Monday, 23 December 2024

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वास्तु टिप्स : जिनको अपनाकर आप अच्छी गहरी नींद और ऊर्जा हासिल कर सकते हैं......

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अगर नींद अच्छी आती है, तो अगले दिन की शुरुआत अच्छी होती है। हर काम में मन लगा रहता है। जो लोग गहरी नींद में सोते हैं, उठने के बाद उनकी ऊर्जा उतनी ही अधिक होती है। दरअसल, जब कोई व्यक्ति गहरी नींद में होता है, तो वह ध्यान के गामा लेवल पर पहुंच जाता है।

इस दौरान व्यक्ति को कॉस्मिक एनर्जी अधिक मिलती है। वहीं, जिन लोगों की नींद पूरी नहीं होती है या रात को बार-बार नींद टूटती है, उन्हें अगले दिन ऊर्जा में कमी लगती है। नींद का आपके बिस्तर से गहरा संबंध होता है। वास्तु में इससे जुड़े कुछ टिप्स बताए गए हैं, जिनको अपनाकर आप अच्छी गहरी नींद और ऊर्जा हासिल कर सकते हैं। जानते हैं इसके बारे में...

बेड को यदि गलत दिशा में रखा जाए, तो यह घर में वास्तुदोष भी उत्पन्न कर सकता है। साथ ही इस पर सोने वाले व्यक्ति को ठीक से नींद भी नहीं आती है, जिससे मानसिक तनाव होता है। वैवाहिक जीवन में परेशानियां व बीमारियां भी इसकी वजह से हो सकती हैं।

बेड का सिरहाना पूर्व या दक्षिण की ओर होना चाहिए। जबकि गेस्ट रूम में बेड का सिरहाना पश्चिम की ओर हो सकता है। अगर बेड लकड़ी का है तो और भी अच्छा है। धातु का बेड नकारात्मक ताकतें पैदा करता है। प्यार बढ़ाने के लिए एक कपल को सिंगल मेटरेस पर सोना चाहिए और दो अलग-अलग मेटरेस को आपस में जोड़ना नहीं चाहिए। 

अपने बेडरूम में सुगंधित मोमबत्तियां, डिफ्यूजर्स या परफ्यूम रखें। आप चमेली या लैवेंडर की खुशबू का इस्तेमाल कर सकते हैं। अच्छी खुशबू आपका मूड झट से ठीक कर सकती है।अपने बेडरूम में गोल या अंडाकार शेप का बेड न रखें। बेड में हमेशा सिर टिकाने की जगह होनी चाहिए। सोते वक्त कभी अपने पीछे खिड़की खोलकर न सोएं। बिस्तर के ऊपर की छत गोल नहीं होनी चाहिए।

कमरे के दरवाजे के ठीक सामने पलंग नहीं रखना चाहिए। यदि दरवाजे के सामने पलंग लगा है, तो इससे वास्तुदोष उत्पन्न होते हैं। इससे आर्थिक समस्या, मानसिक तनाव, बीमारी आदि समस्या बनी रहती हैं। यदि पलंग का स्थान बदल पाना संभव न हो, तो दरवाजे पर पर्दा डालकर रखें। बेड के ठीक सामने ऐसा शीशा नहीं होना चाहिए। यह पति-पत्नी के रिश्तों पर बुरा असर डालता है। यदि पलंग के सामने ऐसा कांच हो, जिसमें प्रतिबिंब दिखाई देता हो, तो उस पर कपड़ा डालकर सोना चाहिए।

यदि आपके पलंग के ठीक ऊपर छत का बीम है, तो पलंग को वहां से शिफ्ट कर लेना चाहिए। बीम के नीचे सोने पर आपके मस्तिष्क पर भार पड़ता है। नींद ठीक से नहीं आती है और तनाव बढ़ता है, थकान दूर नहीं होती है। आजकल बेडरूम में ज्यादा इलेक्ट्रॉनिक सामान जैसे टीवी, फ्रिज, कंप्यूटर आदि नहीं रखनी चाहिए। दरअसल, ये वस्तुएं नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती हैं, जो व्यक्ति को रोगी बना सकती हैं।

वास्तु के अनुसार, बेडरूम में पानी से संबंधित तस्वीर नहीं लगानी चाहिए। ऐसा करने पर धन हानि होने की संभावनाएं बढ़ती हैं। पलंग पर यदि खाने की वस्तु या पानी रखते हैं, तो यह भी हानि पहुंचाता है। इससे आर्थिक समस्या, बीमारी, रिश्तों मे तनाव आदि समस्या हो सकती हैं। पलंग का सिरहाना और बिस्तर आरामदायक होना चाहिए। यदि सिरहाना ठोस लकड़ी का होगा, तो ज्यादा शुभ रहता है। बेड की ऊंचाई न तो बहुत ज्यादा होना चाहिए और न ही बहुत कम। बेड के नीचे कुछ सामान नहीं रखना चाहिए। अगर सामान रखा होगा, तो ऊर्जा मार्ग बाधित होगा। इसी ऊर्जा से आपको शक्ति मिलती है और सुबह जब आप सोकर उठते हैं, तो एकदम तरोताजा महसूस करते हैं और दिनभर एनर्जी बनी रहती है।

बेड के सिरहाने के ठीक पीछे दीवार होना चाहिए। ऐसा होने पर आपको अधिक ऊर्जा प्राप्त होती है, जबकि सिरहाने के पीछे खिड़की होगी या खुला हिस्सा होगा, तो आपके आस-पास की ऊर्जा बाहर चली जाएगी।

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रिश्ते की गहराई को समझने का एक बढ़िया तरीका है आपके सोने की स्थिति....





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हमने हमेशा अपने व्यवाहरिक तरीकों और आदतों के बारे में सुना होगा, इस बारे में बात करते हुए कि हम कैसे हैं और हम अपने दैनिक जीवन में क्या-क्या करते हैं। ये हमारे दैनिक जीवन को दर्शाने तरीका है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऐसे अन्य तरीके भी हैं जिन्हें हमें देखना चाहिए?

क्या आपने कभी अपनी नींद की स्थिति को देखा है और उससे अपने रिश्ते के बारे में पता लगाने की कोशिश की है? जी हां, यह तरीका आपकी लव बॉन्डिंग के बारे में बहुत कुछ बोलता है जिसमें आप हैं या होने वाले हैं।

Sleeping positions
 रिश्ते जीवन जीने का एक तरीका हैं और कभी न कभी हर इंसान एक रिश्ते में बंधता है। आपकी लव बॉन्डिंग के बारे में जानने के कई तरीके हैं और अंत में यह कैसा बन जाएगा। आपके रिश्ते की गहराई को समझने का एक बढ़िया तरीका है आपके सोने की स्थिति। आपको इस बारे में सोचना होगा कि आपके सोने का तरीका आपके रिश्ते के बारे में क्या बताएगा। आइए इसमें गहराई से जाएं और जवाब ढूंढें।

विभिन्न सोने के तरीके क्या हैं और वे आपके रिश्ते के बारे में क्या कहते हैं?

स्वंतत्रता

स्वंतत्रता वह सोने का तरीका है जिसमें एक कपल एक-दूसरे को बिना छुए सोते हैं। लोग आमतौर पर यह सोचते हैं कि यह स्थिति कपल के बीच में दरार को इंगित करती है। जबकि अपने साथी की तरफ पीठ करके सोना आपके रिश्ते के ठंडेपन और उत्साह की कमी को दर्शाता है। मनोवैज्ञानिक एक अलग कोण से इसके बारे में कहते हैं कि जो कपल एक दूसरे के सामने अपनी पीठ करके सोते हैं, वास्तव में वे एक घनिष्ठ बंधन से बंधे हैं और एक-दूसरे से बहुत प्यार करते हैं। उनके बीच एक निकटता है, फिर भी वे बहुत स्वतंत्र हैं, जो एक रिश्ते के लिये अच्छा है।

जो कपल इस स्थिति में सोते हैं वे बहुत तर्कसंगत और सुरक्षित हैं। यह नींद की स्थिति आपके और अधिकांश जोड़ों से संबंधित होगी।

संजोना

इस तरीके में, कपल विपरीत दिशाओं में अपना मुंह करके सोते हैं और एक-दूसरे की पीठ छूती रहती है। यह दर्शाता है कि जोड़े स्वतंत्रता की स्थिति की तरफ आरामदायक हैं। लेकिन स्वतंत्रता की स्थिति के बीच एकमात्र अंतर यह है कि जोड़े अपनी पीठ को छू रहे हैं। यह स्थिति इंगित करती है कि जोड़े के रिश्ते में एक सुंदर शुरुआत थी। यह भी दिखाता है कि जोड़े एक साथ रहते हुए सहज महसूस रहे हैं।

यह स्थिति बताती है कि कपल एक-दूसरे के साथ यौन संबंध बनाने के लिये तैयार हैं। इसका मूलरूप से मतलब यह है कि कपल एक-दूसरे के साथ बहुत ही आरामदायक स्थिति में हैं और इसमें बहुत से निजी क्षण होते हैं। यह स्थिति ज्यादातर नए रिश्ते में देखी जाती है और एक दूसरे को स्पेस देने के लिये जोड़े के आत्मविश्वास को प्रदर्शित करते हैं।

तकिया से बात करने की तरह सोना

यह सोने का तरीका स्वतंत्रता की स्थिति के ठीक विपरीत है। इसमें कपल एक-दूसरे से सामना करते हैं जैसे की वे आंखों ही आंखों में बातचीत कर रहे हों, यह दर्शाता है कि उन्हें अवचेतन रूप से इच्छा प्रकट करने के बाद बात करने की जरूरत है। पिलो टॉक स्थिति में, जोड़ी एक-दूसरे के साथ संवाद करने की इच्छा रखती है लेकिन ऐसा करने में विफल रहती है। जो कपल इस तरह से सोते हैं उनमें इंटीमेसी और संवाद की कमी है।

लवर्स नॉट

यह स्थिति हर जोड़े का सपना होती है, जहां पर वे एक-दूसरे की बाहों में होते हैं और पैरों में उलझ जाते हैं। यह इंटीमेसी और रोमांस के स्तर को बतलाता है।यह नींद का तरीका कपल के बीच अंतरंगता और आजादी के बीच सहजता को दिखाता है, जिससे कपल को दोनों दुनिया में सर्वश्रेष्ठ होने की आजादी मिलती है। इस स्थिति में जोड़े एक-दूसरे से लगभग 10 मिनट तक आलिंगनबद्ध रहते हैं फिर एक-दूसरे को छोड़ देते हैं और सोते हैं।

इससे पता चलता है कि यह कपल हमेशा एक-दूसरे के लिये हमेशा खड़े रहते हैं और उन्हें व्यक्तिगत रूप से स्पेस की जरूरत होती है। यह हर एक सुखी रिश्ते का अभिन्न अंग है।

चम्मच की तरह सोना

अक्सर जिन लोगों की शादी को 3 से 4 साल हो गये हैं, वे जोड़े ज्यादातर इस स्थिति में ही सोना पसंद करते हैं। इस स्थिति में सोने से शारीरिक और मानसिक रूप से दोनों एक-दूसरे के बेहद करीब होते हैं। इसमें दोनों किसी एक ही करवट की मुद्रा में लेटे रहते हैं, और फीमेल पार्टनर के सिर के पिछले हिस्से पर मेल पार्टनर की नाक होती है। इस तरीके से पता चलता है कि, आपके साथी को यह यकीन है कि आप हमेशा उनके साथ रहेंगे और सुरक्षित रखेंगे।

साथ ही यह एक सुखद स्थिति और आराम का अहसास भी देता है।12% जोड़े इस तरह की नींद की स्थिति का उपयोग करते हैं। यह पारंपरिक स्थितियों में से एक है।

रोमांटिक

यह स्थिति ज्यादातर शुरुआती रिश्ते में देखी जाती है। यह नींद की स्थिति आपके उत्तेजित प्यार और आलिंगन को दर्शाती है। इस स्थिति में कपल इस तरह से सोते हैं कि महिला पार्टनर का सिर मेल पार्टनर की छाती पर होता है और मेल पार्टनर उसे अपनी बाहों में जकड़ लेता है।

सुपरहीरो

इस नींद की स्थिति में, मेल पार्टनर आमतौर पर सुपरमैन की मुद्रा में सोता है। इसमें फीमेल पार्टनर अपने साथी की साइडकिक होती है। जोड़ों में से 3% में एक साथी है जो स्टारफिश स्थिति में सोना पसंद करता है, जबकि दूसरा साथी बिस्तर से लटकने जैसा सोता है। यह हमेशा सुपरहीरो होता है जो बिस्तर पर सोता है जबकि दूसरा वर्चस्व के लिए विनम्र होता है।

कई तरह की स्थितियां

यह सोने के तरीकों का मिश्रण है। इसमें जोड़े इस तरह से सोते हैं कि उन्हें आरामदायक महससू होता रहे। वे आमतौर पर किसी भी पैटर्न को फॉलो नहीं करते हैं। ये 8 प्रकार की नींद की स्थितियां हैं और ये आप और आपके साथी के साथ व्यवहार करने और एक-दूसरे के साथ जैलअप होने के बारे में बताता है। अगर आपको यह लेख पंसद आया हो तो इसे सोशल मीडिया पर साझा जरूर करें। और नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में अपनी प्रतिक्रिया जरूर दें।

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आज मंगल ग्रह बगैर टेलीस्कोप के दिखेगा, तीनों खगोलीय पिंड एक सीधी रेखा में पर आ गए हैं......

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रायपुर। मंगल ग्रह गुरुवार को पृथ्वी के सबसे करीब होगा, यह संयोग 15 सालों के बाद आया है। पृथ्वी और मंगल के बीच की दूरी करीब 5.76 करोड़ किलोमीटर होगी। इस दौरान अद्भुत नजारा होगा, जिसे खुली आंखों से देखा जा सकेगा। धरती के एक तरफ मंगल ग्रह होगा और दूसरी तरफ सूरज। तीनों खगोलीय पिंड एक सीधी रेखा में पर आ गए हैं।

चमकीला दिखेगा मंगल

नासा के मुताबिक पृथ्वी के करीब होने की वजह से 7 सितंबर तक मंगल सामान्य दिनों के मुकाबले अधिक चमकीला दिखेगा। इसे पृथ्वी के दक्षिणी गोलार्ध में बिना टेलीस्कोप के देखा जा सकेगा, लेकिन टेलीस्कोप से देखने पर यह और अधिक साफ दिखेगा।

- मंगल ग्रह को खुली आंखों से भी देखा जा सकेगा। पृथ्वी सूर्य की पक्रिमा 365 दिन में करती है तो मंगल दो साल पचास दिन में लगाता है। सूर्य से पृथ्वी की दूरी जुलाई में सबसे अधिक होती है। इन्हीं सब संयोग से तीनों ग्रह एक सीधा पर आ गए हैं। इसलिए मंगल ग्रह आसानी से दिखाई देगा। ऑस्ट्रेलिया और यूरोप के देश की अपेक्षा भारत में उतना स्पष्ट नहीं दिखाई देगा। - डॉ. नंदलाल चक्रधर, खगोलशास्त्री, रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर

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प्रदूषण से बचना संभव नहीं है, इन चिजों का सेवन बचाएगा प्रदूषण से......

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बात चाहे मेट्रो सिटीज की हो या शहर या गांव, हर जगह पैर प्रसार चुका है।  आपके दिल में हर दम भर रहा है जहरीला धुंआ। देश के कई शहर प्रदूषण की चपेट में हैं और कई बार मौसम विशेष में ऐसे हालात बन जाते हैं कि प्रदूषण न सिर्फ स्वास्थ्य खराब करता है बल्कि लोगों को धुंए की वजह से दिखाई देना तक बंद हो जाता है। अगर आलम ऐसा हो जाए तो मतलब है कि प्रदूषण भयानकरूप ले चुका है और कुछ बेहद बड़ा किया जाना जरूरी है।  
 
जब हालत ऐसे हैं तो आपके पास करने के लिए क्या बचता है। आप समझ नहीं पा रहे ऐसा क्या करें जो प्रदूषण आपको नुकसान न पहुंचा पाए। जवाब एकदम सीधा है कि आपके ऑर्गन यानी कि आपका दूषित तत्व बाहर निकालने वाला सिस्टम ही आपको इस खतरे से बचा सकता है। जब बाहर के वातावरण पर नहीं आपका बस तो अंदरूनी ताकत इतनी बढ़ा लीजिए की प्रदूषण कुछ न बिगाड़ पाए आपका।
 
प्रदूषण के खतरे से आपके आसपास सुरक्षा कवच बनाएंगी ये 7 चीजें 
 
1. टमाटर :  टमाटर में लाइकोपीन होता है| लाइकोपीन एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करता है।  यह श्वसनतंत्र के चारों तरफ एक सुरक्षा लेयर बना देता है। इससे धूल के कण श्वसनतंत्र में अंदर नहीं जा पाते।  
 
2. आंवला : शोधों से साबित हो चुका है कि आंवला स्वास्थ्य के लिए वरदान है।  आंवले का सेवन शरीर से उन सभी विकारों  को बाहर निकाल फेंकता है जो प्रदूषित धुंए के कारण पैदा हुए हैं।  लिवर को इन प्रभावों से बचाए रखता है।  
 
3. हल्दी : हल्दी सबसे अधिक ताकतवर एंटीऑक्सीडेंट है।  यह फेंफड़ों को धुंए के हानिकारक प्रभावों  से सुरक्षित रखती है।   यह लिवर का भी शोधन करती है।  हल्दी और घी को मिलाकर खाने से खांसी और अस्थमा से छुटकारा मिलता है।   >
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4. तुलसी : तुलसी के पत्ते फेंफड़ों को प्रदूषण से बचाए रखते हैं।  जहां तुलसी होती है वहां की वायु अपने आप  शुद्ध हो जाती है।  अच्छे स्वास्थ्य के लिए तुलसी  पौधा आसपास जरूर रखें।  तुलसी का ज्यूस हर दिन पिएं।  
 
5. विटामिन सी से भरे फल : ऐसे कोई फल जिनमें संतरा, नींबू, कीवी, मौसंबी और अमरूद शामिल हैं आपको प्रदूषण  बचाएंगे।  ये नेचुरल एंटीऑक्सीडेंट हैं।   
 
6. गुड़ : सांस से जुडी समस्याओं के लिए गुड़ बेहद फायदेमंद है।  अस्थमा और ब्रोंकाइटिस में गुड़ के सेवन से आराम मिलता है।   तिल के साथ गुड़ सांस की मुश्किलों को दूर कर देगा।  
 
 7 . ग्रीन टी :  एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर ग्रीन टी के सेवन से शरीर के दूषित तत्व बाहर निकल जाते हैं।  हर दिन दो कप ग्रीन टी और आपका श्वशनतंत्र एकदम साफ़। 
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