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Mooli ke fayde: अगर मुंहासों से मुक्ति चाहिए तो मूली खाईए.
खास बातें
Health benefits of radish or Mooli: सर्दियां आ रही हैं और फूडी लोगों के मन भी खुश हो चले हैं. सुबह की शुरुआत अलग-अलग तरह के पराठों (Mooli ke parathe) से होने के बाद दिन भर में कई तरह के पकवान तैयार किए जाते हैं. इस मौसम में मूली के पराठे, मूली की सब्जी (Mooli ki sabji), मूली का अचार (Mooli ka achar) और सलाद हर घर के भोजन का अहम हिस्सा होते हैं. कुछ लोग ऐसे भी हैं जो मूली देखकर ही मुंह बनाने लगते हैं, लेकिन उन लोगों को मूली के स्वाद के साथ साथ उसके फायदों के बारे में एक बार और सोचना चाहिए. जी हां, मूली भले ही आपको मामूली सब्जी, लेकिन यह औषधिय गुणों (Radish nutrition facts) से भरपूर है. अगर आप रोजाना इसे अपनी डाइट में शामिल करेंगे तो कैंसर, डायबिटीज, ब्लड प्रेशर समेत कई बीमारियों से कोसों दूर रहेंगे और आपकी लाइफस्टाइल हो जाएगी बेहद हेल्दी: (Read- जादू की तरह कम होगा बेली फैट, इस तरह कलौंजी करेगी यह कमाल...)
मूली के फायदे - Health benefits of radish in Hindi
1. कैंसर का खतरा कम होगा- जी हां, मूली में काफी मात्रा में फॉलिक एसिड होता है. इसके साथ ही साथ मूली में विटामिन C और एंथोकाइनिन भी पाए जाते हैं. ये तत्व कैंसर से लड़ने में मददगार हैं. मूली मुंह, पेट, आंत और किडनी के कैंसर से लड़ने में यह बहुत सहायक साबित हो सकती है. (Read- इन 4 चीजों से पल में हवा होगी एसिडिटी, यहां हैं घरेलू नुस्खे...)
2. सर्दी-जुकाम से राहत- भले ही मूली की तासीर ठंडी होती है, लेकिन यह आपको सर्दी-जुकाम से लड़ने में मदद कर सकती है. जी हां, मूली खाने से जुकाम से बचे रह सकते हैं. इसलिए इस मौसम में अपने इम्यूनिटी सिस्टम को स्ट्रॉन्ग करने के लिए खाने में मूली को शामिल जरूर करें.
3. रखे स्वस्थ और हेल्दी- अगर आप बदलते मौसम में जल्दी-जल्दी बीमार हो जाते हैं तो मूली आपके लिए अच्छी साबित हो सकती है. यह इम्यून पावर बढ़ाती है और शरीर को स्वस्थ बनाए रखने में मददगार है. बवासीर में कच्ची मूली या मूली के पत्तों की सब्जी बनाकर खाना फायदेमंद होता है. हर रोज सुबह उठते ही एक कच्ची मूली खाने से पीलीया रोग में आराम मिलता है. अगर पेशाब का बनना बंद हो जाए तो मूली का रस पीने से पेशाब दोबारा बनने लगती है. आधा गिलास मूली का रस पीने से पेशाब के साथ होने वाली जलन और दर्द मिट जाता है. खट्टी डकारें आती है तो मूली के एक कप रस में मिश्री मिलाकर पीने से लाभ मिलता है. (Read- Shatavari: क्या हैं सेक्स पावर बढ़ाने के लिए मशहूर शतावरी के फायदे और नुकसान...)
4. डायबिटीज दूर रखेगी मूली- मूली की एक खूबी यह है कि यह ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाली होती है. इसका मतलब यह है कि इसे खाने से आपका ब्लड शुगर ज्यादा नहीं होगा. नुस्खों की बात करें तो रोज सुबह मूली खाने से डायबिटीज को नियंत्रण में रखा जा सकता है. (Read- शकरकंदी के फायदे: डायबिटीज को करे कंट्रोल, ब्लड शुगर को रखे सही...)
5. स्किन करेगी ग्लो- अगर मुंहासों से मुक्ति चाहिए तो मूली खाईए. जी हां, मूली में भरपूर मात्रा में विटामिन C, जिंक, B कांप्लेक्स और फॉस्फोरस होता है. यह मुंहासों को दूर करने में मददगार है. आपको करना बस यह है कि मूली का टुकड़ा काटकर मुंहासों पर लगाएं. इसे तब तक लगाए रखें जब तक यह खुश्क न हो जाए. थोड़ी देर बाद चेहरे को ठंडे पानी से धो लें. कुछ ही दिनों में चेहरा साफ हो जाएगा.
6. पायरिया से राहत - पायरिया से परेशान लोग मूली के रस से दिन में 2-3 बार कुल्ले करें और इसका रस पिएं तो बहुत फायदा होगा. मूली के रस से कुल्ला करना, मसूड़ों-दांतों पर मलना और पीना दांतों के लिये बहुत लाभकारी है. मूली को चबा-चबा कर खाने से दांतों और मसूड़ों की बीमारियां दूर होती हैं.
7. थकान होगी छू- थकान मिटाने और नींद लाने में मूली बेहद फायदेमंद है. वहीं, अगर आपको मोटापे से छुटकारा पाना है तो मूली के रस में नींबू और नमक मिलाकर खाने से बहुत लाभ मिलता है. दरअसल, मूली खाने से आपकी भूख शांत होती है.
8. मोटापा होगा दूर- मूली मोटापा दूर करने में भी मददगार है. इसके लिए आपको दिन में दो से तीन बार 100 से 500 एमएल मूली के जूस में नींबू रस मिलाकर पीना होगा. इसके अलावा आप 6 ग्राम मूली के बीजों में अगर आप 1 ग्राम यक्षावर और जरा सा शहद मिलाकर खाएंगे तो चर्बी हटेगी.
::/fulltext::फेफड़े हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है जिसके जरिए हम ऑक्सीजन ग्रहण करते हैं। यह हमारी श्वसन प्रणाली का एक हिस्सा होता है। अगर फेफड़े स्वस्थ होंगे तभी शरीर के बाकी अंगों को पर्याप्त ऑक्सीजन मिल सकेगी। फेफड़ों का काम शरीर को ऑक्सीजन की आपूर्ति करने के साथ कार्बनडाईऑक्साइड को बाहर निकालना होता है। सांस लेते वक्त ऑक्सीजन के साथ वायु में मौजूद प्रदूषित कण और माइक्रोब्स हमारे शरीर में प्रवेश कर जाते हैं और आपके फेफड़ों को प्रभावित करते हैं। इसके अलावा स्मोकिंग और प्रदूषण के वजह से इसमें मौजूद टॉक्सिन्स इकट्ठे होकर फेफडों के अंदर पहुंच जाते हैं। जिससे सांस की बीमारी, एलर्जी आदि सहित कई रोग पैदा हो सकते हैं। इनसे बचाव रखने के लिए फेफड़ों को डिटॉक्स रखना बहुत जरूरी है।
लहुसन
लहुसन में कई तरह के एंटी-इनफ्लेमटरी गुण पाए जाते है। ये हर तरह के इंफेक्शन से लड़ने में मदद करती है। लहुसन का सेवन करने से अस्थमा में निजात मिलती है और फेफड़ों के कैंसर की सम्भावना कम होती है।
विटामिन सी युक्त आहार फेफड़ों को डिटॉक्स करने के काम करते हैं। कीवी,संतरा,नींबू आदि खट्टे फल फेफड़ों को स्वस्थ और मजबूत बनाने के लिए लाभकारी हैं।
पिपरमेंट में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट फेंफड़ों को स्वस्थ रखने के लिए फायदेमंद है। यह मसल्स को रिलेक्स करके श्वसन प्रणाली के रास्ते को आसान बना देता है। इससे फेफडे स्वस्थ रहते हैं।
मुलेठी
मुलेठी के एंटी-इंफ्लेमेंटरी गुण फेफड़ों की इंफैक्शन को दूर करने में बहुत लाभकारी है। गला खराब, सासं लेने में परेशानी आदि में मुलेठी चूसने से श्वसन तंत्र साफ हो जाता है। जिससे फेफड़े आसानी से अपना काम करने लगते हैं।
अदरक
दिन में एक बार गर्म पानी में अदरक का रस और थोड़ा-सा शहद मिलाकर पीएं। इससे फेफड़े आसानी से डिटॉक्स हो जाते हैं। गर्मी के मौसम में इसे न पीएं।
अनार के एंटीऑक्सीडेंट फेफड़ों में फैले विषाक्त पदार्थों को आसानी से साफ कर देता है। दिन में 1 कटोरी अनार जरूर खाएं।
हर्ब्स फेफड़ों को स्वस्थ रखने में बहुत फायदेमंद हैं। ओरिगोनों इनमें से एक है, इसमे विटामिन और पोषक तत्व हिस्टामिन को कम करते हैं जिससे फेफड़ों के जरिए ऑक्सीजन का प्रवाह आसानी से होने लगता है।
फेफड़ों से टॉक्सिन्स जैसे निकोटीन को बाहर निकालने के लिए पानी की पर्याप्त मात्रा का सेवन करें। अधिक पानी पीने से शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद मिलती है।