Owner/Director : Anita Khare
Contact No. : 9009991052
Sampadak : Shashank Khare
Contact No. : 7987354738
Raipur C.G. 492007
City Office : In Front of Raj Talkies, Block B1, 2nd Floor, Bombey Market GE Road, Raipur C.G. 492001
बिलासपुर 4 मई 2018। …इधर गरमी छुट्टी पर गये उन शिक्षकों की मुसीबत कम होती नहीं दिख रही है, जिनकी ड्यूटी मूल्यांकन कार्य में लगायी गयी थी। कल जारी आदेश में जिला शिक्षा अधिकारी ने मूल्यांकन कार्य में लगे सभी शिक्षको की छुट्टी को तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया था। उन तमाम शिक्षकों को पहले तो 24 घंटे से भी कम का वक्त वापस ड्यूटी पर लौटने का दिया गया..और अब उन शिक्षकों को फाइनल अल्टीमेटम देते हुए कल तक आखिरी तौर पर उपस्थित होने का निर्देश जारी कर दिया गया। शिक्षा अधिकारी ने तीखा आदेश जारी करते हुए कहा कि 5 मई तक अगर शिक्षक मूल्यांकन सेंटर पर उपस्थित नहीं होते हैं, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी। यही नहीं उन प्राचार्यों को भी हिदायत दी गयी है, जिनके स्कूल के शिक्षक की मूल्यांकन ड्यूटी लगी है। शिक्षा अधिकारी ने अपने आदेश में कहा है कि अगर मूल्यांकन कार्य में लगे शिक्षक 5 मई तक उपस्थित नहीं होते हैं तो उस स्कूल के प्राचार्य भी दोषी होंगे और उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जायेगी।
दरअसल कल अचानक से बिलासपुर के जिला शिक्षा अधिकारी ने मूल्यांकन कार्य में लगे सभी शिक्षकों की छुट्टी को रद्द कर दिया था और आज सुबह तक मूल्यांकन केंद्र में आमद का निर्देश दिया था.. लेकिन परेशानी की बात ये है कि गरमी की छुट्टी में अधिकांश शिक्षक छुट्टी मनाने बाहर चले गये हैं। जाहिर है उन्हें लौटने में थोड़ा वक्त लग रहा है। ऐसे में शिक्षा विभाग सख्ती को लेकर हर दिन नये आदेश जारी कर रहा है, इससे शिक्षाकर्मियों की मुश्किलें काफी बढ़ गयी है।
::/fulltext::रायपुर: छत्तीसगढ़ वासियों के लिए अच्छी खबर है, रायपुर से जगदलपुर का सफर और भी आसान होने जा रहा है। रायपुर-जगदलपुर के बीच 12 मई से विमान सेवा शुरू होने वाली है। शुरुआत में 18 सीटों वाली विमान चलाई जाएगी। विमान सेवा की शुरुआत विकास यात्रा के पहले दिन केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह करेंगे। विमान सेवा शुरु होने से बस्तर में स्थित ऐतिहासिक और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
बतादें कि रायपुर से जगदलपुर के लिए शुरू होने वाले हवाई सफर के लिए टिकटों की बुकिंग शुरू हो गई है। दंतेवाड़ा कलेक्टर सौरभ कुमार ने इस हवाई सफर का लुत्फ उठाने के लिए पहली टिकट बुक कराई है।
सुत्रों अनुसार सुबह 8.55 पर रायपुर से उड़ान भरेगी, 9.10 पर जगदलपुर से उड़ान भरकर 9.50 पर विशाखापटनम पहुँचेगा और करीब बीस मिनट बाद फिर उड़ान भरकर 10.50 पर जगदलपुर पहुँचेगा, और यहाँ से उड़ान भरकर 11.55 पर वापस रायपुर पहुँचेगा।
इस संबंध में राज्य सरकार ने विमान संचालन करने वाली विमानन कंपनी एयर ओडि़शा को निर्देश दिए हैं, वहीं कंपनी की कोशिश है कि राज्य सरकार द्वारा तय किए गए निर्धारित तिथि में विमान सेवा शुरू हो जाए। इससे पहले रायपुर से जगदलपुर के बीच इसी हफ्ते ट्रॉयल होगी।
::/fulltext::रायपुर.अंबेडकर अस्पताल में पीलिया व मौसमी बीमारी के मरीजाें की संख्या बढ़ने से मेडिसिन वार्ड में मरीजाें का इलाज जमीन पर बेड लगाकर किया जा रहा है। दूसरी ओर कई वार्डों के बेड खाली पड़े हैं। मेडिसिन विभाग के चार वार्डों में 120 बेड हैं, लेकिन यहां 200 से ज्यादा मरीजों का इलाज किया जा रहा है। दूसरे वार्डों में मरीजों को आसानी से बेड मिल रहा है।
अंबेडकर अस्पताल में मौसमी बीमारियों के मरीज बढ़ने के बाद अव्यवस्था का माहौल है। मेडिसिन के मेल व फिमेल वार्ड में मरीजों को हर मौसम में जमीन पर इलाज कराना पड़ रहा है। चार वार्ड भी मरीजों के लिए कम पड़ रहे हैं। वर्तमान में राजधानी में पीलिया फैला है। इसके कारण मरीजों की संख्या बढ़ गई है। पीलिया के मरीजों को भी फ्लोर बेड पर रखा गया है। इसके कारण मरीज व स्टाफ के बीच विवाद भी हो रहा है। पीलिया के अलावा वायरल फीवर, सर्दी व खांसी के मरीजों की संख्या बढ़ गई है।
ऐसे में चार वार्डों में 120 बेड भी कम पड़ रहे हैं। वार्ड में ही फ्लोर बेड लगाया गया है। यह भी कम पड़ रहा है तो गैलरी में बेड लगाया गया है। भाठागांव के लक्ष्मी प्रसाद को पीलिया है। उसे ओपीडी में इलाज के बाद भर्ती करने के लिए वार्ड आठ भेजा गया। वहां एक भी बेड खाली नहीं था। उसे गैलरी का बेड दिया गया, जहां पंखा भी नहीं था। लक्ष्मी ने कहा कि वह इस बेड पर कैसे इलाज कराएगा? डाॅक्टर ने कहा कि ऐसे ही इलाज कराना पड़ेगा। यह समस्या दूसरे मरीजों के साथ भी है।
ज्यादातर इन वार्डों में बेड खाली
ईएनटी, जनरल सर्जरी, पीडियाट्रिक्स, ऑर्थोपीडिक्स, प्लास्टिक सर्जरी, पीडियाट्रिक सर्जरी।
200 के लिए पर्याप्त
चिकित्सा शिक्षा विभाग इस साल मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की 150 सीटों को 200 करने का प्रस्ताव एमसीआई को भेज सकता है। 200 सीटों के हिसाब से बेड की संख्या कम नहीं पड़ेगी।
नई बिल्डिंग में कैंसर विभाग, दो वार्ड खाली
लिनियर एक्सीलरेटर मशीन से लगे 6 अतिरिक्त वार्ड का निर्माण किया गया है। वर्तमान में तीन मंजिला इस बिल्डिंग में कैंसर विभाग शिफ्ट हो गया है। वार्ड के साथ एचओडी कक्ष भी इसी बिल्डिंग में आ गया है। कैंसर के दो वार्ड खाली हो गए हैं। फिलहाल यह खाली है। इसे नेत्र विभाग के मरीजों को रखा जा रहा है। 60 बेड का डीपी (डिसएबल पेशेंट) वार्ड बनाया गया है। इसके बेड अक्सर खाली पड़े रहते हैं। हड्डी रोग विभाग के मरीज यहां जरूरत के हिसाब से भर्ती किया जाता है। इस वार्ड का निर्माण इसलिए किया गया था, ताकि बाहर भटकने व घूमने वाले मरीजों को भर्ती किया जा सके। देखने में आ रहा है कि भटकने व घूमने वाले मरीजों की हालत जस का तस है। वे अभी भी बाहर ही पड़े रहते हैं। डिसएबल मरीजों की सुध लेने वाला कोई नहीं है।
लामा बना हथियार
अंबेडकर में मरीजों की ज्यादा भीड़ होने के बाद जूडो लामा यानी लेफ्ट अगेनेस्ट मेडिकल एडवाइज के तहत मरीजों को भगा देते हैं। कोई मरीज जब बेड नहीं मिलने की शिकायत करता है तो यह तरीका अपनाया जाता है। लामा में ये कह दिया जाता है कि मरीज अपनी मर्जी से अस्पताल से छुट्टी करवाकर चला गया। लिखित में मरीज व उनके परिजन का हस्ताक्षर लिया जाता है। कई बार गंभीर केस में भी यही तरीका अपनाया जाता है। इसे लेकर कई बार विवाद भी हो चुका है।
प्रमुख सचिव ने भी लगाया था बैन
चार साल पहले स्वास्थ्य विभाग के तत्कालीन प्रमुख सचिव डॉ. आलोक शुक्ला ने अस्पताल के किसी भी विभाग में फ्लोर बेड लगाने पर बैन लगा दिया था। उनके इस आदेश का पालन कुछ दिनों तक ही हुआ। जब मरीजों की संख्या बढ़ गई तो फिर से फ्लोर बेड लगाए जाने लगे। फिलहाल ऐसा कोई समय नहीं होता है जब मेडिसिन विभाग में फ्लोर बेड न लगाए जा रहे हो। अस्पताल का सबसे बड़ा विभाग व ज्यादा बीमारी कवर होने के कारण मेडिसिन विभाग में हमेशा मरीजों की भीड़ रहती है। जिला अस्पताल में वार्ड खाली रहते हैं। वहां मरीजों को खास सुविधा नहीं दी जाती, इसलिए वे अंबेडकर अस्पताल में आ जाते हैं।
रायपुर/सुकमा।छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर ब्लास्ट कर नक्सलियों ने एक पुलिया को उड़ा दिया है। वहीं बीजापुर में सुरक्षा बलों ने चार प्रेशर बम बरामद किए हैं। लगातार नक्सलियों के खिलाफ चल रहे सुरक्षा बलों के अभियान और एनकाउंटर से भड़के माओवादियों ने शुक्रवार को बंद बुलाया है। यह बंद दंतेवाड़ा, सुकमा, बीजापुर, नारायणपुर में है। नक्सलियों के बंद का वैसे तो कुछ खास असर देखने को नहीं मिल रहा है, लेकिन सुकमा से दंतेवाड़ा और कोंटा की ओर से जाने वाले मार्ग पर वाहनों की आवाजाही बंद है। सुरक्षा बलों ने भी चौकसी बढ़ा दी है और लगातार सर्चिंग जारी है।
- माओवादियों के बंद का सबसे खासा असर विशाखापटनम से चलने वाली किरंदुल पैसेंजर पर पड़ा. बंद के चलते रेलवे प्रबंधन ने इस पैसेंजर को जगदलपुर तक ही चलाने का निर्णय लिया। इसके अलावा रात में चलने वाली मालगाड़ियों पर भी रोक लगा दी गई है।
- रेलवे ने यात्रियों की सुरक्षा का हवाला देते हुए विशाखापटनम-किरंदुल पैसेंजर को जगदलपुर में ही ब्रेक कर दिया है। माओवादियों के बंद को देखते हुये अंदरुनी क्षेत्रो में यात्री बसें भी प्रभावित हुई हैं। माओवादियो के बंद को लेकर बस्तर पुलिस भी अलर्ट है।
- नक्सलियों के विरोध दिवस के मद्देनजर बस्तर के नक्सल प्रभावित इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। सुकमा, दंतेवाड़ा, बीजापुर, नारायणपुर में लगातार सर्चिंग की जा रही है। घोर नक्सल प्रभावित इलाकों में चलने वाली बसों को भी सतर्क रहने कहा गया है।
- वहीं शुक्रवार को लगने वाले हाट बाजारों पर खास नजर रहेगी। आमामोरा की घटना के बाद गरियाबंद इलाके में भी सुरक्षा बढ़ाई गई है। इस बीच खबर आ रही है कि तेलंगाना के नक्सली प्रवक्ता ने तेलुगू भाषा में एक विज्ञप्ति जारी कर गढ़चिरौली और बीजापुर मुठभेड़ को फर्जी बताया है और इसके विरोध में 4 मई को बस्तर, तेलंगाना और महाराष्ट्र बंद का आव्हान किया है।
- गरियाबंद जिले के आमामोरा इलाके में नक्सल लैंड माइंस विस्फोटक से मारे सीआरपीएफ के दो जवान अपने 29 साथियों के साथ बाइक में रोड ओपनिंग में लगे हुए है। इस इलाके में गुरुवार को समाधान शिविर का आयोजन किया गया था।
- इसमें कलेक्टर और अन्य बहुत से प्रशासनिक अफसर शामिल होने वाले थे। इनके रोड़ ओपनिंग के लिए सीआरपीएफ की 29 जवानों की पार्टी बाइक से निकली थी। इस घटना के बाद से इलाके में लगातार सर्चिंग की जा रही है।
सर्चिंग के दौरान मिले प्रेशर बम
- बीजापुर के पामेड़ थाना क्षेत्र में सर्चिंग के दौरान जवानों को 4 प्रेशर बम मिले हैं। आशंका है कि नक्सलियों ने सड़क निर्माण का कार्य और सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने के लिए इस प्रेशर बम को लगाया था। इस बार मेडिकल सिरिंज में डेटोनेटर फिट कर उसे जमीन में प्रेशर बम की तरह लगा दिया था।
- मिली जानकारी के अनुसार घटना स्थल पर ही बरामद प्रेशर बम को जवानों द्वारा निष्क्रिय कर दिया गया है। इससे पहले नक्सलियों द्वारा बनाये गए मोबाइल ऑपरेटेड लैंडमाइन, रेडियो बम, टाइम बम प्रेशर बम आदि को भी जवानों ने बरामद किए थे।
किस्टाराम में दो नक्सली हुए थे ढेर, बरामद हुए थे भारी मात्रा में हथियार
- इधर गुरुवार को एसटीएफ और डीआरजी की टीम ने किस्टाराम इलाके में चलाए गए ऑपरेशन में दो नक्सलियों को ढेर कर दिया था। इस ऑपरेशन की बड़ी उपलब्धि यह है कि जवानों ने मारे गए दोनों नक्सलियों के शव के अलावा मौके से एक भारी मात्रा में हथियार बरामद हुए थे। इन हथियारों की तस्वीरों को सुरक्षा बलों की ओर से शुक्रवार को जारी किया गया है।
- सुकमा एसपी अभिषेक मीणा ने बताया कि दो नक्सलियों के शव बरामद किए गए थे। नक्सली संगठन में एके-47 जैसे ऑटोमेटिक रायफल बड़े कैडर के पास ही रहता है। ऐसे में अफसरों को उम्मीद है कि मारा गया नक्सली कोई बड़ा लीडर होगा। इनकी शिनाख्ती की कोशिश की जा रही है।
::/fulltext::