Owner/Director : Anita Khare
Contact No. : 9009991052
Sampadak : Shashank Khare
Contact No. : 7987354738
Raipur C.G. 492007
City Office : In Front of Raj Talkies, Block B1, 2nd Floor, Bombey Market GE Road, Raipur C.G. 492001
किसी भी व्यक्ति के लिए ब्रेकफास्ट उसके दिनभर की डाइट का सबसे जरूरी हिस्सा होता है। डॉक्टर और डाइट स्पेशलिस्ट भी आपको कभी भी ब्रेकफास्ट स्किप करने की सलाह नहीं देते हैं। किसी भी व्यक्ति को हेल्दी रहने के लिए सुबह 10 बजे से पहले ब्रेक फास्ट कर लेना चाहिए। लेकिन अपनी हेल्थ के मुताबिक ही आपको अपने ब्रेक फास्ट का मेन्यू चुनना चाहिए। आज के समय में लोग बेली फैट से परेशान हैं। भले ही आप मोटे न हो, लेकिन बेली फैट आपको मोटा दिखाने का काम करता है। कई लोग इससे बचने के लिए डाइटिंग करते हैं, तो कई लोग एक्सरसाइज की मदद लेते हैं। लेकिन आप अपने ब्रेक फास्ट में कुछ चीजों को इग्नोर करके बेली फैट को कम करने की कोशिश कर सकते हैं।
1.व्हाइट ब्रेड
व्हाइट ब्रेड ब्रेक फास्ट का एक अहम हिस्सा बन चुना है। इसमे रिफाइंड कार्ब्स के गुण मौजूद होते हैं, जो आपका वजन तेजी से बढ़ाने का काम करता है। खासकर व्हाइट ब्रेड आपके पेट की चर्बी को बढ़ाने का काम करता है। ऐसे में आप व्हाइट ब्रेड को अपने ब्रेक फास्ट में शामिल करने से बचें। ताकि पेट की बढ़ती चर्बी को कंट्रोल कर आप एक फिट फिगर पा सकें।
अगर आप अपने बढ़ते पेट से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो अपने ब्रेकफास्ट में क्रीम और एक्स्ट्रा चीनी की कॉफी को शामिल करने से बचें। चीनी के कारण आपकी ये ड्रिंक कई स्वास्थ्य समस्याओं को बढ़ा सकती है। इतना ही नहीं ब्रेक फास्ट में चीनी शामिल करने से आपका बेली फैट और मोटापा बढ़ने का जोखिम भी बढ़ सकता है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक ज्यादा चीनी आपके हेल्थ के लिए नुकसानदायक हैं। ऐसे में अगर आप अपनी डाइट में कॉफी शामिल करना चाहते हैं, तो कोशिश करें कि बिना चीनी की कॉफी पीने की आदत डालें।
आज के समय में कई लोग अपने ब्रेक फास्ट में प्रोसेस्ड मीट भी शामिल करने लगे हैं। जो आपके हेल्थ के लिए काफी अनहेल्दी होता है। प्रोसेस्ड मीट में कैलोरी और ट्रांस फैट की मात्रा बहुत ज्यादा बढ़ जाती है। जो आपके बेली फैट को बढ़ाने का काम करता है।
कई लोग अपने ब्रेक फास्ट में जंक फूड शामिल करते हैं। समोसा, छोले भठूरे, चाइनिज, पास्ता जैसे फूड्स खाना पसंद करते हैं। जंक फूड्स आपको मार्केट में आसानी से सस्ते दामों पर सुबह-सुबह मिल जाते हैं। लेकिन ये आपके हेल्थ के लिए काफी नुकसानदायक होते हैं। फास्ट फूड में ट्रांस फैट की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। इसके रेगुलर यूज से आपके पेट की चर्बी के साथ मोटापा, दिल की बीमारी जैसे स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
सर्दियों के मौसम में अक्सर क्या आप के साथ भी होता है कि जब आप सुबह सो कर उठते हैं तो जमीन पर पैर रखते ही आपकी एड़ियों में चमक सी उठ जाती है और कुछ देर तक दर्द बना रहता है। इस दर्द को आप नजरअंदाज करते हुए अपने काम में लग जाते हैं। लेकिन एड़ियों में होने वाला ये दर्द आप लंबें वक्त तक नहीं छोड़ सकते है। एड़ी में होने वाला ये दर्द कई बीमारियों की वजह हो सकता है। सुबह के वक्त एड़ी में होने वाला ये दर्द प्लांटर फेशिआइटिस या एक्लीट टेंडिनिटिस कंडीशन के कारण भी हो सकता है। अगर इस तरह की तकलीफ आपको लंबे समय तक बनी रहती है तो आपको डॉक्टर को दिखाना और ट्रीटमेंट करवाना जरूरी हो जाता है। लेकिन एड़ी के दर्द को आप कुछ घरेलू उपायों की मदद से ठीक कर सकते हैं, इसके साथ ही सुबह उठते ही एड़ी में दर्द क्यों होता है. चलिए जानते हैं इनकी वजह-
एड़ी में फ्रैक्चर
अगर किसी वजह से एड़ी में फ्रैक्चर हुआ है तब भी सर्दियों में दर्द ज्यादा होने लगता है। फ्रैक्चर वाले ऐड़ी पर अधिक जोर देने से भी दर्द शुरू हो जाता है।
किसी एथलीटएक्टिविटी, दौड़, कूद के कारण एड़ी में स्ट्रेस फ्रैक्चर हो सकता है। इसकी तकलीफ कुछ दिनों या हफ्तों तक हो सकती है। इस वजह से सूजन और चलने में दर्द होने लगता है।
अकिलिस टेंडोनिटिस
अकिलिस टेंडोनिटिस टिशू, जो आपकी मसल्स को एड़ी की हड्डी से जोड़ता है। लेकिन इन टिशू में जब किसी वजहों से सूजन आने लगती है तो एड़ी में दर्द शुरू हो जाता है। इसके लक्षण सुबह के वक्त सबसे ज्यादा दिखाई देते हैं। इसका एक बड़ा कारण ब्लड सर्कुलेशन का सही से ना होना होता है।
जब आपको सुबह उठने के बाद एड़ी में दर्द होने लगे तब आप उसकी सिकाई करना शुरू करें। इससे आपको आराम मिलेगा। बर्फ के टुकड़े को तौलिया या किसी रूमाल में बांध कर एड़ियों पर इससे सिकाई करें। सेंक 10 से 15 के लिए ही करें और फिर पैरों को पानी से धो लें।
गर्म पानी में पैर डाल कर बैठना
आप एड़ियों के दर्द से राहत के लिए कुछ देर गर्म पानी में पैर रख कर बैठ सकते हैं। इसके लिए एक बकेट में गर्म पानी और उसमें थोड़ा सा नमक भी डाल लें और 15 से 20 मिनट कर आप उसमें पैर रख कर बैठ जाएं आपको काफी आराम मिलेगा। .
एड़ी में दर्द को दूर करने के लिए आप मालिश कर सकती है, इससे आपको फायदा होगा। आप सुबह-सुबह सरसों को तेल लें और हल्के हाथों से एड़ी पर मसाज करें।
सही डाइट
अगर आपका खानपान सही है तो इसकी समस्या काफी कम हो सकती है। अगर आपको एड़ियों में दर्द की शिकायत नहीं जा रही हैं तो डॉक्टर से जरूर संपर्क करें। अपनी डाइट में विटामिन डी का सेवन करना शुरू करें, फलों और सब्जियों का सेवन करें।
Healthy Leaves: हम अपने खानपान में कई तरह के पत्तों को शामिल करते हैं. इन पत्तों में पालक, मेथी, धनिया, पुदीना और कड़ी पत्ते आदि होते हैं. ना सिर्फ सेहत के लिए बल्कि स्किन के लिए भी ये पत्ते बेहद फायदेमंद साबित होते हैं. इनमें विटामिन, मिनरल्स, कैल्शियम, प्रोटीन और फाइबर जैसे अनेक पोषक तत्व भी पाए जाते हैं. यहां जानिए डायबिटीज और कॉलेस्ट्रोल (Cholesterol) आदि को कंट्रोल करने के लिए किस पत्ते का सेवन किया जा सकता है. एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर ये पत्ते सुबह खाली पेट चबाए जा सकते हैं.
शरीर के लिए सेहतमंद पत्ते
करी पत्ते
तुलसी
औषधीय गुणों से भरपूर तुलसी (Tulsi) का सेवन कई तरह से किया जा सकता है. अक्सर इसका काढ़ा बनाकर पीते हैं तो वहीं तुलसी का पानी भी कुछ कम फायदेमंद नहीं होता. हाई कॉलेस्ट्रोल और ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने के लिए सुबह-सुबह तुलसी के पत्तों का सेवन किया जा सकता है.
नीम के पत्ते
त्वचा, बालों और सेहत के लिए नीम के पत्ते (Neem Leaves) बेहद अच्छे होते हैं. इन पत्तों में विटामिन सी, कैरोटीन, प्रोटीन और अनेक खनिज भी पाए जाते हैं. साथ ही यह पत्ते एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीफंगल और एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं. खाने में ये कड़वे जरूर लगते हैं लेकिन सेहत के लिए बेहद फायदेमंद साबित होते हैं.
पुदीने से बनने वाला चटपटा जलजीरा पीने में तो बहुत मजा आता ही है, साथ ही पुदीने के पत्तों को सीधा भी खाया जा सकता है. ये पत्ते शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करते हैं, पेट की दिक्कतों को दूर करते हैं, त्वचा को फोड़े-फुंसियों से मुक्ति दिलाते हैं और मुंह की बदबू दूर करने में भी असरदार हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.
खास बातें
अंडा दुनिया भर में पसंद किया जाने वाला एक ऐसा फूड है जिसे ब्रेकफास्ट से लेकर डिनर तक में खाया जा सकता है. अंडे को पोषण से भरपूर माना जाता है. इसमें मौजूद प्रोटीन शरीर के मसल्स की ग्रोथ के लिए अच्छे माने जाते हैं. अंडे (Eggs In Winter) की तासीर गर्म होती है. जिस वजह से इसे सर्दियों के मौसम में खाने की सलाह दी जाती है. आपको बता दें कि अंडे में प्रोटीन के अलावा एसेंशियल अनसैचुरेटेड फैटी एसिड्स, आयरन, विटामिन ए, बी 6, बी 12, फोलेट, एमिनो एसिड, फॉस्फोरस और सेलेनियम पाए जाते हैं. वहीं, इसमें मौजूद विटामिन ए, विटामिन बी 12 और सेलेनियम इम्यूनिटी को मजबूत बनाने में मदद कर सकते हैं. लेकिन इसका मतलब ये कतई नहीं कि आप जरूरत से ज्यादा अंडे का सेवन करें. क्योंकि ज्यादा मात्रा में अंडा खाने से शरीर को कई नुकसान भी हो सकते हैं.
अंडा खाने से होने वाले फायदे
1. वजन घटाने-
अंडे में मौजूद प्रोटीन शरीर को एनर्जी देने के साथ पेट को लंबे समय तक भरा रखने का काम करता है. जिससे अधिक खाने से बच सकते हैं और इसी वजह से वजन को कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है.
2. आंखों-
अंडे में जेक्सैंथिन और ल्यूटिन नामक पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो मैक्यूलर डिजनरेशन की समस्या को रोकने में मदद कर सकते हैं. आप रोजाना अंडे का सेवन कर अपनी आंखों को हेल्दी रख सकते हैं.
3. हड्डियों-
सर्दियों के मौसम में हड्डियों की समस्या काफी देखने को मिलती है. अगर आप भी हड्डियों की समस्या से परेशान रहते हैं, तो आप अंडे को डाइट में शामिल कर सकते हैं. अंडे में कैल्शियम, विटामिन डी और प्रोटीन पाया जाता है जो हड्डियों को कमजोर होने से बचा सकते हैं.
अंडा खाने से होने वाले नुकसान
1. एलर्जी-
कई लोगों में कुछ चीजें खाने से एलर्जी की समस्या हो सकती है. अगर आप भी उन्हीं में से एक हैं और आपको अंडा खाने से एलर्जी की समस्या हो रही है तो आप भूलकर भी इसका सेवन न करें.
2. उलटी-
अगर आप भी आधा उबालकर अंडा खाने के शौकीन हैं तो सावधान. क्योंकि कच्चा अंडा खाने से उलटी की समस्या हो सकती है. इसलिए भूलकर भी कच्चे अंडे का सेवन न करें.
3. हार्ट-
अंडे में कोलेस्ट्रॉल की अच्छी खासी मात्रा पाई जाती है. अगर आप इसका जरूरत से ज्यादा या रोजाना सेवन करते हैं, तो इससे आपको हार्ट संबंधी समस्या हो सकती है. इसलिए हार्ट के मरीजों को अंडे का सेवन न के बराबर करना चाहिए.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.