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रायपुर. जेसीसीजे के सुप्रीमो अजीत जोगी जल्द स्वस्थ होकर वापस छत्तीसगढ़ लौट सकते हैं। उनके स्वास्थ में लगातार सुधार हो रहा है। गुरुग्राम के मेदांता हॉस्पिटल में उनका इलाज चल रहा है। मेदांता हॉस्पिटल से सुबह 10 बजे जारी मेडिकल बुलेटिन के अनुसार जोगी को ICU से मेदांता अस्पताल के प्राइवेट रूम में ट्रांस्टफर करने की तैयारी चल रही है। बता दें कि जोगी की MRI और गहन क्लिनिकल जांच के बाद पता चला है कि उने व्यस्त दिनचर्या, लगातार दौरे और रोजाना चेयर पर बैठकर ही लोगों से मिलने की वजह से यह दर्द उठा है। यह दर्द मांसपेशियों से जुड़ा हुआ है। अत्याधुनिक दवा, फिजियोथैरेपी से इसका इलाज किया जाएगा। पिछले दो माह से जोगी की पीठ के दर्द का इलाज किया जा रहा है। देश के प्रख्यात दर्द चिकित्सक डॉक्टर जीपी दुरेजा और नारायणा अस्पताल रायपुर के पेन मैनेजमेंट विशेषज्ञ डॉक्टर पंकज ओमर अपनी टीम के साथ जोगी को देखने मेदांता अस्पताल पहुंचे। डॉक्टर जीपी दुरेजा ने बताया कि जोगी के दर्द को लेकर चिंता की बात नहीं है। उनकी स्थिति सामान्य है। अगले 10-15 दिनों में मेदांता अस्पताल गुरुग्राम और इंडीयन स्पाइनल इंजरीज़ सेंटर नई दिल्ली में दर्द का इलाज किया जाएगा। वे दर्द से पूरी तरह से मुक्त होकर जल्द छत्तीसगढ़ वापसी करेंगे। दुरेजा के इस बयान से जोगी के समर्थकों और शुभचिंतकों में खुशी की लहर है। सभी जोगी के स्वस्थ होकर जल्द लौटने की कामना कर रहे हैं। बता दें कि जोगी के दर्द चिकित्सा के परामर्श के लिए रायपुर के नारायणा हॉस्पिटल के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉक्टर सुनील खेमका ने विशेष रूप से जर्मनी से प्रशिक्षित पेन मैनेजमेंट और क्रिटिकल केयर एक्सपर्ट डॉक्टर ओमर और अस्पताल के महाप्रबंधक अतुल सिंघानिया को मेदांता अस्पताल भेजा था। डॉक्टर ओमर जोगी की पीठ दर्द का इलाज पहले से करते आ रहे हैं।
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रायपुर 9 जून 2018। छत्तीसगढ़ की राजनीति में फिलहाल सीडी की गूंज थमती नजर नहीं आ रही है। प्रेस कांफ्रेंस में कल भाजपा और सरकार पर करारा हमला करने के बाद भूपेश ने आज अंतागढ़ सीडी मामले में भी सरकार पर वार किया। भूपेश बघेल ने प्रेस कांफ्रेंस में अंतागढ़ सीडी मामले को लहराते हुए सरकार को चुनौती दी, अगर राजेश मूणत सीडी मामले में सिर्फ सीडी लहराने पर सीबीआई जांच हो रही है, मुझ पर FIR दर्ज किया गया है, तो अंतागढ़ के सीडी को आज लहराने के बाद इस मामले की भी सीबीआई जांच हो, FIR दर्ज करायी जाये।
भूपेश बघेल ने रायपुर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में सीडी लहराते हुए भाजपा सरकार को चुनौती दी कि अंतागढ़ सीडी मामले की भी सीबीआई जांच कराये। भूपेश बघेल ने कहा कि पहले संजय जोशी का CD उन्होंने बनवाया और CD वितरित किया। फिर राघव जी का CD बनवाया, और वितरित भी किया। राजेश मूणत की CD कांड में तथाकथित बीजेपी के लोग थे। और ये CD इन लोग ही बनवायी है और इसे जारी किया है। भूपेश बघेल ने कहा कि मैंने तो इस मामले में केवल CD लहराई थी, तो क्या मुझे पुलिस गिरफ्तार का लेगी। उसी आधार पर मुझ पर FIR किया गया और सीबीआई को सौप दिया। 2014 के उपचुनाव में मन्तु राम पवार की खरीद फरोख्त वाली CD आज हमने फिर सब लहराया है, जो मीडिया में भी आया था। उस सीडी में कथित तौर जिनकी भी बातचीत है, उसकी सीबीआई जांच करायी जाये।
::/fulltext::रायपुर 9 जून 2018। बीजेपी के देशव्यापी संपर्क फॉर समर्थन अभियान की आज से मुख्यमंत्री रमन सिंह ने भी शुरुआत की । आज इस अभियान के तहत पहले दिन मुख्यमंत्री रमन सिंह ने दोपहर 12 बजे विवेकानंद आश्रम पहुंचे और वहां स्वामी स्वरूपानंद जी महाराज से मुलाकात की और समर्थन मांगा। मुख्यमंत्री वहां से दोपहर 12.40 बजे अग्रसेन चौक में देशबन्धु के प्रधान संपादक ललित सुरजन से मिलने पहुंचे। उसके बाद मुख्यमंत्री ने करीब 1.15 बजे शैलेन्द्र नगर में वरिष्ठ साहित्यकार विनोद कुमार शुक्ल से मुलाकात की। शाम 6 .05 बजे मुख्यमंत्री सिविल लाइन में वरिष्ठ चिकित्सक डॉ आई एम सेठी से उनके घर जाकर सौजन्य मुलाकात करेंगे और उनसे समर्थन मांगा।
::/fulltext::जशपुरनगर। मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना बेरोजगार युवक युवतियों के लिए सौगात लेकर आई है। जशपुर जिले के कई बालक बालिकाएं जो कि अपने परिवार की आर्थिक स्थिति से परेशान होकर अपनी पढ़ाई नहीं कर पा रही थे और काम की तलाश की भटक रहे थे। मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना से इन बेरोजगार युवक युवतियांे को विभिन्न प्रशिक्षण से जोड़ कर रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। इन्हीं में से जशपुर जिले की चार बालिकाएं फायर एण्ड सेफ्टी में प्रशिक्षण प्राप्त कर दिल्ली जाकर अपने हुनर और प्रतिभा से प्रतिमाह 17 से 18 हजार रुपए कमा रही है। जब ये बालिकाएं 1 साल बाद दिल्ली से जशपुर आई तो सीधे जशपुर कलेक्टर से मिलकर उन्हें धन्यवाद पत्र दिया। कलेक्टर डॉ. शुक्ला ने बच्चों को उत्साहित करते हुए कहा इसी तरह आगे बढ़ते रहो।
कलेक्टर से मिलकर कहा मुख्यमंत्री एवं जिला प्रशासन को धन्यवाद
प्रशिक्षण प्राप्त कर दिल्ली में नौकरी लगने के 1 साल बाद जब शुक्रवार को वापस अपने गृह जिला जशपुर में आई। तो सबसे पहले सीता, ललिता, शुकन्ती और कुन्ती ने अपने जिले के कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला से मुलाकात कर उन्हें धन्यवाद पत्र दिया। पत्र में उन्होंने लिखा था कि जब हम दिल्ली गए थे तो हमें वहां का वातावरण बिल्कुल अलग लग रहा था। हमेें लग रहा था कि हम वहां एक दिन भी नहीं रह पाएंगें। उन्होंने कलेक्टर डॉ. शुक्ला से कहा कि हमें सिर्फ आपके कहे गए शब्द याद थे कि ’’कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती’’ यह पंक्ति हमें हमेशा हमारे हौसलों को बढ़ा देती थी। और अब हमें वहां कोई परेशानी नहीं होती है। कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला ने बच्चियों को प्रेरित करते हुए कहा कि तुम सब इसी तरह से आगे बढ़ती रहो और अपने माता-पिता तथा जिले का नाम रौशन करो।
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के साथ ललिता और सीता ने दिल्ली में ली थी सेल्फी
मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के तहत् जशपुर जिले की ये बालिकाएं जशपुर से प्रशिक्षण लेकर दिल्ली में काम कर रही थी। जब मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह किसी कार्य वश वहां पहुंचे और छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले की इन बालिकाओं से मिले तो उत्साहित होकर उनके साथ मुस्कुराते हुए सेल्फी भी ली। ललिता और सीता ने मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से मुलाकात का अनुभव बताते हुए कहा कि हमें बहुत प्रसन्नता हुई कि हमारे राज्य के मुख्यमंत्री हमसे इतने दूर क्षेत्र में आकर मिले। हमें लगा कि हम अपने राज्य से दूर नहीं है।
जशपुर की बालिकाएं कर रही दिल्ली जाकर काम कमा रही 17 से 18 हजार
मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना से जुड़कर सीता, ललिता, शुकान्ति और कुन्ती ने फायर सेफ्टी में प्रशिक्षण प्राप्त कर दिल्ली में काम कर 17 से 18 हजार रुपए प्रतिमाह कमा रही है। इनमें कुमारी ललिता एक्का पत्थलगांव विकासखंड के महादेवडाड़ की रहने वाली है इनके परिवार में कुल 7 सदस्य हैं जिनके आय का साधन एक मात्र कृषि पर निर्भर था। जिस कारण सीता ने 12 वीं की पढ़ाई के बाद आगे की पढ़ाई नहीं कर पाई और अपने परिवार की मदद करने के लिए काम की तलाश करने लगी। ललिता ने बताया कि उन्हें कोई विशेष प्रतिभा, हुनर नहीं होने से काम मिलने में बहुत परेशानी होती थी। जब उसे पता चला कि मुख्यमंत्री कौशल विकास में प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद अच्छी नौकरी भी मिल जाएगी। तो उसने तुरंत कौशल विकास में प्रशिक्षण के लिए फार्म भरा और तपकरा में उसने फायर एण्ड सेफ्टी का तीन माह का प्रशिक्षण प्राप्त किया। ललिता ने बताया कि प्रशिक्षण लेने के बाद उसे दिल्ली के जेएनयू गर्ल्स हॉस्टल में सिक्योरिटी गार्ड का पोस्ट मिला और अब वह प्रतिमाह 17 हजार रुपए कमा रही है। जिससे अब उसके परिवार को सिर्फ कृषि पर निर्भर नहीं होना पड़ता है। अब वह अपनी भाई बहन की भी पढ़ाई में मदद कर रही है। ललिता ने बताया कि उसने अपने पिताजी का भी ईलाज अपने कमाए हुए पैसों से कराया।