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रायपुर - मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज रात यहां अपने निवास कार्यालय में छत्तीसगढ़ हिन्दी ग्रंथ अकादमी द्वारा प्रकाशित दो पुस्तकों का विमोचन किया। इनमें से एक पुस्तक ’असमवासी छत्तीसगढि़या’ के लेखक रायपुर के श्री अशोक तिवारी और दुर्ग के श्री संजीव तिवारी तथा दूसरी पुस्तक ’छत्तीसगढ़ 2018’ के लेखक श्री शिव अनुराग पटेरिया हैं। विमोचन संक्षिप्त कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ हिन्दी ग्रंथ अकादमी के संचालक श्री शशांक शर्मा, संस्कृति विभाग के उप संचालक श्री राहुल सिंह सहित अन्य वरिष्ठजन उपस्थित थे।
::/fulltext::रायपुर- मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज यहां पंडित जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के सभागृह में सुदीर्घ शासकीय सेवा के बाद रिटायर होने वाले शासकीय कर्मचारियों के लिए ऑन लाइन पेंशन मेनेजमेंट प्रणाली ‘आभार-आपकी सेवाओं का’ और मोबाइल एप्प का लोकार्पण किया। कृषि एवं जल संसाधन मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने कार्यक्रम की अध्यक्षता में आयोजित विधायक श्री श्रीचंद सुंदरानी, विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे। समारोह में प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव श्री अजय सिंह और वित्त विभाग के प्रमुख सचिव श्री अमिताभ जैन सहित अनेक वरिष्ठ अधिकारी भी समारोह में मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि जीवन भर शासन को अपनी सेवाएं देने वाले सरकारी कर्मचारी और अधिकारी रिटायर होने के बाद पेंशन के साथ-साथ मान सम्मान के भी हकदार हैं। उनकी सेवाओं के लिए राज्य सरकार हमेशा उनकी आभारी रहती है। आज से प्रारंभ हो रहा ऑन लाइन पेंशन मैनेजमेंट सिस्टम पेंशनरों की सेवाओं के प्रति राज्य सरकार के आभार का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि इस प्रणाली के माध्यम से पंेशन प्रकरणों का त्वरित और सरलीकृत रूप से समाधान हो सकेगा और पेंशनरों को पेंशन प्रकरण के निराकरण के लिए कार्यालयों के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। पेंशनरों के लिए यह प्रणाली काफी सुविधाजनक साबित होगी। डॉ. सिंह ने कहा कि पेंशनरों की सेवाओं के प्रति राज्य सरकार आभार प्रकट करते हुए इस प्रणाली का शुभारंभ कर रही है। इस प्रणाली का लाभ प्रदेश के लगभग एक लाख पेंशनरों को मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के डिजिटल भारत और डिजिटल छत्तीसगढ़ के सपने को साकार करने के लिए ई-पेमेंट, ई-प्रोक्योरमेंट सिस्टम लागू करने के बाद अंतिम छोर के गांवों तक इंटरनेट कनेक्टिविटी देने का काम तेजी से किया जा रहा है। ऑन लाइन पेंशन मैनेजमेंट सिस्टम के माध्यम से प्रदेश में पेंशनरों का डॉटा बेस भी तैयार होगा। उन्होंने यह भी बताया कि पेंशन प्रकरण के निराकरण के हर स्तर की सूचना संबंधित पेंशनर को एस.एम.एस. के माध्यम से दी जाएगी। इस प्रणाली से ई-पेंशन भुगतान आदेश, ग्रेच्युटी सहित पेंशनरों को मिलने वाले अन्य सेवानिवृत्ति परिलाभ की जानकारी भी पेंशनरों को मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पेंशनरों की शिकायतों के निराकरण के लिए इस प्रणाली में ऑन लाइन शिकायत निवारण प्रकोष्ठ की सुविधा भी उपलब्ध होगी। पेंशन भुगतान आदेश जारी होने की सूचना ई-मेल के माध्यम से भी दी जाएगी। यह पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने वाली प्रणाली है। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि एक जनवरी 2016 के पहले सेवानिवृत्त हुए कर्मचारियों को सातवें वेतनमान के अनुरूप उनकी मूल पेंशन का 2.57 गुणा पेंशन और परिवार पेंशन का लाभ एक अप्रैल 2018 से दिया जाएगा। इससे राज्य सरकार के बजट से लगभग 500 करोड़ रूपए व्यय होंगे। उन्होंने यह भी बताया कि अधिकारियों-कर्मचारियों की ग्रेच्युटी की सीमा 10 लाख रूपए से बढ़ाकर 20 लाख रूपए कर दी गई है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर अनेक सेवानिवृत्त शासकीय अधिकारियों और कर्मचारियों को उनके पेंशन भुगतान आदेश और शॉल प्रदान कर सम्मानित किया। उन्होंने पेंशनरों को सुदीर्घ और खुशहाल जीवन के लिए शुभकामनाएं दी।
कृषि एवं जल संसाधन मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने समारोह की अध्यक्षता करते हुए कहा कि प्रदेश के सेवानिृत्त कर्मचारी प्रदेश की सम्पत्ति हैं, उनका अनुभव प्रदेश के लिए बहुत उपयोगी है। इस ऑनलाइन प्रणाली से उन्हें पेंशन भुगतान की त्वरित और बाधा रहित सुविधा मिलेगी। पेंशनर सम्मान के अधिकारी हैं। मुख्य सचिव श्री अजय सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री की अधिकारियों और कर्मचारियों के प्रति संवेदनशीलता का यह प्रणाली एक अच्छा उदाहरण है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ ने देश में सर्वप्रथम कोषालयों का कम्प्यूटरीकरण किया था। अब पेंशनरों की सुविधा के लिए यह ऑन लाइन पेंशन मैनेजमेंट सिस्टम का मॉडल तैयार किया गया है। उन्होंने बताया कि इस प्रणाली में सेवानिवृत्त होने वाले अधिकारी-कर्मचारी के पेंशन प्रकरण ऑन लाइन संभागीय संयुक्त संचालक, कोष, लेखा एवं पेंशन को भेजे जाएंगे, जहां से संबंधित पेंशनर के ई.पी.पी.ओ., ई.जी.पी.ओ. और ई.सी.पी.ओ. के आदेश संबंधित ट्रेजरी को ऑन लाइन भेजे जाएंगे। ट्रेजरी से ऑन लाइन ई.पी.पी.ओ. संबंधित बैंक को भेजा जाएगा और बैंक से ऑन लाइन संबंधित पेंशनर के खाते में पेंशन का भुगतान किया जाएगा। इस प्रणाली के हर स्तर की जानकारी पेंशनर को एस.एम.एस. के माध्यम से भी भेजी जाएगी।
समारोह में कोष, लेखा एवं पेंशन संचालक श्रीमती शिखा राजपूत तिवारी ने बताया कि निकट भविष्य में इस प्रणाली से पेंशनर की सामान्य भविष्य निधि, अवकाश नकदीकरण और समूह बीमा योजना के प्रकरणों के ऑन लाइन निराकरण और भुगतान की व्यवस्था भी की जाएगी। यह प्रणाली डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट ई-कोषऑनलाइन डॉट सीजी डॉट एनआईसी डॉट इन/आधार वेबसाइट पर उपलब्ध है। इस अवसर पर विभिन्न पेंशनर संगठनों द्वारा मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया गया। समारोह में बड़ी संख्या में वरिष्ठ नागरिक, वित्त और कोष, लेखा एवं पेंशन संचालनालय के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
::/fulltext::रायपुर। कांग्रेस के शहर जिला अध्यक्ष पद से विकास उपाध्याय ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने बुधवार की दोपहर करीब 3 बजे प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्यालय पहुंचकर पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल को अपना इस्तीफा सौंपा। पार्टी सूत्रों के मुताबिक विकास आगामी विधानसभा चुनाव में विधायक पद के लिए रायपुर पश्चिम सीट से दावेदारी करने जा रहे हैं। इससे पहले भी इन्होंने इसी सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन भाजपा के राजेश मूणत के हाथों इन्हें हार का सामना करना पड़ा था। इसी सीट से एक बार फिर विकास दावेदारी रखने वाले हैं। इसके अलावा बेमेतरा जिला कांग्रेस अध्यक्ष आशीष छाबड़ा के भी अपने पद से इस्तीफा देने की जानकारी मिली है। वे भी आगामी विधानसभा चुनाव में अपने क्षेत्र की सीट से दावेदारी करने वाले हैं।
::/fulltext::जगदलपुर। तेरह माह पूर्व जिला पंचायत बस्तर द्वारा जिले के मिडिल स्कूलों में शिक्षक पंचायत अंग्रेजी विषय के रिक्त 211 पदों पर सहायक शिक्षक पंचायत को दी गई पदोन्नति को संचालक पंचायत ने गलत ठहरा दिया है। इसके बाद सीईओ जिला पंचायत ने इस पदोन्नति को निरस्त कर दिया है। इससे हड़कंप मचा हुआ है। सीईओ जिला पंचायत प्रभात मलिक ने मंगलवार को शासन के निर्णय के बाद पदोन्नति आदेश को निरस्त कर दिया। जिनकी पदोन्नति निरस्त हुई है, उनमें 123 अनारक्षित, शेष अजा-अजजा वर्ग से हैं। हफ्तेभर पहले ही संविलियन का लाभ मिलने पर ये शिक्षक बनाए गए थे। अब इनका संविलियन सहायक शिक्षक पद पर होगा। वहीं पूर्व पदस्थ शालाओं में भी जाना होगा।
इसलिए निरस्त हुई पदोन्नति
जिला पंचायत ने 21 जून 2017 में शिक्षक पंचायत के 833 रिक्त पदों में से 545 पदों पर (विषयवार) सहायक शिक्षक पंचायत को पदोन्नति देने आदेश जारी किया था। इनमें सामाजिक विज्ञान के 230, जीव विज्ञान के 80, गणित के 21 और अंग्रेजी के 243 पदों पर पदोन्नति दी गई थी। अंग्रेजी के रिक्त पदों के लिए (अर्हताारी स्नातक में अंग्रेजी साहित्य एक विषय नहीं होने के बाद भी) सामान्य प्रशासन समिति जिला पंचायत द्वारा दूसरे विषय के अभ्यर्थियों से भरने का प्रस्ताव पारित करने पर तत्कालीन सीईओ जिला पंचायत ने 211 गैर अर्हतधारी सहायक शिक्षक पंचायत को अंग्रेजी के रिक्त पदों पर पदोन्नति दे दी थी। इस मामले को लेकर लगातार शिकायत हो रही थी।
इनका कहना है
शिकायत सामने के आने के बाद शासन से मार्गदर्शन मांगा गया था, जिस पर संचालक पंचायत द्वारा अंग्रेजी के पदों पर पदोन्नति को नियम विरुद्ध बताए जाने के बाद 211 कर्मचारियों के पदोन्नति आदेश को निरस्त कर दिया गया है।
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