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अलसी के बीज के फायदो के बारे में तो आपको पता ही है. यह दिल से संबंधित परेशानी में तो रामबाण साबित होता ही है साथ ही हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में भी मददगार साबित होता है. लेकिन कुछ लोगों को इसका बीज खाना पसंद नहीं होता है फिर ऐसे लोगों के लिए अलसी की चटनी (alsi ke beej ke chutney) का विकल्प बचता है. इसे अपनी डाइट में शामिल करके नसों में जमे गंदे कोलेस्ट्रॉल को कम किया जा सकता है. अब आप सोच रहे होंगे की आखिर ये बनेगा कैसे तो चलिए हम आपको बता देते हैं.
अलसी की चटनी बनाने का तरीका
विधि- इसको बनाने के लिए आप सबसे पहले तो अलसी के बीज को अच्छे ढंग से साफ कर लीजिए. फिर एक गैस पर नॉनस्टिक पैन को गरम करने के लिए रख दीजिए. जब पैन अच्छे से गरम हा जाए तो उसमें अलसी के बीज को डाल दीजिए. 1-2 मिनट रोस्ट करने के बाद इसे ठंडा होने के लिए रख दीजिए. फिर इसे एक मिक्सर जार में डाल दीजिए, फिर कटी हुई मिर्च, लहसुन, नींबू का रस और स्वादानुसार नमक डालकर जार को बंद करके अच्छे से चला दीजिए. इसको दो से तीन बार ग्राइंड कर लीजिए. अब आपकी चटनी तैयार है. आप चाहें तो इसका स्वाद बढ़ाने के लिए पुदीना भी मिला सकते हैं.
अलसी के बीज में पोषक तत्व
खास बातें
हाइपरग्लाइकेमिया टाइप 1 डायबिटीज और टाइप 2 डायबिटीज वाले लोगों को भी प्रभावित कर सकता है. यह कभी-कभी उन लोगों को प्रभावित कर सकता है जिन्हें डायबिटीज नहीं है, लेकिन आमतौर पर केवल वे लोग ही प्रभावित होते हैं जो गंभीर रूप से इस बीमारी के साथ जी रहे हैं. डायबिटीज के इलाज का उद्देश्य ब्लड शुगर लेवल को सामान्य रखना है, लेकिन अगर आपको डायबिटीज है, तो आप चाहे कितने भी सावधान क्यों न हों, आपको किसी समय हाइपरग्लाइकेमिया का अनुभव होने की संभावना है.
हाइपरग्लाइकेमिया को पहचानना और उसका इलाज करना बहुत जरूरी है, क्योंकि अगर अनट्रीटेड छोड़ दिया जाए तो यह गंभीर हेल्थ प्रोब्लम्स पैदा कर सकता है. बहुत ज्यादा ब्लड शुगर लेवल जीवन के लिए खतरनाक कॉम्प्लिकेशन पैदा कर सकता है.
हाइपरग्लाइसेमिया के लक्षण
डायबिटीज वाले लोगों में हाइपरग्लाइसेमिया के लक्षण कुछ दिनों या हफ्तों में धीरे-धीरे विकसित होते हैं. कुछ मामलों में ब्लड शुगर लेवल बहुत अधिक होने पर भी कोई लक्षण नहीं दिखाता है.
हाइपरग्लाइसेमिया के लक्षणों में शामिल हैं:
कितना होना चाहिए ब्लड शुगर लेवल?
सीडीसी के अनुसार, सुबह मापा गया ब्लड शुगर 99 मिलीग्राम/डीएल या उससे कम सामान्य है, 100 से 125 मिलीग्राम/डीएल इंगित करता है कि आपको प्रीडायबिटीज है, और 126 मिलीग्राम/डीएल या इससे अधिक यह इंगित करता है कि आपको डायबिटीज है.
हाई ब्लड शुगर लेवल का कारण
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
ओपन एयर में योग करना एक तरह का प्रकृति अभ्यास है। ओपन एरिया में योग करने से आप ताजी हवा, सूरज की रोशनी से मिलने वाले फायदों को पा सकते हैं।
1. खुले में योग करने से, आप उच्च-गुणवत्ता वाली ऑक्सीजन में सांस ले पाते हैं जो आपके फेफड़े के लिए फायदेमंद होता है। ये आपके एल्वियोली में निर्मित किसी भी अशुद्धियों को बाहर निकालने में मदद कर सकता है।
2. जब आप खुले आसमान के नीचे योग करते हैं तो आपको आस-पास के फूल पौधों की खुशबू आती है, पक्षियों की आवाज सुनाई देती है, पैरों के नीचे घास होती है, जिस कारण आपकी सभी इंद्रियां तेज होती है।
4. बाहर योग करने से आपके दिमाग को ज्यादा खुलने में मदद मिलती है।
5. खुले में योग करने से आपका तनाव जल्दी दूर होता है। रिसर्च के मुताबिक प्रकृति में आपको हील करने की शक्ति होती है। इसलिए तनाव से ग्रासित लोगों को डॉक्टर भी खुले में ये नेचर के पास योग करने की सलाह देते हैं।
7. घर के बाहर योग करने पर आप सूरज की रोशनी के संपर्क में आते हैं। इससे आपके शरीर में विटामिन डी की कमी पूरी होती है।
घर के अंदर योग
कई लोग घर के अंदर योग करते हैं, जिसके पीछे समय की कमी होना, नींद न आना या अन्य कारण शामिल हैं। घर में योग करने से आप नियमित रूप से योग कर सकते हैं। इसके लिए आपको अलग से समय निकालकर घर से बाहर जाने की जरूरत नहीं होगी। .
घर के अंदर योग करने के फायदे
1. इंट्रोवर्ट लोगों के लिए घर पर योग करने का विकल्प ज्यादा अच्छा होता है, क्योंकि ऐसे लोग सभी लोगों के सामने योग करने में सक्षम नहीं होते हैं।
2. घर में योग करने के लिए आपको किसी खास समय की जरूरत नहीं होती है। आप अपने सुविधाजनक समय को योग करने के लिए चुन सकते हैं।
खास बातें
Drinks To Control Uric Acid: यूरिक एसिड एक अपशिष्ट उत्पाद (Waste Product) है जो खून में पाया जाता है. यह तब बनता है जब शरीर प्यूरीन नामक एक जरूरी रसायन को तोड़ता है. ज्यादातर यूरिक एसिड आमतौर पर खून में घुल जाता है, किडनी से होकर गुजरता है और यूरीन के रूप में शरीर से बाहर निकल जाता है. जब शरीर में बहुत अधिक यूरिक एसिड मौजूद होता है, तो हाइपरयुरिसीमिया नामक स्थिति पैदा हो जाती है.
हाइपरयुरिसीमिया क्रिस्टल जैसी संरचनाओं का बनना है जो समय के साथ जोड़ों में परेशानी का कारण बन सकते हैं और गाउट (Gout) पैदा कर सकते हैं. ये क्रिस्टल किडनी में भी जमा हो सकते हैं और किडनी की पथरी (Kidney Stone) बना सकते हैं. इसलिए बीमारी को जल्द से जल्द पहचानना यूरिक एसिड को घटाने के उपाय (Ways To Reduce Uric Acid) करना जरूरी है. अगर आप भी यूरिक एसिड कंट्रोल करने के उपाय तलाश रहे हैं तो आपको बता दें हाई यूरिक एसिड के लिए ड्रिंक्स (Drinks For High Uric Acid) भी काफी फायदेमंद हो सकती हैं. यहां ऐसे कुछ ड्रिंक्स के बारे में बताया गया है जो हाई यूरिक एसिड से छुटकारा दिलाने में मददगार साबित हो सकते हैं.
हाई यूरिक एसिड के लक्षण
हाई यूरिक एसिड का कारण
हाई यूरिक एसिड एक गंभीर हेल्दी कंडिशन है जो मुख्य रूप से फूड्स और ड्रिंक्स से पैदा होती है जिनमें हाई मात्रा में प्यूरीन होते हैं, जैसे सी फूड (साल्मन, झींगा और सार्डिन), रेड मीट, अंग मांस (लीवर, गिजार्ड आदि), हाई फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप और अल्कोहल.
हाई यूरिक एसिड को घटाने के लिए ड्रिंक्स |
1) ग्रीन टी
ग्रीन टी के फायदे कौन नहीं जानता. यह ड्रिंक शरीर में हाई यूरिक एसिड को मैनेज करने सहित कई स्वास्थ्य लाभों के लिए प्रसिद्ध है. अध्ययनों के अनुसार नियमित मात्रा में ग्रीन टी पीने से खून में यूरिक एसिड लेवल को कम करने में मदद मिल सकती है. ग्रीन टी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गठिया से जुड़ी सूजन से लड़ने में मदद करते हैं.
2) लो फैट वाला दूध या स्किम्ड मिल्क
एक गिलास स्किम्ड मिल्क या लो फैट वाला दूध पीने से आपके खून में मौजूद यूरिक एसिड की मात्रा प्रभावी रूप से कम हो सकती है. इसलिए स्किम्ड दूध या लो फैट वाला दूध उन लोगों के लिए एक अच्छा विकल्प है जो गाउट से जूझ रहे हैं.
High Uric Acid: हाई यूरिक एसिड रोगी लो फैट मिल्क का सेवन करें
3) नींबू पानी
अपने दिन की शुरुआत एक गिलास नींबू पानी से करें. ये गाउट या हाई यूरिक एसिड से पीड़ित लोगों के लिए कारगर हो सकता है. आपको बस इतना करना है कि एक गिलास पानी में एक ताजा नींबू निचोड़ें और उसका सेवन करें. नींबू पानी विटामिन सी से भरपूर होता है जो शरीर में यूरिक एसिड लेवल को बेअसर करने में मदद करता है.
3) हर्बल टी
कैमोमाइल, लैवेंडर, ग्रीन और हिबिस्कस जैसी हर्बल टी का एक गिलास न केवल आपके शरीर को हाइड्रेट करने में मदद करता है बल्कि गाउट की समस्याओं को मैनेज करने में भी मदद करता है.
4) कॉफी
कॉफी पीने से आपको हाई यूरिक एसिड के लक्षणों को मैनेज करने में मदद मिल सकती है. गाउट से पीड़ित लोग स्किम्ड दूध या लो फैट वाले दूध से बनी कॉफी का सेवन कर सकते हैं. आप कितने कप पी सकते हैं, यह तय करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें. हालांकि, यह एक दिन में 2 कप से अधिक नहीं होना चाहिए.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.