Owner/Director : Anita Khare
Contact No. : 9009991052
Sampadak : Shashank Khare
Contact No. : 7987354738
Raipur C.G. 492007
City Office : In Front of Raj Talkies, Block B1, 2nd Floor, Bombey Market GE Road, Raipur C.G. 492001
वियाग्रा के फायदों के बारे में तो हर कोई जानता है, इससे पुरुषों में स्टेमिना तो बढ़ता है लेकिन ज्यादा वियाग्रा के सेवन से कभी कभी इसके साइड इफेक्ट भी झेलने पड़ जाते है। लेकिन आज हम आपको कुछ ऐसे देसी फलों और सब्जियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनके सेवन से प्राकृतिक रुप से पुरुषों में यौन शक्ति बढ़ती है और सबसे बड़ी बात इन्हें खाने से कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होता है। उमस के मौसम में हेयर केयर टिप्स सिर्फ संडे डाइट प्लान से कर सकते है आप चार हफ्तों में 5 किलो कम चेहरे के ओपन पोर्स से गंदगी हटाने के लिए सस्ते और आसान उपाय Featured Posts इन्हें आहार का सेवन करने से पुरुषों में निश्चित रुप से टेस्टोस्ट्रॉन का स्तर बढ़ता है। आइए जानते है इन देसी फल और सब्जियों के बारे में।
चुकंदर
चुकंदर को प्राकृतिक वियाग्रा कहा जाता है। चुकंदर में ढेर सारा नाइट्रेट्स पाया जाता है। अध्ययनों ने साबित किया है कि चुकंदर को रोजाना खाने से आपके शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड की मात्रा बढ सकती है। नाइट्रेट्स का एक अच्छा स्रोत होने के नाते, चुकंदर का जूस आपके खून की नलियों को रिलैक्स करता है, खासतौर पर पर पेनिग के आस पास की नसों को और वहां तक ब्लड के फ्लो को बढावा देता है। इस कारण लिंग में पर्याप्त कड़ापन आता है। स्त्री पुरुष के यौन अंगों की कार्यविधि सुधरती है। यही काम वियाग्रा भी करती है। इसके अतिरिक्त चुकंदर में बोरोन नामक तत्व होता है जो सेक्स हार्मोन बनने में मददगार होता है। इस प्रकार चुकंदर का उपयोग यौन सम्बन्ध के लिए बहुत लाभदायक सिद्ध होता है।
गाजर
गाजर में स्पर्म की क्वालिटी को बेहतर बनाकर पुरुषों की फर्टिलिटी को भी बढ़ाता गाजर से स्पर्म शक्तिशाली बनाता है, जिससे यह अंडाणु तक पहुंच पाता है।
संतरा
चमकीले रंग की सब्जियां और फल पुरुषों में यौन क्षमता बढ़ाने के लिए जाने जाते है। फलों और सब्जियों के हर रंग से शरीर को अलग तरह का फायदा पहुंचता है, जिससे स्वास्थ बेहतर होने के साथ-साथ फर्टिलिटी भी अच्छी होती है। संतरे में विटामिन सी पाया जाता है, जो कि एंटीआक्सीडेंट से भरपूर होता है। इससे फर्टिलिटी और परफोर्मेंस में वृद्धि होती है।
बादाम
बादाम में मौजूद उच्च स्तर का फैटी एसिड पुरुषों में यौन क्षमता बढ़ाने वाले हार्मोन्स के उत्पादन को स्थिर रखता है। इसके अलावा यह शरीर में रक्त प्रवाह को बढ़ाने का काम करता है और खराब कोलेस्ट्रॉल को घटाते हैं। इसलिये ये आपकी सेक्स लाइफ के लिये भी पौष्टिक माने जाते हैं।
घी और उड़द दाल
घी के साथ उड़द की दाल को भूनकर और इसके अंदर दूध को मिलाकर तथा अच्छी तरह से पकाकर इसकी खीर तैयार कर लें। इसके बाद इसमें चीनी मिलाकर इसका इस्तेमाल करने से भी शक्ति बढ़ जाती है।
मछली
अगर आन नॉन वेज खाने के शौकीन हैं, तो हफ्ते में एक या दो दिन अपनी डाइट में मछली जरुर लें। क्योंकि इसमे ओमेगा 3 फैटी एसिड होता है, जो आपकी बेड लाइफ और भी अच्छी मना सकती है
केला
केले को वैसे भी एनर्जेटिक फल के तौर पर जाना जाता है। ये फल पुरुषों में ताकत और यौन शक्ति का इजाफा करता है। केले में काफी सारा पोटैशियम और मैगनीशियम होता है जो यौन क्षमता को बढ़ाने का दोगुना काम करता है।
अदरक
इसके सेवन से दिल की धड़कन बढ़ती है, खून का प्रवाह तेज होता है जिससे उत्तेजना बढ़ती है। रात को बेड़ पर जाने से पहले अदरक की चाय पीना ना भूलें।
खजूर
खजूर में विटामिन और मिनरल होता है, जैसे, पोटैशियम, आयरन और मैगनीशियम आदि।
सेब
सेब खाने से दोनों ही पुरुष और महिला में सेक्स उतेजना बढ़ती है। इसलिए रोजाना इसका सेवन करना चाहिए।
अखरोट
अखरोट में ओमेगा 3 फैटी एसिड की मात्रा अधिक होती है और ये पुरुषों में इरेक्शन की समस्या को दूर करता है। अखरोट का सेवन करने से पुरुषों में शुक्राणुओं की संख्या बढ़ती है साथ ही साथ पुरुषों के गुप्त अंग में रक्त प्रवाह का स्तर बढ़ता है जिससे उन्हें अपने कामोत्तेजना में बढ़ोतरी प्राप्त होती है।
पुदीना
गर्मी में पुदीने की चटनी, पराठा और अन्य चीजें तो सभी घरों में बनाई जाती हैं। पुदीना एक ऐसा हर्ब है, जो आपकी कामेच्छा को कम कर सकता है। इसे कई संत और साधु दिन रात चबाते रहते हैं, जिससे कि उनकी कामेच्छा कम हो जाए। इसे अधिक मात्रा में खाने से टेस्ट्रॉन का प्रोडक्शन कम हो जाता है।
इलायची
इलायची न केवल एक प्रबल कामोद्दीपक मसाले के रूप में ही जानी जाती है, बल्कि यह उन पुरुषों के लिये भी फायदेमंद है जो नपुंसक हैं। पुराने दिनों में राजा लोग अपने भोजन में इलायची ज्यादा डाल कर खाते थे जिससे उनके अधिक बच्चे पैदा हों।
काले चनें
अगर आप सप्ताह में दो से तीन बार काले चने से बने आहार या व्यंजनों का सेवन करते है तो ये आपके लिए बहुत ही फायदेमंद हैं। भुने चने दूध और शहद के साथ मिलाकर खाने से वीर्य का पतलापन दूर हो जाता है और वीर्य गाढ़ा हो जाता है।
दूध और शहद
स्पर्म काउंट बढ़ाने के लिए दूध और शहद का नुस्खा पुराने समय से आजमाया जा रहा है। इन दोनों में भरपूर एन्टी ऑक्सीडेंट होता है जो कि आपके तनाव को दूर करता है,स्पर्म काउंट बढाता है और कमजोर प्रजनन अंगों को मजबूती देता है। दूध और शहद सेक्स लाइफ सुधारने में भी सहायक है। इन दोनों को साथ में लेने में कोई तरह का साइड इफ़ेक्ट नही है।
प्याज
प्याज में ऐसे गुण होते है जो शरीर में यौन समस्याओं को दूर कर देता है। हरा और सामान्य, दोनों ही प्रकार के प्याज फायदेमंद होते है। हरी प्याज के बीज को एक गिलास पानी में घोलकर पी जाएं। इसे भोजन करने से पहले लें, इससे शरीर में ताकत आती है। कच्चा प्याज ज्यादा खाएं।
लहसुन
यह शरीर में रक्त संचार को बढ़ाने के साथ-साथ यौन क्षमता को बढ़ाने में भी मदद करते हैं। इसमें एक प्रकार का रसायन होता है जो यौन अंगों में रक्त के संचार को उन्नत करने में मदद करते है। लेकिन संतुलित मात्रा में लहसुन का सेवन करना चाहिए।
अनार
यदि पुरुष और महिला रोज एक गिलास अनार का रस पियें, तो उनकी यौन छमता काफी बढ़ सकती है। यह जूस टेस्टास्टेरॉन नामक हार्मोन की मात्रा बढ़ाता है।
सीमन एलर्जी (Semen allergy) या ह्यूमन सेमिनल प्लाज़्मा हाइपरसेंसटिविटी एक ऐसी कंडीशन हैं जिसमें पुरुषों को सीमन से एलर्जिक रिएक्शन होते हैं. ऐसे पुरुषों से संबंध बनाने वाली महिलाओं को भी यह एलर्जी हो सकती है. यह बहुत ही रेयर कंडीशन है जिसका शिकार बहुत ही कम लोग होते हैं. डॉक्टर अनूप गुप्ता का भी यही कहना है कि सीमन एलर्जी एक बहुत ही रेयर कंडीशन है, जो स्पर्म नहीं उसमें मौजूद एलर्जिक प्रोटीन्स की वजह से होती है. पुरुष और महिला दोनों ही इस एलर्जी का शिकार हो सकते हैं. खासकर, पुरुषों में इस एलर्जी की वजह से पोस्ट-ऑर्गैज़म इलनेस सिंड्रोम की शिकायत होती है.
सीमन एलर्जी के लक्षण
इस एलर्जी में पुरुषों में वीर्यपात (Ejaculation) के बाद पीनिस (Penis) में एलर्जिक रिएक्शन दिख सकते हैं. यह रिएक्शन सेक्स के दौरान या फिर उसके बाद पता चलते हैं. वहीं, महिलाओं को वेजिना या उसके आस-पास खुजली, दर्द, सूजन, सूखापन और रेजनेस हो सकती है. अगर आपको भी हर बार सेक्स के बाद इस तरह के लक्षण दिखें तो आपको सीमन एलर्जी हो सकती है.
सीमन एलर्जी से कैसे बचें?
डॉक्टर अनूप गुप्ता का कहना है कि सीमन एलर्जी का कोई इलाज नहीं है, लेकिन इससे बचा जरूर जा सकता है. इससे बचने के लिए सेक्स के दौरान कंडोम का इस्तेमाल करें. महिलाएं सेक्स से पहले एंटी-एलर्जिक दवाइयां ले सकती हैं (डॉक्टर की सलाह से). पार्टनर्स के बीच ये रिएक्शन एक-दूसरे की फर्टिलिटी पर असर कर सकता है और दोनों की प्रजनन शक्ति कम हो सकती है. इससे बचने के लिए एक प्रोसीजर फॉलो किया जाता है जिसमें लैब में स्पर्म से एलर्जी करने वाले प्रोटीन को हटाया जाता है.
सीमन एलर्जी किसे हो सकती है?
डॉ. धीर का कहना है कि यह एलर्जी किसी को भी हो सकती है. सीमन एलर्जी को लेकर कई लोग कंफ्यूज़ हो जाते हैं. क्योंकि STDs (Sexually Transmitted Diseases) और इस एलर्जी के कुछ लक्षण समान होते हैं. इसीलिए सेक्स के दौरान कंडोम के इस्तेमाल से इससे बचा जा सकता है. यह एलर्जी बच्चे की प्लैनिंग कर रहे कपल्स में और भी बढ़ सकती है. मां-बाप बनने की चाह रख रहे कपल्स सीमन एलर्जी से बचने के लिए विसुग्राहीकरण (एलर्जी कम करने का एक तरीका जिसे अंग्रेजी में Desensitization कहते हैं) को अपना सकते हैं. यह एक अस्थाई तरीका है, जिसमें पार्टनर्स को रेगुलर दो से तीन दिन सेक्स करना होता है और फिर दोनों के सीमन सैम्पल्स लिए जाते हैं. इससे धीरे-धीरे सीमन से एलर्जी कम होती है. इस दौरान भी दोनों को कुछ एलर्जिक रिएक्शन हो सकते हैं.
विटामिन डी ना सिर्फ हड्डियों को मज़बूत करता है बल्कि कोलन (बड़ी आंत) कैंसर के खतरे को भी कम करता है. एक रिसर्च के मुताबिक जिन लोगों में विटामिन डी की खुराक हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए पर्याप्त थी, उनकी तुलना में विटामिन डी की कमी वालों में कोलन कैंसर का खतरा 31 फीसदी रहा. विटामिन डी की मात्रा हड्डियों की सेहत के लिए फायदेमंद मानी जाती है. इसी तरह से जिनमें इसकी मात्रा हड्डियों के स्वास्थ्य से पर्याप्त ऊपर रही, उनमें यह जोखिम 22 फीसदी कम रहा. हालांकि, विटामिन डी की अधिकतम मात्रा पर जोखिम में लगातार गिरावट नहीं देखी गई. अमेरिकन कैंसर सोसाइटी में इपिडिमिओलॉजिस्ट मर्जी ए.मैक्कुलो ने कहा, "वर्तमान में स्वास्थ्य एजेंसियां कोलन कैंसर की रोकथाम के लिए विटामिन डी की सिफारिश नहीं करती हैं." उन्होंने कहा, "यह शोध नई जानकारी देता है कि एजेंसियां विटामिन डी के मार्गदर्शन साक्ष्यों की समीक्षा कर इसका इस्तेमाल कर सकती हैं और यह सुझाव देता है कि हड्डी के स्वास्थ्य के लिए सिफारिश की गई मात्रा कोलन कैंसर की रोकथाम के लिए अनुकूल मात्रा से कम हो सकती है."
::/fulltext::