Owner/Director : Anita Khare
Contact No. : 9009991052
Sampadak : Shashank Khare
Contact No. : 7987354738
Raipur C.G. 492007
City Office : In Front of Raj Talkies, Block B1, 2nd Floor, Bombey Market GE Road, Raipur C.G. 492001
धमतरी. गंगरेल बांध का गेट खुलते ही सैलानियों का ताँता लग गया था. कुछ लोग ऊपर चढ़कर सेल्फी लेते दिखाई दे रहे थे. कर्मचारियों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था. अब सैलानियों के भीड़ के चलते गेटों को बंद रखने का निर्णय लिया गया है.
ज़िले के गंगरेल स्थित रविशंकर जलाशय में पानी की लगातार आवक के मद्देनजर जलाशय के गेट खोले गए हैं। जिसे देखने उमड़ रही पर्यटकों की भीड़ से अव्यस्था फैल रही है। इसकी वजह से समय – समय पर बांध के पानी पर निगाह रखने के कार्य में तैनात अधिकारी – कर्मचारियों को भी अपने दायित्व निर्वहन में काफी दिक्कतें आ रही।
इस बात को ध्यान में रखकर ज़िला प्रशासन ने फिल्हाल सैलानियों के लिए बांध तक आने पर प्रतिबंध लगा दिया है। बताया गया है कि जैसे ही बांध से एक सुरक्षित सीमा से नीचे पानी छोड़ा जायेगा, इसे फिर से सैलानियों के लिए खोल दिया जाएगा। लेकिन तब तक अपील की गई है कि सैलानी गंगरेल बांध का अवलोकन करने बांध के ऊपर ना जाएँ।
::/fulltext::रायपुर. मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने राज्य में भारी वर्षा और बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए जिला कलेक्टरों को सभी सतर्कतामूलक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। डॉ. सिंह इस सिलसिले में वरिष्ठ अधिकारियों के लगातार सम्पर्क में हैं और उनसे प्रतिदिन की स्थिति की जानकारी ले रहे हैं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा है कि सभी जिलों में बाढ़ नियंत्रण कक्षों को चौबीसों घंटे खुला रखें।
जल संसाधन विभाग के अधिकारी नदी-नालों और सिंचाई जलाशयों के जल स्तर की सतत निगरानी करें। अगर कहीं जन-धन की हानि की कोई सूचना मिले तो प्रभावितों को राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के तहत हरसंभव मदद पहुंचायी जाए। मुख्यमंत्री ने नगरीय प्रशासन विभाग के अधिकारियों से भी कहा है कि शहरों में स्थानीय निकायों से समन्वय बनाकर जल-जमाव को रोकने के लिए सभी जरूरी कदम उठाएं।
पुलिस और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि जलमग्न पुल-पुलियों और एनीकटों में कोई यातायात न हो। पानी उतरने पर ही यातायात की अनुमति दी जाए। इस बीच राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री प्रेमप्रकाश पाण्डेय ने भी विभागीय अधिकारियों से राज्य में बाढ़ की स्थिति के बारे में जानकारी ली है और उन्हें आपदा प्रबंधन की दृष्टि से सभी जरूरी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
::/fulltext::यह छापे जून में भीमा-कोरगांव हिंसा की जांच के लिए मारे गए छापों का फॉलोअप बताए जा रहे हैं।
नई दिल्ली। भीमा कोरेगांव हिंसा की जांच के दौरान पुलिस द्वार बरामद किए गए एक पत्र में नक्सलियों द्वारा पीएम मोदी की हत्या की साजिश का खुलासा हुआ था। इसी मामले की जांच करते हुए पांच राज्यों की पुलिस ने महाराष्ट्र, गोवा, झारखंड, तेलंगाना और दिल्ली में छापेमार कार्रवाई की है।
छापों के दौरान पुलिस ने दिल्ली से गौतम नवलखा को गिरफ्तार किया है वहीं हैदराबाद से वरावरा राव को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार के बाद पुणे पुलिस को 30 अगस्त तक गौतम की ट्रांसिट रिमांड मिल गई है। यह छापे जून में भीमा-कोरगांव हिंसा की जांच के लिए मारे गए छापों का फॉलोअप बताए जा रहे हैं। इन राज्यों की पुलिस ने कुल 6 जगहों पर छापे मारे हैं और जांच जारी है। मामले में पुलिस ने माओवादियों से संबंध होने के आरोप में हैदराबाद में रह रहे क्रांतिकारी लेखक और माओवादी विचारक वारावरा राव सहित मुंबई में वरनॉन गोंजालेव्स, अरुण परेरा, छत्तीसगढ़ में सुधा भारद्वाज और गौतम नवलेखा के घर छापा मारा है।
रायपुर। सोमवार रात 10.30 बजे से हिदायतुल्ला नेशनल लॉ युनिवर्सिटी के छात्र-छात्राएं धरने पर है. “पिंजरा तोड़” के नारे लगाते छात्र-छात्राओं ने आजादी की मांग की.
दरअसल छात्राओं का कहना है कि रात 10.30 बजे के बाद से उन्हे कैंपस में घूमने की आजादी नहीं है और उन्हे हॉस्टल से बाहर नहीं जाने दिया जाता. उनकी मांग है कि रात 10.30 बजे के बाद उन्हे हॉस्टल से बाहर जाने दिया जाए. ताकि वे लाइब्रेरी में जाकर पढ़ सकें, अपने प्रोजेक्टस और असांनमेट तैयार कर सकें. दोस्तों के साथ मिलकर ग्रुप डिस्कशन कर सकें. छात्राओं ने बताया कि बॉयज हॉस्टल से लड़कों को बाहर निकलने की कोई रोक टोक नहीं है लड़के रात 12 बजे तक कैंपस में घूम सकते हैं लेकिन हमें पढ़ने के लिए भी रात 10.30 बजे के बाद बाहर नहीं जाने दिया जाता.
आजादी के नारे लगाते हुए छात्राओं ने राइट टू इक्वेलिटी की बात की और कहा कि जिस तरह लड़को को आजादी दी गई है उसी तरह हमें भी आजादी दी जाए. इसके साथ ही उन्होंने नए वार्डन की मांग की जो एकेडमिक फील्ड से ना हो. वहीं यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डॉ. अयान ने बताया कि छात्र-छात्राओं ने अभी तक कोई लिखित ज्ञापन नहीं सौंपा है. उनकी मांग को लेकर मीटिंग में फैसला किया जाएगा, साथ ही छात्र-छात्राओं के माता पिता से भी बात की जाएगी. उसके बाद ही कोई फैसला इस पर लिया जाएगा. जिसे लेकर रजिस्ट्रार ने एक हफ्ते का समय मांगा है लेकिन छात्र-छात्राएं का कहना है कि इस पर अभी फैसला किया जाए. गौरतलब है कि हिदायतुल्ला नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के कुलपति को अयोग्य घोषित किया गया है.
::/fulltext::