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रायपुर । छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शनिवार को राजधानी रायपुर के पुलिस परेड ग्राउण्ड में आयोजित मुख्य समारोह को संबोधित करते हुए प्रदेश के किसानों को बड़ी सौगात दी. उन्होंने बीते 15 सालों को सिंचाई कर माफ करने की घोषणा की.
गणतंत्र दिवस पर प्रदेशवासियों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि मुझे पता है कि 15 साल प्रदेश के लाखों किसानों का सिंचाई कर लंबित है, लेकिन ये सरकार किसानों की सरकार है. उन्होंने कहा कि सरकार 15 साल से लंबित किसानों का 207 करोड़ का सिंचाई टैक्स माफ कर रहे हैं.
बघेल ने कहा किसानों को कर्ज के कुचक्र से मुक्ति दिलाए बिना उनकी और गांवों की स्थिति सुधारी नहीं जा सकती. इसलिए हमने मंत्रिपरिषद की पहली बैठक में 16 लाख 65 हजार किसानों का लगभग 6 हजार 230 करोड़ रूपए का अल्पकालिक कृषि ऋण माफ कर दिया.
::/fulltext::रायपुर। अब शिक्षाकर्मियों की भर्ती नहीं होगी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के संबोधन ने इस बात की तरफ इशारा कर दिया है। अब सीधे शिक्षक की नियुक्ति होगी और वो भी शिक्षा विभाग के जरिये। आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 15 हज़ार शिक्षक की बहाली का एलान किया है। इस एलान में जो सबसे अहम बात है, वो है शिक्षा विभाग के जरिये बहाली होगी।
ये संकेत उस लिहाज से भी अहम है क्योंकि जो 20 सालों से शिक्षाकर्मियों की नियुक्ति की जो परंपरा चली आ रही थी, वो परम्परा अब खत्म हो जाएगी। ये ना सिर्फ युवाओं के लिए खुशखबरी है, बल्कि संविलियन का इंतज़ार कर रहे शिक्षाकर्मियों की उम्मीदें भी बढ़ गयी है कि अब नई सरकार में उनके दिन बहुरेंगे। आपको बता दें प्रदेश में अभी 48 हज़ार शिक्षाकर्मी हैं, जिनका संविलियन नहीं हुआ है, जिनमें से करीब 10 हज़ार से ज्यादा शिक्षाकर्मियों का संविलियन सरकार को इसी साल जुलाई के बाद करना होगा, बाकी बचे 20 हज़ार के करीब ही संविलियन में बचेंगे।
आपको बता दें भूपेश सरकार ने अपने घोषणा पत्र में इस बात की घोषणा की है, कि 2 साल की सेवा पूरी कर चुके शिक्षाकर्मियों का संविलियन कर दिया जाएगा। लिहाज़ा कल जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल NSUI के कार्यक्रम में पहुंचे थे, तो उस दौरान भी उन्होंने कहा कि, शिक्षाकर्मियों के लिए भी बहुत कुछ करना है। 54 हज़ार शिक्षाकर्मियों के पद रिक्त हैं वो भी भरना है। लेकिन उन सब के बीच आज मुख्यमंत्री का गणतंत्र दिवस पर 15 हज़ार शिक्षक की शिक्षा विभाग के जरिये बहाली के एलान ने सभी शिक्षा कर्मियों के साथ युवाओं में भी जोश भर दिया है, कि अब कुछ ना कुछ बेहतर होगा।
छत्तीसगढ़ पंचायत एवम नगरीय निकाय शिक्षक संघ प्रदेश मीडिया प्रभारी विवेक दुबे के मुताबिक सरकार का ये एलान बहुत शुभ संकेत है, साथ ये संकेत मिलना कि अब नियुक्ति शिक्षा विभाग के जरिये होगी युवाओं के भविष्य को लेकर निश्चिन्तता का भी संकेत है। 15 हज़ार शिक्षा विभाग के जरिये नियुक्ति होगी, इसका स्वागत करते हैं, लेकिन नयी नियुक्ति के पहले संविलियन का इंतज़ार कर रहे 48 हज़ार शिक्षाकर्मियों का संविलियन हो जाये, तो भूपेश बघेल जी का आभार रहेगा। हम बेसब्री से इंतज़ार कर रहे बजट के संविलियन के प्रस्ताव को शामिल करने और उसके एलान किये जाने का।
::/fulltext::जगदलपुर । छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित कुछ इलाकों में इस बार गणतंत्र दिवस कुछ अलग ही अंदाज में मनाया गया.यहां पुलिस जवानों ने धुर नक्सल इलाकों में तिरंगा लहराकर नक्सलियों की चुनौती को स्वीकार किया. साथ ही स्थानीय लोगों को भी संदेश दिया है कि लोकतंत्र के साथ जुड़कर ही विकास की दिशा में काम किया जा सकता है.
प्रदेश के नक्सलवाद प्रभावित बस्तर में पुलिस व जिला प्रशासन ने 26 जनवरी को इंद्रावती नदी के तट पर जाकर ध्वजारोहण किया। इस दौरान कुछ स्थानों पर पुलिस के आला अधिकारियों को पैदल चलकर नदी भी पार करना पड़ी, तब इस धुर नक्सल इलाके में पहुंच सके.
ध्वजारोहण के बाद बस्तर एसपी ने कहा कि 'गांव के मुखिया की छह महीने पहले नक्सलियों ने हत्या कर दी थी। उनकी मांग थी कि इंद्रावती नदी पर एक पुल बनाया जाए इसलिए हमने आज सुबह यहां आकर ध्वजारोहण किया ताकि नक्सलियों को यह संदेश दिया जा सके कि गांव के लोग और पुलिस जंगलों में शासन करेंगे न कि नक्सली.