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रायपुर । विकास यात्रा के दूसरे चरण का पूरा खाका तैयार हो गया है। आज मुख्यमंत्री रमन सिंह और प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक की मौजूदगी में प्रभारियों की बैठक हुई, जिसमें यात्रा का तैयारी और रुट को लेकर लंबी चर्चा हुई। 5 सितंबर से शुरू होने वाले विकास यात्रा के दूसरे चरण को हरी झंडी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह दिखायेंगे। वो 5 सितंबर को रायपुर पहुंचेंगे और हेलीकाप्टर के जरिये डोंगरगढ़ पहुंचकर मां बमलेश्वरी के दशर्न के उपरांत अटल विकास यात्रा में शामिल होंगे।
5 सितंबर से शुरू होकर ये यात्रा 5 अक्टूबर तक चलेगी। विकास यात्रा में इस दफा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे। प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का विकास यात्रा में शामिल होने के लिए वक्त मिल चुका है, हालांकि अभी तक उनके आने की तारीख अभी तय नहीं हुई है।
धरमलाल कौशिक ने विकास यात्रा का नाम अटल विकास यात्रा रखे जाने पर कहा कि पूरा प्रदेश अटल जी की देन है, छत्तीसगढ़ में विकास और योजनाओं की बात कर रहे हैं, तो ये अटल जी की देन है, क्योंकि उन्होंने छत्तीसगढ़ को अलग राज्य का दर्जा दिया। इसलिए इसमें राजनीति और श्रेय लेने जैसी कोई बात नहीं है।
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में प्रदेश व्यापी अटल विकास यात्रा का दूसरा चरण बुधवार पांच सितम्बर से शुरू होने जा रहा है। डॉ. सिंह दूसरे चरण के प्रथम के प्रथम तीन दिनों में पांच से सात सितम्बर तक सात जिलों – राजनांदगांव, बिलासपुर, जशपुर, रायपुर, बलौदाबाजार-भाटापारा, गरियाबंद और महासमुंद के विभिन्न स्थानों का तूफानी दौरा करेंगे। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में इस बार राज्य व्यापी विकास यात्रा का पहला चरण 12 मई से शुरू होकर 14 जून को सम्पन्न हुआ था। केन्द्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने 12 मई को दंतेवाड़ा में दंतेश्वरी माता के मंदिर में पूजा-अर्चना के साथ इस यात्रा का शुभारंभ किया था। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 14 जून को भिलाई नगर में आयोजित विशाल जनसभा में विकास यात्रा के प्रथम चरण के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए थे।
::/fulltext::रायपुर । पूर्व IAS सरजियस मिंज कांग्रेस में शामिल हो गये हैं। आज दोपहर बाद सरजियस मिंज ने प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया और पीसीसी चीफ भूपेश बघेल की मौजूदगी में कांग्रेस प्रवेश किया। सरजियस 1978 बैच के IAS अफसर हैं। कई जिलों के कलेक्टर और राजपुर कमिश्नर रह चुके सरजियस मिंज को राज्य सरकार ने रिटायरमेंट के बाद मुख्य सूचना आयुक्त बनाया था।
सरजियस मिंज की पारिवारिक पृष्ठभूमि जशपुर जिले की है, वे कुनकुरी क्षेत्र से आते हैं। सरजियस मिंज के पास लंबा प्रशासनिक अनुभव है, वे राज्य के अतिरिक्त मुख्य सचिव पद से सेवानिवृत्त हुए और सेवानिवृत्ति के बाद राज्य के मुख्य सूचना आयुक्त भी रहे। सरजियस मिंज का कांग्रेस किस तरह उपयोग करेगी यह अभी स्पष्ट नहीं है, संकेत है कि अजजा और मिशन प्रभावित इलाक़ों में सरजियस मिंज का कांग्रेस उपयोग कर सकती है।
इससे पहले कल ही पूर्व आईएएस आरपीएस त्यागी ने भी कांग्रेस में प्रवेश किया था। वे जांजगीर, कोरबा और धमतरी के कलेक्टर रह चुके हैं। माना जा रहा है कि त्यागी कटघोरा या कोरबा से चुनाव लड़ सकते हैं। कांग्रेस कोरबा के उत्तर भारतीय वोटरों को रिझाने के लिए आरपीएस त्यागी का इस्तेमाल कर सकती है।
::/fulltext::रायपुर। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने जैन मुनि तरूण सागर महाराज के आकस्मिक निधन पर गहरा दु:ख व्यक्त किया है। डॉ. सिंह ने शोक संदेश में कहा कि मुनि तरूण सागर महाराज ने अपने `कड़वे वचनों` के माध्यम से देश, दुनिया और सम्पूर्ण मानव समाज को नैतिकता के रास्ते पर चलने और प्रत्येक व्यक्ति को सामाजिक और पारिवारिक जीवन में अच्छे संस्कारों को अपनाने की प्रेरणा दी। मुनि तरूण सागर महाराज अपने प्रवचनों को भले ही `कड़वे वचन` कहते रहे, लेकिन सच तो यह है कि उनके कड़वे वचनों पर आधारित प्रवचनों में श्रोताओं को मंत्र-मुग्ध कर देने की मिठास भरी ताकत थी। सिर्फ 51 वर्ष की अल्प -आयु में ही उनके निधन से हम सब स्तब्ध और शोक संतप्त हैं। डॉ. रमन सिंह ने उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है। ज्ञातव्य है कि जैन मुनि तरूण सागर महाराज का शनिवार को तड़के लगभग 3.30 बजे दिल्ली के शाहदरा इलाके के कृष्णा नगर में निधन हो गया।
::/fulltext::रायपुर। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनावों का समय नजदीक आते ही तैयारियों ने रफ्तार पकड़ ली है। देश के मुख्य निर्वाचन आयुक्त ओपी रावत अपने दो दिवसीय दौरे पर राजधानी रायपुर आए हैं और उन्होंने यहां शांतिपूर्ण व निष्पक्ष चुनाव को सुनिश्चित करने के विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं और अधिकारियों की बैठक शुक्रवार को ली थी।
शनिवार को यहां पत्रकारों को संबोधित करते हुए रावत ने बताया कि राज्य में चुनाव को लेकर संशय की कोई स्थिति नहीं है। पूर्व निर्धारित समय पर ही चुनाव संपन्न होंगे। इससे पहले विधानसभा और लोकसभा चुनावों को साथ संपन्न कराए जाने को लेकर राजनीतिक दलों ने मांग रखी थी। रावत ने स्पष्ट किया कि तीन राज्यों में अलग से विधानसभा चुनाव, लोकसभा चुनाव के पहले ही संपन्न करा लिए जाएंगे।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ओपी रावत ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए आगे बताया कि चुनाव के पूर्व सत्ताधारी पार्टी द्वारा सरकारी तंत्र के दुरूपयोग की शिकायतें मिली हैं। इसे गंभीरता से लिया गया है। कुछ दलों ने आदर्श आचार संहिता की अवधि बढ़ाने की मांग है, साथ ही यह मांग भी की गई है कि राज्य सरकार की विकास यात्रा में राजनैतिक दल के झण्डे और प्रतीक चिन्ह का इस्तेमाल न किया जाए।
कुछ दलों ने राज्य सरकार की मोबाइल वितरण योजना के संबंध में आयोग के समक्ष शिकायत रखी है। इसके अलावा फोटो वोटर स्लिप को मतदान से पांच दिन पूर्व ही वितरित करवा दिए जाने की मांग भी कुछ दलों द्वारा की गई है। रावत ने बताया कि राज्य में पहली बार सभी 90 विधानसभा सीटों के सभी 23632 पोलिंग बूथ पर ईवीएम के साथ वीवीपीएटी का इस्तेमाल किया जाएगा।
चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे अफसरों पर रखी जा रही नजर
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ओपी रावत ने कहा कि छत्तीसगढ़ सहित चार राज्यों के विधानसभा चुनाव के साथ लोकसभा चुनाव संभव नहीं है। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव समय पर होंगे। उन्होंने कहा कि आयोग की तैयारियों को देखकर लोगों में यह संशय नहीं होना चाहिए कि छत्तीसगढ़ का विधानसभा चुनाव समय पर नहीं होगा।
लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव साथ कराने के सवाल पर उन्होंने कहा कि लोकसभा का कार्यकाल पूरा नहीं हुआ है, इसलिए पहले चुनाव नहीं हो सकता है। चुनाव मैदान में उतरने वाले अफसरों पर भी आयोग सख्ती की तैयारी में है।
रावत ने बताया कि उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि उन अफसरों की सूची तैयार की जाए जो चुनाव लड़ने वाले हैं और उन्हें तत्काल चुनाव कार्य से हटाया जाए। उन्होंने बताया कि रायपुर कलेक्टर रहे ओपी चौधरी के भाजपा ज्वाइन करने कि जैसे ही जानकारी मिली आयोग ने तत्काल उनको हटाने के लिए नोटिस जारी किया था।
प्रत्येक विधानसभा के एक पोलिंग बूथ का संचालन करेंगी महिलाएं
इस चुनाव में एक नई व्यवस्था की जा रही है, जिसके तहत प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के एक पोलिंग बूथ का संचालन पूरी तरह महिलाओं की टीम द्वारा ही किया जाएगा। इसके अलावा पहली बार मतदान के दौरान पोलिंग बूथ पर एक्सेसिबिलिटी पर्यवेक्षक की तैनाती की जाएगी।
इस ऐप पर दर्ज करा सकेंगे चुनाव से जुड़ी शिकायतें
चुनाव के दौरान आने वाली शिकायतों को सीधे चुनाव आयोग तक पहुंचाने के लिए एक नया ऐप तैयार किया गया है। सी-विजिल नाम के इस ऐप पर कोई भी व्यक्ति अपने मोबाइल के जरिए सीधे तौर पर शिकायत है और उससे जुड़े तथ्य आयोग के सामने रख सकेगा।
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