465 नंबर हो गए हैं, जो साल 2017 में टॉप करने वाले छात्र के बराबर ही हैं।
भव्या ने आरटीआई के तहत हिन्दी, सोशल साइंस और संस्कृत की कॉपी मांगी थी। भव्या के वकील के अनुसार, मार्च 2018 में तीनों कॉपियों के डुप्लीकेट उपलब्ध कराए गए थे, जिसके बाद भव्या ने हाईकोर्ट का रुख किया। बाद में कोर्ट को बताया गया कि हिन्दी की कॉपी में तीन उत्तर और संस्कृत और सोशल साइंस की कॉपी में एक-एक उत्तर का मूल्यांकन ही नहीं किया गया था।
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रेलवे की रायबरेली स्थित कोच फैक्ट्री में स्मार्ट कोच तैयार किए जा रहे हैं. ये कोच कई खूबियों से लैस हैं. रेलगाड़ी के इन डिब्बों में यदि कोई अपराधी चढ़ता है तो रेलवे के सुरक्षा अधिकारियों को इसकी सूचना सेकेंडों में लग जाएगी.
नई दिल्ली. रेलवे की रायबरेली स्थित कोच फैक्ट्री में स्मार्ट कोच तैयार किए जा रहे हैं. ये कोच कई खूबियों से लैस हैं. रेलगाड़ी के इन डिब्बों में यदि कोई अपराधी चढ़ता है तो रेलवे के सुरक्षा अधिकारियों को इसकी सूचना सेकेंडों में लग जाएगी. वहीं यदि इन डिब्बों में कोई अपराध करने की योजना बना रहा है तो उसका भी पता रेलवे के अधिकारियों को पहले ही लग जाएगा. मंगलवार को रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष अश्वनी लोहानी ने इस डिब्बे का निरीक्षण सफदरजंग रेलवे स्टेशन पर किया.
डिब्बे में लगाया गया है आर्टीफीशियल इंटेलिजेंस
रायबरेली स्थित रेल कोच फैक्ट्री में तैयार किए जा रहे स्मार्ट कोच में सीसीटीवी की मदद से आर्टीफीशियल इंटेलिजेंस सिस्टम लगाया गया है. ये सिस्टम रेलगाड़ी में चढ़ने वाले सभी यात्रियों और रेल कर्मियों के व्यवहार पर भी नजर रखता है. यदि किसी यात्री का व्यवहार संदिग्ध दिखेगा तो ये सिस्टम तत्काल इसकी सूचना कंट्रोल रूम को देगा. वहीं इस कंट्रोल रूम के सिस्टम में पहले से स्टोर की गई अपराधियों की तस्वीरों से भी ये यात्रियों की तस्वीर मिलाएगा. यदि कोई तस्वीर मिलती है तो तत्काल इसकी सूचना सुरक्षा अधिकारियों को देगा. वहीं यदि कोई रेल कर्मी यात्री से अभद्रता करता है तो इस सिस्टम की मदद से रेल कर्मी पर भी कार्रवाई की जा सकती है.
डिब्बे या पटरी में खामी के बारे में पता लगेगा
स्मार्ट कोच में पैंसेंजर इंफार्मेशन एंड कोच कंप्यूटिंग यूनिट लगाई गई. ये यूनिट डिब्बे की हर तरह की गतिविधि पर नजर रखती है. इस स्मार्ट कोच में पहियों पर वाइब्रेशन सेंसर लगाए गए हैं. ये सेंसर पहिए डिब्बे या पटरी में किसी भी तरह की खामी का तुरंत पता लगा लेंगे. ऐसी खामी का पता लगते ही ये सेंसर तुरंत एक अलर्ट रेलवे के कंट्रोल रूम को भेज देगा. ऐसे में गाड़ी को रोक कर तुरंत खामी को दूर किया जा सकेगा. वहीं इस कोच में ऐसे सेंसर लगाए गए हैं कि यदि आपे डिब्बे में रास्ते में पानी खत्म हो जाता है तो इस स्मार्ट कोच में लगा सिस्टम तत्काल अगले स्टेशन को एक संदेश भेज देगा. ऐसे में अगले स्टेशन पर गाड़ी पहुंचने पर वहां ट्रेन को रोक कर उसमें पानी भरा जा सकेगा.
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