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अंबिकापुर। आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में विधायक के ख़िलाफ़ अपराध दर्ज हुआ है। आदर्श आचार संहिता उल्लंघन के आरोप में किसी विधायक पर अपराध दर्ज होने का यह प्रदेश में पहला मामला है। प्रकरण में विधायक पर तो जुर्म दर्ज हुआ ही साथ ही टेंट पंडाल साउंड सिस्टम भी पुलिस ने जप्त कर लिया है।
मामला बलरामपुर जिले के चलगली थाना का है, जहाँ कपिलदेवपुर में एक जन्मदिन समारोह चल रहा था, प्रशासन का आरोप है कि जन्मदिन समारोह में नुमाया विधायक बृहस्पति सिंह ने चुनावी भाषण दिया। वहीं जो टेंट और साउंड सिस्टम लगाए गए थे उसकी भी कोई अनुमति आयोजक के पास नही थी।
कपिलदेवपुर के राजकुमार गुप्ता के नाती का जन्मदिन था, जिस पर घर में शामियाना और साउंड सिस्टम लगा हुआ था। कांग्रेस पृष्ठभूमि के बताए जा रहे राजकुमार गुप्ता के इस कार्यक्रम में आसपास के कार्यकर्ता भी जुटे थे, शाम को विधायक बृहस्पत सिंह भी पहुँचे और कथित रुप से उन्होने चुनावी भाषण दिया।
प्रशासन की ओर से तहसीलदार शशि शेखर मिश्रा के प्रतिवेदन पर चलगली थाने में विधायक बृहस्पति सिंह, राजकुमार गुप्ता और सत्यनारायण रवि के विरुद्ध धारा 188 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है।
::/fulltext::दंतेवाड़ा। वतन की हिफाजत के लिए जान की बाजी लगा देने वाले जवानों की कहानी तो मिसाल बनती रही है…लेकिन दंतेवाड़ा में देश के साथ गद्दारी की…और अपने साथी जवानों को धोखा देने की ऐसी दास्तां बाहर निकलकर सामने आयी है, जिसे सुनेंगे तो आपके भी रोंगटे खड़े हो जायेंगे। दंतेवाड़ा एसपी अभिषेक पल्लव ने खाकी के अंदर पल रहे एक बेहद ही खतरनाक मंसूबों को बेनकाब किया है। जवानों के कैंप से गायब हुए दो SLR और 70 राउंड गोलियों की पड़ताल में एसपी अभिषेक पल्लव ने एक ऐसे गिरोह को पर्दाफाश किया है, जो वर्दी की आड़ में अपने ही जवान साथियों की मौत का सौदा कर रहे थे। एक जवान पैसे की लालच में नक्सलियों को हथियार और गोलियां बेचा करता था। हालांकि गिरफ्त में अभी एक ही जवान आया है, लेकिन इसके तार काफी लंबे हो सकते हैं, जिसकी पड़ताल चल रही है।
दरअसल कुछ दिन पहले दंतेवाड़ा के छत्तीसगढ़ आर्मड फोर्स के कसौली कैंप से दो एसएलआर और 70 राउंड गोलियां गायब हुई थी। घटना की सूचना पर एसपी अभिषेक पल्लव ने पड़ताल शुरू की, तो तफ्तीश में नदी किनारे एक पेड़ के नीचे छुपाकर रखे गये दोनों हथियार और गोलियां बरामद हो गयी। हथियार की बरामदगी के बाद जो कुछ साक्ष्य मिले, वो इशारा कैंप से जुड़े होने का कर रहे थे, आसपास मिले जूते के निशान और अन्य सबूत इशारा कर रहे थे कि पूरे घटनाक्रम के तार कैंप से जुड़े हैं।
अभिषेक पल्लव के निर्देश पर जब कैंप के जवानों से एक-एक पुछताछ शुरू हुई, तो मालूम पड़ा कि एक जवान पिछले 15 दिनों से छुट्टी पर है और पांच दिन और छुट्टी बढ़ाने का आवेदन उसने दिया है। पुछताछ के दौरान जब जवान से सख्ती से पुछताछ हुई, तो उसने पहले तो बरगलाने की कोशिश की। वो पुलिस को ये कहकर घुमाने की कोशिश करता रहा कि 15-16 नक्सलियों ने उससे डरा धमकाकर हथियार ले लिये। लेकिन जब पुलिस सख्ती से पुछताछ शुरू की, तो उसने गुनाह कबूल कर लिया। जवान का नाम राजू कुजूर हैं, जो 2009 में छत्तीसगढ़ आर्मड फोर्स में शामिल हुआ था। पिछले तीन-साढ़े तीन साल से वो नक्सलियों के संपर्क में था और उसे हथियार और गोलियां उपलब्ध कराया करता था। अब तक उसने सैंकड़ों गोलियां नक्सलियों को दी थी। जिन दो एसएलआर को उसने गायब किया था, उसका भी नक्सलियों से सौदा कर लिया था। ढ़ाई-ढ़ाई लाख रुपये एसएलआर और 500-500 रुपये में उसने गोलियों का सौदा किया था।
जवान ने कबूला है कि उसने तीन से चार दिन पहले रात के अंधेरे में इस पूरी वारदात को अंजाम दिया था। वो बाड़े में लगे टीन के चदरे को उठाकर कैंप में दाखिल हुआ। चूंकि राजू कैंप को बखूबी जानता था, लिहाजा उसने ऐसा रास्ता चुना, जहां से दोनों मोर्चे से कुछ दिखाई नहीं देता था। पुलिस को भी इस जवान पर शक उसके कॉल डिटेल के आधार पर हुआ, क्योंकि वारदात के दिन उसका लोकेशन कैंप के आसपास और फिर हथियार छुपाने की जगह पर मिला था। बाइक पर आते-जाते भी लोकेशन उसका मिला था। इस घटना में अन्य जवानों की भी संलिप्तता की पड़ताल की जा रही है। एसपी अभिषेक पल्लव के मुताबिक इस पूरे घटना एक बड़े रैकेट के शामिल होने की बात सामने आ रही है, जिसकी पड़ताल की जा रही है। जल्द ही कुछ और लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है। घटना में बीजापुर से 5 लोगों के नाम सामने आए है।
हालांकि जवानों की नक्सलियों से मिलीभगत की खबर कोई नयी नहीं है, इससे पहले भी घटनाएं होती रहती थी, लेकिन पहली दफा अभिषेक पल्लव ने ऐसी घटना को सबूत के साथ बेनकाब किया है। इससे पहले ऐसी घटनाएं या तो सामने नहीं आ पाती थी या फिर आने पर भी दबा दिया था।
इस मामले में अपने ही जवान साथियों की मौत का सौदा करने वाले कांस्टेबल राजू के खिलाफ अलग-अलग प्रकरणों में मामला दर्ज कर लिया गया है। आरोपी जवान के खिलाफ देशद्रोह का मामला भी दर्ज किया गया है।
गिरफ्तार जवान के कबूलनामे में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। पूछताछ में जवान ने स्वीकार किया है कि नक्सलियों के साथ उसने 40 से 50 हथियार का सौदा किया था। चुनाव के पहले वो इसके लिए एक बड़ी साजिश भी बुन रहा था। आशंका जतायी जा रही है कि हथियार के एवज में अपने साथी जवानों पर हमला करने की भी साजिश तैयार कर रहा था।
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भिलाई. भिलाई स्टील प्लांट में हुए हादसे की रिपोर्ट स्टील मंत्रीलय ने तलब की है। जानकारी के मुताबिक केंद्रीय इस्पात मंत्री चौधरी विरेंद्र सिंह ने बीएसपी प्रबंधन से बात की है और उनसे पूरे हादसे की रिपोर्ट तलब की है। चौधरी विरेंद्र सिंह ने इस घटना में घायल लोगों के इलाज के उचित निर्देश दिये हैं।
वहीं गृह मंत्रालय ने भी इस मामले में रिपोर्ट तलब की है, गृहमंत्रालय ने इस हादसे की वजह सी पूरी जानकारी मांगी है। घटना के बाद मुख्यमंत्री रमन सिंह ने गहरा दुख जताया है। मुख्यमंत्री रमन सिंह ने ट्वीट कर हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि…
आज भिलाई स्टील प्लांट में हुई गैस पाइपलाइन दुर्घटना से मुझे बहुत दुःख पहुंचा है, इस हादसे में प्राण गंवाने भाई-बन्धुओं को भावभीनी श्रद्धांजलि मैं ईश्वर से उनके परिवार को धैर्य प्रदान करने एवं घायलों के शीघ्र स्वास्थ लाभ की कामना करता हूँ।
इधर हादसे में प्रभावित लोगों से मुलाकात कर अस्पताल से बाहर आये पीसीसी चीफ भूपेश बघेल ने पूरे मामले की जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि
::/fulltext::“इस घटना में जिम्मेदारों की पहचान होनी चाहिये, प्रभावित लोगों को मुआवजा मिलनी चाहिये, ये अब तक सबसे बड़ा हादसा है, प्रबंधन की चूक कहीं ना कहीं हुई है, जिसकी वजह से इतना बड़ा हादसा हुआ है”
कवर्धा. शायद यह छत्तीसगढ पुलिसिंग के इतिहास का पहला मौका था जबकि जुए के फड़ पर पुलिस की नज़र ड्रोन कैमरे से पड़ी। पुलिस मौक़े पर पहुंची और 11 लाख 2 हजार 215 रुपए समेत 59 जुआरियो को पकड़ लिया।
जिले के पंडरिया महल के एक हिस्से में हो रहे इस बड़े फड़ को लेकर पुलिस को सूचना थी कि वहाँ अक्सर जुए की बाज़ी लगती है पर टाइमिंग और लोकेशन के अभाव में जुआरी बच निकलते थे।पर इस बार ड्रोन का इस्तेमाल किया गया और ड्रोन के कैमरे ने बता दिया कि जुआ कहाँ खेला जा रहा है।
पुलिस ने मौक़े से ग्यारह लाख नक़द, 55 मोबाईल,29 दुपहिया वाहन, 3 चार पहिया
वाहन समेत 59 जुआरियो को गिरफ़्तार कर लिया है।
कप्तान डॉ लाल उम्मेद सिंह ने NPG को बताया
::/fulltext::“ सूचना लगातार आ रही थी तो इस फड़ को ट्रेस करने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया गया, बड़े फड़ में पुलिस की मौजूदगी का आभास मिलते ही जुआरी सतर्क हो जाते थे, ड्रोन से वे समझ नही पाए और हमने उन्हे पकड़ लिया”