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रायपुर: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित गरियाबंद जिले में नक्सलियों ने पुलिस दल पर हमला कर दिया. इस घटना में पुलिस के दो जवान शहीद हो गए. राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिले के मैनपुर थाना क्षेत्र में नक्सलियों ने गस्त पर निकले जिला बल के जवानों पर हमला कर दिया. इस हमले में दो जवान शहीद हो गए.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि क्षेत्र में सुरक्षा बल के जवान गस्त में थे. दल जब पड़ोसी राज्य उड़ीसा के सीमावर्ती क्षेत्र में था तब नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट कर दिया तथा गोलीबारी शुरू कर दी. इस घटना में दो पुलिसकर्मी शहीद हो गए. उन्होंने बताया कि नक्सलियों की गोलीबारी के बाद पुलिस दल ने भी जवाबी कार्रवाई की तथा कुछ देर बाद नक्सली वहां से फरार हो गए.
अधिकारियों ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद क्षेत्र के लिए अतिरिक्त पुलिस दल रवाना किया गया है तथा शहीद जवानों के शवों को बाहर निकाला जा रहा है. उन्होंने बताया कि घटना के बाद क्षेत्र में खोजी अभियान तेज कर दिया गया है. छत्तीसगढ़ का गरियाबंद जिला पड़ोसी राज्य उड़ीसा का सीमावर्ती जिला है. क्षेत्र में नक्सली गतिविधि की जानकारी पुलिस को मिलती रही है. हालंकि क्षेत्र में नक्सलियों ने लंबे समय बाद किसी घटना को अंजाम दिया है.
::/fulltext::गरियाबंद: जिले के सुपेबेड़ा गांव में मौत का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है, बुधवार को फिर एक महिला की किडनी की बीमारी के चलते सांसे थम गई। बताया जा रहा है कि सुपेबेड़ा निवासी भोजनी बीते कुछ दिनों से किडनी की बीमारी से पीड़ित थी। पीड़िता को उपचार के लिए रायपुर मेकाहारा में भर्ती कराया गया था, लेकिन बुधवार को उपचार के दौरान भोजनी की मौत हो गई। परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर आरोप लगाया है कि उपचार के दौरान डॉक्टरों ने लापरवाही किया जिसके चलते पीड़िता की मौत हो गई। बता दें कि यह सुपेबेड़ा के ग्रमीण की 61वीं मौत है, इससे पहले किडनी की बीमारी के चलते 60 लोगों की मौत हो चुकी है।
गौरतलब है कि सुपेबेड़ा में दूषित पानी पीने से चलते रहवासी किडनी की बीमारी से पीड़ित हो रहे हैं। इस बीमरी के चलते ही बीते शनिवार को एक महिला की और मौत हो गई थी, और आज सुबह भी एक महिला की रायपुर मेकाहारा में उपचार के दौरान मौत हो गई। युवती की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 61 हो गई है। लागातार हो रहे मौत के बाद भी प्रशासन कोई सख्त कदम नहीं उठा रही है। प्रशासन के सुस्त रवैये को देखकर ग्रामीणो ने गांव को छत्तीसगढ़ से अलग करने की मांग तक कर चुके हैं।
::/fulltext::रायपुर 2 मई 2018। लगता है इस गरमी राज्य सरकार ने शिक्षाकर्मियों की छुट्टी चौपट करने का पूरा इंतजाम कर रखा है। एक मई से हुई गरमी की छुट्टी को लेकर शिक्षक महीनों पहले प्लान बना रखे थे, लेकिन आये दिन हर जिले से किसी ना किसी प्रशिक्षण और समर कैंप के आदेश जारी हो रहे हैं.. जाहिर है इस आदेश के बाद शिक्षाकर्मियों की परेशानियां काफी बढ़ गयी है। हैरानी की बात ये है कि प्रशिक्षण और कैंप लगने का ये कार्यक्रम 3 दिन से लेकर 10-10 दिन तक का है। डायट में लगने वाले प्रशिक्षण आवासीय है, लिहाजा शिक्षकों को डायट में ही पूरे 10 दिन रहना होगा। विभाग के ऐसे आदेशों के खिलाफ अब शिक्षाकर्मी आवाज उठाने लगे हैं। शिक्षाकर्मियों के इन मुश्किलों के बीच छत्तीसगढ़ पंचायत नगरीय निकाय शिक्षक संघ ने भी तीखा एतराज जताया है। इस मामले में संघ ने एससीईआरटी को एक ज्ञापन सौंपकर प्रशिक्षण को स्थगित करने की मांग की है।
दरअसल ऐसे प्रशिक्षण में आयोजित तो किये जाते हैं, लेकिन प्रशिक्षण के अनुरूप ना तो व्यवस्थाएं विभाग करवा पाता है और ना ही प्रशिक्षण के बाद वो सुविधाएं शिक्षकों को दिला पाता है। थ्योरी के लिए ना लाइब्रेरी की सुविधा मिल पाती है और ना ही प्रैक्टिकल के इक्यूपमेंट मिल पाते हैं। जिसकी वजह से प्रशिक्षण का फायदा ना के बराबर मिल पाता है।
इधर पंचायत नगरीय निकाय शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा और प्रदेश मीडिया प्रभारी विवेक दुबे ने इस मामले पर तीखी नाराजगी जतायी है।
प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा ने कहा कि
कल्याणकारी योजनाओं के तहत 690 हितग्राहियों को 24 लाख रूपए की सहायता राशि और सामग्री का वितरण करेंगे.
रायपुर, 2 मई 2018 : मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह कल 3 मई को रायगढ़ जिले के ग्राम परसदा में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे। डॉ. सिंह यहां लगभग 80 करोड़ रूपए की लागत से कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआई) के बनने वाले 100 बिस्तरों वाले अस्पताल का शिलान्यास करेंगे। डॉ. सिंह निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार रायपुर से पूर्वान्ह 10.40 बजे हेलीकॉप्टर द्वारा रवाना होकर पूर्वान्ह 11.30 बजे रायगढ़ पहुंचेंगे और 11.40 बजे ग्राम परसदा में आकर कार्यक्रम में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री अपरान्ह 2.30 बजे रायपुर लौट आएंगे। मुख्यमंत्री कार्यक्रम में शासन की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के अंतर्गत 690 हितग्राहियों को 24 लाख रूपए की सहायता राशि और सामग्री का वितरण करेंगे।
केन्द्रीय श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री संतोष कुमार गंगवार, केन्द्रीय इस्पात राज्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय, प्रदेश के श्रम, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री भईया लाल राजवाड़े, महिला बाल विकास और जिले की प्रभारी मंत्री श्रीमती रमशीला साहू, संसदीय सचिव श्रीमती सुनीति सत्यानंद राठिया, विधायक सर्वश्री रोशन लाल अग्रवाल, श्री उमेश पटेल, श्री लालजीत सिंह राठिया और श्रीमती केराबाई मनहर, जिला पंचायत रायगढ़ अध्यक्ष श्री पुरूषोत्तम अजेश अग्रवाल, नगर निगम रायगढ़ की महापौर मधुबाई, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री नरेश पटेल, जनपद पंचायत रायगढ़ के अध्यक्ष श्री रामकुमार भगत तथा ग्राम पंचायत परसदा की सरपंच गीता पटेल विशेष अतिथि के रूप में कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे।
मुख्यमंत्री कार्यक्रम में श्रम विभाग की योजना नौनिहाल छात्रवृत्ति योजना, राजमाता विजयाराजे सिन्धिया कन्या विवाह योजना, भगिनी प्रसूति सहायता योजना, सिलाई मशीन सहायता योजना, सायकिल सहायता योजना और ई-रिक्शा सहायता योजना के अंतर्गत 605 हितग्राहियों को 23 लाख 91 हजार रुपए की सहायता राशि और सामग्री का वितरण करेंगे। डॉ. सिंह कृषि विभाग की योजना में 30 हितग्राहियों को 10 हजार रुपए लागत राशि से मिनीकिट्स एवं स्प्रेयर, मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के 5 हितग्राहियों को स्मार्ट कार्ड और एन.टी.पी.सी. तिलईपाली के 50 श्रमिकों को श्रमिक सुरक्षा किट का वितरण करेंगे।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की अध्यक्षता में इस वर्ष 10 अप्रैल को आयोजित मंत्रिपरिषद की बैठक में श्रम विभाग के प्रस्ताव के अनुसार कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआई) को रायगढ़ जिले के ग्राम परसदा में औद्योगिक श्रमिकों के लिए 100 बिस्तरों वाले अस्पताल भवन निर्माण हेतु 4.487 हेक्टेयर शासकीय भूमि निःशुल्क आबंटित करने का निर्णय लिया गया था। रायगढ़ क्षेत्र में कर्मचारी राज्य बीमा निगम में पंजीकृत 65 हजार हितग्राहियों को इसका लाभ मिलेगा। वर्तमान में उनके लिए प्राथमिक उपचार के लिए विभिन्न औषधालय कार्यरत है, लेकिन अंतःरोगी चिकित्सा सुविधा के लिए कोई भी ईएसआई अस्पताल नहीं है। राज्य शासन द्वारा उनके लिए 100 बिस्तर अस्पताल निर्माण हेतु निःशुल्क भूमि आबंटन करने पर निगम द्वारा पूर्ण सुसज्जित अस्पताल और कर्मचारियों के लिए आवासीय परिसर का निर्माण किया जाएगा। निर्माण कार्य पर होने वाले व्यय के साथ-साथ इन भवनों के रखरखाव पर होने वाला समस्त खर्च भी कर्मचारियों राज्य बीमा निगम द्वारा वहन किया जाएगा।
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